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दिसंबर 16, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

नारी शक्ति और उसके स्वाभिमान को दर्शाता मिराकी 2019

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• इंटरनेशनल वूमेन पॉलिटेक्निक के वार्षिक समारोह का भव्य आयोजन हुआ जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में• 4000 से अधिक लड़कियों ने अपने हुनर और कौशल का किया शानदार प्रदर्शन नयी दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली मे नारी शक्ति और उसके स्वाभिमान को आम लोगो तक पहुँचाने और उसके हुनर को दर्शाने के लिए देश के प्रतिष्ठित वूमेन एजुकेशन की  संस्था इंटरनेशनल वूमेन पॉलिटेक्निक ने एक भव्य आयोजन किया । जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम मे कला, सौंदर्य और संस्कृति के अनोखे मिश्रण मिराकी 2019 मे 4000 से अधिक छात्राओं ने इस बढ़ते और बदलते भारत मे लड़कियों के प्रभाव और सामंजस्य को अलग- अलग अंदाज मे दर्शाया। मिराकी 2019 का उद्धघाटन मुख्य अतिथि उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद एवं दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया जिसमे मुख्य रूप से आईडब्लूपी के प्रबंध-निदेशक विशाल निझावन, श्रीमती सुभाषिनी निझावन , टीना चटवाल, शोनाली नागरानी, नितिन मेहता, भर्ती तनेजा, रीता गंगवानी, अनुपमा दयाल आदि फैशन एवं कॉर्पोरटे जगत के नामी लोग मौजूद थे ।इस कार्यक्रम के माध्यम से संस्थान ये सन्देश लोगों तक पहोचाना चाहता है कि द

मोदी सरकार संविधान विरोधी क़ानून को फौरन वापस ले : रईस अहमद

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पश्चिमी दिल्ली के सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा संसद से नागरिकता संशोधन बिल CAB को पास करके बनाये गये नागरिकता क़ानून के विरोध में पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी डाबडी स्थित अम्बेडकर चौक पर एक विशाल धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग सलाहकार समिति सदस्य रईस अहमद ने खासतौर से शिरकत की। इस मौक़े पर मीडिया से बात करते हुये रईस अहमद ने इसे काला क़ानून क़रार दिया और कहा कि यह काला क़ानून ना सिर्फ भारतीय नागरिकों के खिलाफ है बल्कि संविधान की मूल भावना के भी खिलाफ है। जोकि संविधान के आर्टिकल 14 में प्राप्त क़ानूनी समानता के मौलिक अधिकार का सीधे तौर पर हनन है। क़ानून की नज़र में सभी नागरिक एक समान है जिनसे धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता। लिहाज़ा केन्द्र की मोदी सरकार को इसे फौरन वापस लेना चाहिये। अगर यह काला क़ानून वापस नहीं लिया जाता है तो जिस तरह इस बिल के विरोध में राष्ट्रव्यापी अन्दोलन हो रहे है ये और बढ़ते जायेंगे। उन्होनें असम में विरोध प्रदर्शन में मारे गये लोगों के लिय दुख प्रकट किया और देशभर में इस काले क़ानून का विरोध करते हुये घायल

वरिष्ठ साहित्यकार नरेंद्र लाहड़ के उपन्यास "अपना हाथ जगन्नाथ" का लोकार्पण समारोह

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गुरुग्राम -अखिल भारतीय साहित्य संस्था " सुपथगा " के तत्वाधान में आरबीएसएम पब्लिक स्कूल,दमदमा रोड भोंडसी के प्रांगण में वरिष्ठ साहित्यकार नरेंद्र लाहड़ के सध प्रकाशित उपन्यास " अपना हाथ जगन्नाथ " का लोकार्पण समारोह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ मदान ने की। श्रीमती विशा अग्रवाल के द्वारा सरस्वती वंदना से कार्यक्रम आरंभ हुआ। पुस्तक का लोकार्पण मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध भाषाविज्ञानी डॉ मोहन लाल के द्वारा किया गया। इस अवसर पर सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता अशोक आर्य तथा शिक्षाविद्ध भागीरथ राघव,डॉ प्रवीण इनके अतिरिक्त गुरुग्राम के आसपास के अनेक लेखक ,पत्रकार तथा साहित्यकार उपस्थित थे।श्रीमती सुरेखा शर्मा एंव वीणा राघव ने लोकार्पित उपन्यास की सार्थक समीक्षा की।कार्यक्रम का सफल संचालन राजकीय कन्या महाविद्यालय की डॉ पुष्पा अंतिल द्वारा किया गया।  

