बेकार बर्तनों के दुबारा इस्तेमाल के लिए ‘टेराकोटा ग्राइंडर’
वाराणसी - केवीआईसी के चेयरमैन ने गांव के लोगों में बिजली से चलने वाले 200 पहियों (बर्तन बनाने वाला पहिया) वितरित किए। इससे 900 नई नौकरियां पैदा होंगी और वाराणसी स्टेशन में टेराकोटा उत्पादों की बढ़ती मांग भी पूरी होगी। रेल मंत्रालय ने क्षेत्रीय रेलवे और आईआरसीटीसी को पर्यावरण अनुकूल टेराकोटा उत्पादों का प्रयोग करने की सलाह दी है। इन उत्पादों में कुल्लड़, गिलास और प्लेट शामिल है। वाराणसी और रायबरेली रेलवे स्टेशनों पर खान-पान की इकाईयों को टेराकोटा उत्पादों में यात्रियों को खाद्य पदार्थ देने का सुझाव दिया गया है। खादी व ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने वाराणसी के सेवा पुरी में पहला टेराकोटा ग्राइंडर लॉन्च किया। यह मशीन बेकार और टूटे बर्तनों का पाउडर बनाएगी जिसका बर्तन निर्माण में पुनः उपयोग किया जा सकेगा। केवीआईसी के चेयरमैन सुनील कुमार सक्सेना ने कहा कि पहले बेकार पड़े मिट्टी के बर्तनों को खल-मूसल के द्वारा पाउडर बनाया जाता था और इसके बारिक पाउडर को साधारण मिट्टी में मिलाया जाता था। एक निश्चित मात्रा में इस पाउडर को मिलाने से नए तैयार होने वाले बर्तन अधिक मजबूत होते हैं। इस टेराकोटा ग्राइ