प्रणेता साहित्य संस्थान,दिल्ली द्वारा हिंदी दिवस पर आॅनलाइन हिंदी साहित्य उत्सव
नयी दिल्ली - प्रणेता साहित्य संस्थान,दिल्ली द्वारा आॅनलाइन हिंदी दिवस का सफल आयोजन काव्य एवं लघुकथा गोष्ठी के रूप में संस्थान के संस्थापक एवं महासचिव एस जी एस सिसोदिया के मार्गदर्शन और प्रणेता की उपाध्यक्षा शकुंतला मित्तल तथा तकनीक प्रभारी अंजूबाला रोहिल्ला के सक्रिय प्रयासों से ज़ूम पर सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।
इस आयोजन में विभिन्न राज्यों के रचनाकारों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से हिंदी भाषा को राष्ट्र की स्वतंत्रता और सम्मान का आधार बताते हुए हिंदी प्रेम को व्यक्त किया। आयोजन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवयित्री पुष्पा शर्मा 'कुसुम' ने की। मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रसिद्ध प्रतिष्ठित हिंदी भाषाविद डाॅ.रवि शर्मा मधूप ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से मंच को सुशोभित किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में जाने माने कवि कर्नल प्रवीण शंकर त्रिपाठी मंचासीन रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रतिष्ठित कवयित्री सुषमा भण्डारी द्वारा माँ शारदे की वंदना के साथ हुआ।सुषमा भण्डारी ने मधुर स्वर में ' माँ शारदे की सुमधुर प्रस्तुति से मंच को भक्ति रस से सराबोर कर मंत्रमुग्ध कर दिया। सरस्वती वंदना के पश्चात संस्थान के संस्थापक और महासचिव एस जी एस सिसोदिया जी ने सभी उपस्थित साहित्यकारों को शुभकामनाएँ प्रेषित की। यह साहित्य उत्सव कवयित्री एवं समाजसेविका शकुंतला मित्तल के कुशल संचालन में संपन्न हुआ। प्रणेता साहित्य संस्थान के इस भव्य साहित्य उत्सव में देश भर के विभिन्न प्रांतों से कवि और लघुकथाकारों ने अपनी मोहक प्रस्तुति से इस शाम को यादगार बना दिया।
इस आयोजन की काव्य गोष्ठी का मुख्य आकर्षण चन्नी वालिया,रितु प्रज्ञा,प्रज्ञा मिश्रा,तरुणा पुण्डीर,कुसुम लता कुसुम,सरिता गुप्ता,वीणा अग्रवाल,डाॅ.शरद नारायण खरे,परिणीता सिन्हा रहे और लघुकथा वाचन में लाडो कटारिया, सविता स्याल,सरोज गुप्ता,सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा,धन्य कुमार अंजली खैर और शकुंतला मित्तल ने अपनी उत्कृष्ट लघुकथा पढ़ कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया । इस अवसर पर प्रणेता साहित्य संस्थान की अध्यक्षा सुषमा भण्डारी,उपाध्यक्ष शकुंतला मित्तल,सचिव भावना शुक्ल ,कोषाध्यक्ष चंचल पाहुजा और कार्यकारिणी सदस्यों में सरिता गुप्ता ,अंजू बाला रोहिल्ला और संजय शाफ़ी भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति से साहित्यकारों का उत्साह वर्धन करते रहे ।
मुख्य अतिथि डाॅ. रवि शर्मा मधूप,विशिष्ट अतिथि कर्नल प्रवीण शंकर त्रिपाठी और अध्यक्षा पुष्पा शर्मा 'कुसुम' ने सभी रचनाकारों को उत्कृष्ट प्रस्तुति के लिए बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए हिंदी के महत्व को प्रतिपादित किया ।
आयोजन के पश्चात प्रणेता साहित्य संस्थान के संस्थापक और महासचिव एस जी एस सिसोदिया ने पयाल सिंह स्मृति सम्मान के लिए गद्य लेखकों का आह्वान किया और सभी को अपनी कृतियों द्वारा इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।सिसोदिया जी ने मंचासीन सभी सहभागियों को सम्मान पत्र द्वारा सम्मानित किए जाने की घोषणा भी की।
अंत में प्रणेता साहित्य संस्थान की उपाध्यक्षा शकुंतला मित्तल ने सभी अतिथियों,प्रतिभागियों,कार्यकारिणी सदस्यों,और मंच पर उपस्थित प्रत्येक साहित्यकार का धन्यवाद किया।हिंदी दिवस पर आयोजित इस ऐतिहासिक और विशिष्ट आयोजन ने प्रणेता साहित्य संस्थान के इस आनलाइन कार्यक्रम को चिर स्मरणीय बना दिया।
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