5वा मिस्टिक इंडिया कॉन्क्लेव स्वस्थ व समर्थ भारत और मेक इन इंडिया अवार्ड समारोह

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नई दिल्ली , इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में रविन्द्र भंडारी व भारत निर्माण संस्थान द्वारा 25वा मिस्टिक इंडिया कॉन्क्लेव स्वस्थ व समर्थ भारत और मेक इन इंडिया अवार्ड दीप प्रज्वलन और बुके मालाओं के साथ शुरू हुआ। 25 वे मिस्टिक इंडिया कॉन्क्लेव स्वस्थ व समर्थ भारत के आयोजन के शुरुआत में योग,आयुर्वेद, मेडिटेशन, आर्ट, स्पिरिचुअलिटी और टैरो से स्वस्थ जीवन को लेकर चर्चा हुई। शाम को भारत की अर्थ व्यवस्था को कैसे सुधारा जाए पर  भी एक गंभीर चर्चा हुई। मुख्य अतिथि थे पूर्व मेयर नरेंद्र चावला, सरकारी अधिकारी रश्मि सिंह, अंजना कुठियाला, सीमा मिढा और तारा मल्होत्रा। 25 वे भारत निर्माण संस्थान के मुख्य मेक इन इंडिया अवार्डी थे संदीप मारवाह, मेंडिटेशन गुरु अर्चना दीदी, केशव मुरारी दास, योग गुरु मोहन, डॉ दीप्ती सहगल, पूजा नागदेव, डॉ अंकिता सिंह, डॉ तनीषा दत्ता, डॉ राजेश श्रीवास्तव, पुलिस अधिकारी इलमा अफ़रोज़ व माधवी आडवाणी। प्रमुख आर्टिस्ट ऑफ द ईयर अवार्डी थे पद्मश्री कृषन कन्हाई, शुचि कृष्ण,  लवलीना लबरू, रचना मिगलानी। टैरो दिवा अवार्डी थे वैशाली जैन व रितुपर्णा भयाना। नो प्लास्टिक मूवमेंट की भी जागरूकता फैलाई

जेपी इंफ्रा को दिवालियापन से बचाने के लिए घर खरीददारों को वोट करने की जरूरत

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नॉएडा - रियलटी कंपनी जेपी इंफ्राटेक के 22,000 से अधिक घर खरीददारों को अपने अपार्टमेंट की डिलीवरी प्राप्त करने और कंपनी को दिवालियापन में जाने से बचाने के लिए बोली लगाने वालों- एनबीसीसी और सुरक्षा रियलिटी दोनों के लिए मतदान की आवश्यकता है। रियलटी क्षेत्र के विश्लेषकों के अनुसार किसी रिज़ॉल्यूशन की संभावना तभी अधिक होगी जब खरीददार दोनों बोली लगाने वालों का चयन करें। किसी एक के पक्ष में मतदान करने से कंपनी के दिवालिया होने की संभावना बढ़ जाएगी। यदि खरीददार एक योजना के लिए मतदान करते हैं और बैंकर दूसरे के लिए मतदान करते हैं तो कॉर्पोरेट इन्सॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस निश्चित रूप से दिवालियापन के लिए जाएगा। क्योंकि बैंकर अब तक मतदान नहीं किये हैं। मतदान प्रक्रिया में अब मात्र दो दिन बचे हैं। यदि दिवालियापन में जेपी इंफ्राटेक चली जाती है तो इससे सबसे अधिक नुकसान घर खरीददारों को होगा क्योंकि वे असुरक्षित निवेशक की श्रेणी में है। बैंकर सुरक्षा रियलिटी के पक्ष में हैं। इस तरह से खरीददारों और बैंकरों के बीच मतदान का विभाजन होगा और किसी को भी 66 प्रतिशत मत प्राप्त नहीं होगा। एनबीसीसी और सुरक्षा