डी डी ए की जो पालिसी 2013 में बनी उसे अभी तक लागू नही किया गया
भारत आजादी के 75वें वर्ष को मनाने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। इस वर्ष हमारे संगठन "नारी शक्ति महिला कल्याण चैरिटेबल ट्रस्ट" ने समाज के लिए एक जागरूकता आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस मौके पर मौजूद मुख्य वक्ता व जानकर सी एस एस ओ एस (सेंट्रल सेक्रेटेरिएट सर्विसेज ऑफीसर्स सोसाइटी) के प्रेसिडेंट नेह श्रीवास्तव ने कहा कि आज दिल्ली में डी डी ए के फ्लैट की कीमत हाउसिंग सोसायटी के फ्लैट से भी कही महंगे हो गए है।आज डी डी ए को जरूरत है अपने लैंड पुलिंग नियमों में कुछ तब्दीली करने की तभी जाकर आज हर व्यक्ति ने जो अपना घर होने का सपना देखा है वो पूरा हो सकेगा।
इस मौके पर नारी शक्ति चेरिटेबल ट्रस्ट की प्रसीडेंट सफीना जोसेफ ने कहा कि हमे जो सपना देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिखाया है कि हर किसी के पास अपना घर हो कोई भी बेघर न हो उसी दिशा में हम लोग काम कर रहे है। आगे उन्होंने कहा कि डी डी ए की जो पालिसी 2013 में बनी उसे अभी तक लागू नही किया गया है। हम उसे लागू करने का सरकार व डी डी ए से आग्रह करते है। हमारा अनुरोध है कि सरकार उसे जल्द से जल्द लागू करे ताकि हर उस व्यक्ति को उसे अपने सपनो का घर उचित दर पर मिल सके।
आगे उन्होने कहा कि हर वर्ष की तरह, इस वर्ष भी हम हाउसिंग परियोजनाओं पर काम कर रहे कुछ प्रशंसित सोसाइटी को आमंत्रित करके मनाएंगे, जो अपने सोसाइटी के सदस्यों की बेहतरी के लिए तत्पर हैं और उनके सपनों को पूरा करने में मदद करते हैं।प्रत्येक व्यक्ति की सामूहिक भागीदारी राष्ट्र की प्रगति में योगदान देगी, यह हमारे प्रधान मंत्री की दृष्टि है, महिलाएं हमारे देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। नारी शक्ति की इस पहल के प्रति आपका आशीर्वाद हमें अपार शक्ति और प्रेरणा प्रदान करेगा।
आगे उन्होने कहा कि हर वर्ष की तरह, इस वर्ष भी हम हाउसिंग परियोजनाओं पर काम कर रहे कुछ प्रशंसित सोसाइटी को आमंत्रित करके मनाएंगे, जो अपने सोसाइटी के सदस्यों की बेहतरी के लिए तत्पर हैं और उनके सपनों को पूरा करने में मदद करते हैं।प्रत्येक व्यक्ति की सामूहिक भागीदारी राष्ट्र की प्रगति में योगदान देगी, यह हमारे प्रधान मंत्री की दृष्टि है, महिलाएं हमारे देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। नारी शक्ति की इस पहल के प्रति आपका आशीर्वाद हमें अपार शक्ति और प्रेरणा प्रदान करेगा।
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