लॉकडाउन के दौरान Adda247 के वर्नेकुलर बिजनेस में आई पांच गुना बढ़त
नयी दिल्ली . हर स्टूडेंट तक अपनी क्वालिटी एजुकेशन पहुंचाने का मिशन लेकर चलने वाली भारत की सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती टेस्ट-प्रिप्रेशन एजुकेशन-टेक्नोलॉजी कम्पनी, ADDA247 ने कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन में ही मात्र तीन महीने में अपने वर्नेकुलर बिजनेस में 5X ग्रोथ के साथ असाधारण सफलता हासिल की है. इस अवधि में, एडू-टेक कम्पनी के स्टूडेंट बेस में भी 110% की भी शानदार बढ़ोत्तरी हुई है.
अपने लेटेस्ट, अपडेटेड और डिजीटाईज ऑनलाइन लर्निंग कंटेंट के लिए पहचाना जाने वाले एडू-टेक प्लेटफार्म Adda247 ने हिंदी और इंग्लिश के साथ-साथ अब, वर्नेकुलर लेंग्वेज में भी बहुत अच्छी बना ली है. क्षेत्रीय यानी रीजनल चैनलों से अब तक कंपनी के मौजूदा यूट्यूब सब्सक्राइबर बेस में तमिल, तेलुगु, मराठी और बंगाली चैनलों के लगभग 15.5 लाख स्टूडेंट्स जुड़ चुके हैं.
क्षेत्रीय भाषाओं(regional languages) में सभी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे बैंकिंग, SSC, RRB NTPC आदि के लिए क्वालिटी स्टडी मेटीरियल और e-कंटेंट देने के साथ-साथ, Adda247 अब, प. बंगाल सिविल सर्विसेज (WBCS), प. बंगाल पुलिस (WBP), प. बंगाल राज्य के लिए प. बंगाल स्कूल सेवा आयोग, आंध्र प्रदेश SI और आंध्र प्रदेश व तेलंगाना राज्यों के लिए कांस्टेबल परीक्षा, तमिलनाडु राज्य के लिए TNPSC Grp 2,2A, 4 और MPSC कंबाइंड के साथ ही, महाराष्ट्र राज्य के लिए महाभारती जैसे अलग-अलग भाषाओं में राज्य की प्रतियोगी परीक्षाओं (competitive state exams) को कवर कर रहा है.
Adda247 के सीईओ और फाउंडर, अनिल नागर ने अपने edutech ब्रांड की इस असामान्य ग्रोथ पर बात करते हुए कहा, “साल 2020 हमारे देश के स्टूडेंट्स के लिए बहुत ही चुनौती भरा रहा है. लर्निंग के पुराने तरीकों की बात की जाए, तो अभी कोरोना वायरस के कारण वे पूरी तरह से बंद हैं, क्लासेज़ बंद हैं, इससे प्रभावित स्टूडेंट्स घरों में बंद रहकर पढ़ाई कर रहे हैं , ऐसे में इसकी पूरी जिम्मेदारी edutech इंडस्ट्री पर ही है कि वे आसान और सुविधापूर्ण तरीकों से प्रभावित स्टूडेंट की पढ़ाई को जारी रखें. हमें गर्व है कि हम अपने लर्निंग और एडूटेक ऑफरिंग के माध्यम से लाखों उम्मीदवारों तक पहुंच सकते हैं. और Adda247 में हम पूरी तरह से बेस्ट लर्निंग प्रोग्राम्स और प्रिप्रेशन मेटीरियल देने के लिए कमिटेड(प्रतिबद्ध ) हैं, ताकि किसी भी कैंडिडेट को ऐसे समय में अपनी पढ़ाई को रोकना न पड़े और वे अपने सपने पूरे कर सकें.
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