28 अक्तूबर से 2 नवम्बर तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया जाएगा
नयी दिल्ली - केंद्रीय सतर्कता आयोग का लक्ष्य सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा, पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देना है। सार्वजनिक जीवन में शुचिता को बढ़ावा देने और भ्रष्टाचार मुक्त समाज की स्थापना करने के अपने प्रयासों के तहत, सीवीसी हर साल सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाता है। सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन जनता के बीच जागरूकता उत्पन्न करता है और सभी हितधारकों को सामूहिक रूप से भ्रष्टाचार को रोकने और उसके खिलाफ संघर्ष करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी), भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय 28 अक्टूबर से 2 नवंबर, 2019 तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाएगा। इस वर्ष के सतर्कता जागरूकता का विषय "ईमानदारी-एक जीवनशैली" है। सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आरंभ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री द्वारा मंत्रालय के अधिकारियों/कर्मचारियों के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने तथा ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों के लिए प्रतिबद्धता की 'ईमानदारी शपथ' दिलाने के साथ होगा। इस मंत्रालय द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार देने का भी प्रस्ताव है।
सप्ताह भर चलने वाले सतर्कता जागरूकता अभियान के दौरान, लोगों की शिकायतों के निवारण के लिए जनता के साथ संपर्क, जेनेरिक दवाओं का उपयोग, औचक निरीक्षण, सेमिनार, कार्यशालाओं का आयोजन, छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों/अधिकारियों के बच्चों के बीच वाद-विवाद प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, निबंध लेखन, क्विज, पेंटिंग प्रतियोगिताओं और नैतिकता / नैतिक मूल्यों, तथा वर्ष 2019 के विषय के अनुरूप सतर्कता संबंधी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। ये गतिविधियां जीवन के सभी क्षेत्रों से भ्रष्टाचार का खात्मा करने के लिए मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कार्य में सतर्कता और पारदर्शिता बरतने के प्रति संवेदनशील बनायेंगी और उन्हें इस दिशा में प्रेरित करेंगी।
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