लोक संगीतकारों द्वारा राजस्थानी लोक संगीत और नृत्य प्रदर्शन का सीधा प्रसारण

जयपुर : राजस्थान के लोक संगीतकारों की पीड़ा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, विख्यात लोक संगीतकारों द्वारा राजस्थानी लोक संगीत और नृत्य प्रदर्शन का सीधा प्रसारण, 14 जून शाम 5 बजे लोक संवाद संस्थान के सभी ऑन लाइन माध्यमों जैसे facebook, Instagram, linked आदि माध्यमों से किया जाएगा।




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राजस्थान के लोक संगीतकार और लोक नर्तक एक मंच पर एक साथ आ रहे हैं जिनमें कुसुम कछवाहा, सकूर
खान लंगा, इरफान खान लंगा, सफी खान लंगा और हयात खान लंगा जैसे कलाकार शामिल हैं। ये कलाकार है
जो की राजस्थानी लोक नृत्य और संगीत की सदियों पुरानी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। इस कार्यक्रम का
प्रदर्शन म रु  मणि ’के एक भाग के रूप में ऑनलाइन होगा, जो की एक सामाजिक मीडिया अभियान है, जिसका
उदेश्य डिजिटल चैनल के माध्यम से ब्रांड जागरूकता पैदा करना , सामुदायिक जुटाव और क्राउड-फंडिंग के
माध्यम से इन कलाकारों को आर्थिक रूप से समर्थन देना है।



इस आयोजन पर टिप्पणी करते हुए, जयपुर स्थित एनजीओ लोक संवाद संथान के सचिव श्री कल्याण सिंह कोठारी ने कहा कि इसका उद्देश्य, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से राजस्थानी लोक कलाकारों का उत्थान करना है, उन्होंने कहा कि ये कलाकार मौखिक वंशावलीकार हैं; कथाकारों और मनोरंजनकर्ताओं को सहायता और समर्थन की आवश्यकता है। COVID-19 संकटों के कारण, वे यात्रा नहीं कर रहे हैं और न ही किसी भी कार्यक्रम में प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। उनकी आय के
एकमात्र स्रोत पर अंकुश लगा दिया गया है और अब यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम उनका उत्थान करें और
उन्हें फिर से खड़ा करने में मदद करें। ”


म रु मणि लोक संवाद संथान द्वारा चलाई गई एक पहल है, जिसमे रूपन संथान, जोधपुर, (रिसर्च पार्टनर),
एपीजे इंस्टिटूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, द्वारका (नई दिल्ली), सोशल मीडिया कैंपेन पार्टनर, और यूपीईएस
विश्वविद्यालय, देहरादून इन पारंपरिक लोक की जरूरतों और चिंताओं को दूर करने के लिए एक शैक्षणिक
भागीदार के रूप में साथ दे रहे है। पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी जिलों के कलाकार को आर्थिक सहायता
पहुचने के लिए चलाई गई इस मुहिम का उदेश्य लोक कलाकारों की ख्याति बढ़ना और इस मुश्किल घडी मे
उनकाे संबल देना है।


 

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