अप्रैल-जून तिमाही में नोएडा सेक्टर 150 और सेक्टर 79 से सबसे ज्यादा मांग देखने को मिली
नोएडा : ब्याज की रिकॉर्ड न्यून दरों और सरकार द्वारा प्रायोजित आर्थिक प्रोत्साहनों का नोएडा के रियल एस्टेट बाजार पर थोड़ा ही प्रभाव हुआ है। ऑनलाइन रियल एस्टेट कंपनी PropTiger.com की हाल की रिपोर्ट में पता चला है कि नोएडा शहर में कीमतों में बढ़ोतरी बेहद नरम रही, रूकी हुई परियोजनाएं और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के तहत डेवलपर्स के दिवालिया होने के मामले जैसे कई कारणों की वजह से नई आपूर्ति और मांग भी काफी कम
रियल इनसाइट रेजिडेंशियल- अप्रैल-जून 2022 टाइटल वाली रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा में अप्रैल-जून तिमाही में पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में प्रॉपर्टी की बिक्री और नई आपूर्ति, दोनों कम रही हैं। अप्रैल-जून तिमाही में शहर में 100 से भी कम यूनिट्स के लॉन्च के साथ तिमाही-दर-तिमाही नई आपूर्ति 78% कम हुई है, जबकि बिक्री में तिमाही-दर-तिमाही 21% की गिरावट आई है और इस अवधि में करीब 1,000 यूनिट्स ही बिकी हैं। नोएडा में, ज्यादातर (40 प्रतिशत) आवासीय बिक्री 1 से 3 करोड़ रुपये तक की मूल्यसीमा में रही और अप्रैल-जून तिमाही में सेक्टर 150 और सेक्टर 79 आगे रहे। कुल मांग में 3बीएचके कॉन्फिग्युरेशन की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 52% रही, जिसके बाद 25% हिस्सेदारी के साथ 2बीएचके कॉन्फिग्युरेशन रहा।
Housing.com, PropTiger.com और Makaan.com के ग्रुप सीएफओ श्री विकास वधावन ने कहा, “महामारी के बाद बिक्री बढ़ाने के लिये प्रोत्साहनों की घोषणा करने वाले ज्यादातर राज्यों के उलट यूपी खरीदार पर केन्द्रित कोई उपाय लेकर नहीं आया। प्रोजेक्ट्स में देरी और डेवलपर्स के दिवालिया होने के चलते बाजार की उदासीनता और भरोसे की कमी ने नोएडा में उस समय मांग को लगातार धीमा किया, जब ज्यादातर दूसरे बाजार सुधार कर रहे थे।” नोएडा में 44 महीनों में इंवेंटरी ओवरहैंग के पास नहीं बिकी 16110 यूनिट्स हैं, जिनकी भारत के टॉप 8 शहरों की नहीं बिकी कुल 7.36 लाख यूनिट्स में केवल 2% हिस्सेदारी है। इसके बावजूद जून 2022 तक नोएडा में इंवेंटरी ओवरहैंग (नहीं बिका माल) 44 महीनों का सबसे ज्यादा है, जोकि 34 महीने के राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा है। नई आपूर्ति में कमी और बिक्री में गिरावट ने नोएडा में बिक्री के महीने काफी बढ़ा दिये हैं, खासकर महामारी की शुरूआत के बाद से।
Housing.com, PropTiger.com और Makaan.com की निदेशक एवं शोध प्रमुख सुश्री अंकिता सूद ने कहा, “हालांकि नोएडा कमर्शियल ऑफिस के मामले में क्षतिपूर्ति कर रहा है, लेकिन आवासीय बाजार में सकारात्मकता नहीं है। नहीं बिके माल (इंवेंटरी) को बिकने में करीब 7.5 साल लगेंगे, जिसके साथ नोएडा में खरीदारों के पास पुराने हो रहे प्रोजेक्ट्स के बीच खरीदारी के सीमित विकल्प हैं। रूके हुए प्रोजेक्ट्स को पूरा करने की तरलता इस शहर में प्रॉपर्टी खरीदने के इच्छुक लोगों को आकर्षित करने के लिये महत्वपूर्ण होगी।”
Housing.com, PropTiger.com और Makaan.com की निदेशक एवं शोध प्रमुख सुश्री अंकिता सूद ने कहा, “हालांकि नोएडा कमर्शियल ऑफिस के मामले में क्षतिपूर्ति कर रहा है, लेकिन आवासीय बाजार में सकारात्मकता नहीं है। नहीं बिके माल (इंवेंटरी) को बिकने में करीब 7.5 साल लगेंगे, जिसके साथ नोएडा में खरीदारों के पास पुराने हो रहे प्रोजेक्ट्स के बीच खरीदारी के सीमित विकल्प हैं। रूके हुए प्रोजेक्ट्स को पूरा करने की तरलता इस शहर में प्रॉपर्टी खरीदने के इच्छुक लोगों को आकर्षित करने के लिये महत्वपूर्ण होगी।”
टिप्पणियाँ