दिल्ली हाट "आदि महोत्सव" में 20 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड बिक्री


इस 15 दिनों के आदि महोत्सव की विषय वस्तु थी : जनजाति संस्कृति, शिल्प, कुजिन और वाणिज्य की आत्मा का उत्सव। इस उत्सव में 240 स्टालों के माध्यम से जनजातीय हस्तशिल्प, कला, चित्रकारी, कपड़े, आभूषण इत्यादि की प्रदर्शनी-सह-बिक्री दिखाई गई। 


नई दिल्ली के दिल्ली हाट में आयोजित राष्ट्रीय आदि महोत्सव ने रिकॉर्ड उपस्थिति और बिक्री दर्ज की है। इस महोत्सव को शानदार सफलता मिली 500 से अधिक जनजातीय कारीगरों ने 20 करोड़ रुपये का कारोबार किया। 500 से अधिक जनजातीय कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।


 जनजातीय कारीगरों ने दिल्ली हाट में हस्तशिल्प और हथकरघा की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की। इनमें हाथ से बुना हुआ कपास, ऊन और रेशम के कपड़े, वुडक्राफ्ट, मेटल क्राफ्ट, टेराकोटा, बीड-वर्क, मसल्स और अन्य वस्तुएं शामिल थीं। उन्होंने सम्मोहक जनजातीय चित्रों को भी प्रदर्शित किया। सरकार उत्पाद रेंज और डिजाइनों के विस्तार के लिए प्रतिष्ठित डिजाइन संगठनों के जनजातीय कारीगरों और मुख्यधारा के डिजाइनरों के बीच संवाद को बढ़ावा देना चाहती है। इन दोनों के बीच तालमेल टॉप-एंड वैश्विक बाजार के लिए कला और हस्तकला के विपणन योग्य उत्पाद का सृजन कर सकता है। इसी उद्देश्य से ट्राइफेड ने जनजातीय कारीगरों के साथ परस्पर संपर्क करने के लिए विख्यात पेशेवरों को आमंत्रित किया।


छत्तीसगढ़ की राज्यपाल श्रीमती अनुसुईया उइके; लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला; पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री  धर्मेंद्र प्रधान; कृषि और परिवार कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर; इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते; संसद सदस्य हेमा मालिनी और मनोज तिवारी सहित कई महत्वपूर्ण गणमान्य हस्तियों ने आदि महोत्सव की शोभा बढ़ाई। बांसुरी वादक हरि प्रसाद चौरसिया; सितार वादक उस्ताद शाहिद परवेज खान और ब्रांड एंबेसडर और संसद सदस्य मैरी कॉम; फैशन क्षेत्र की प्रख्यात हस्तियों, भारत हॉकी टीम के सदस्य और पूर्व क्रिकेट सितारों ने भी आदि महोत्सव का अवलोकन किया। 


 


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