सेतिया परिवार के समाज सेवा के कार्यों पर "अमर स्मृतियां " पुस्तक का विमोचन

० आशा पटेल ० 
जयपुर। सेतिया परिवार द्वारा समाज के उत्थान् हेतु बहुत सराहनीय कार्य किये गए जिनमे मुख्य रूप से स्कूलों, अस्पतालों , मंदिरो, उद्यान के विकास जैसे प्रमुख कार्य हैं।समाज सेवक गिरधारी लाल सेतिया व लाजवन्ती सेतिया को श्रद्धा सुमन "अमर स्मृतियां " पुस्तक में संजोकर एक भव्य कार्यक्रम में विमोचित किया गया |भावपूर्ण श्रद्धा सुमन समारोह में गुलाबी नगरी के प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति सर्वश्री राजीव अरोड़ा, अशोक परनामी , कालीचरण सर्राफ, पवन अरोड़ा व जगदीश चंद्र उपस्थित थे |समारोह का शुभ आरम्भ माँ सरस्वती की वंदना से सेतिया परिवार के सदस्यों द्वारा किया गया| उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया ताकि युवा पीढ़ी व समाज के लोगो में दीप की लो जागे व सभी को पथ प्रदर्शन मिले ताकि समाज व राष्ट्र हित में सब अपनी क्षमता के अनुरूप योगदान दे सके|

समारोह मे स्वागत अभिभाषण देते हुए राजेंद्र सेतिया ने बताया की परिवार के द्वारा दिए संस्कारो से अभिभूति इस पुस्तक के माध्यम से जन जन तक पहुंचाने में सेतिया परिवार के सभी सदस्यों का अथक प्रयास वन्दनीये हैं|समारोह में राजीव अरोडा, अशोक परनामी ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।समारोह का आगाज  रमेश अरोड़ा के उदबोधन से हुआ जिन्होंने उपास्थित समुदाय को गिरधारी लाल सेतिया के द्वारा निष्पादित कार्यों के बारे में प्रकाश डाला। पुस्तक विमोचन श्रद्धेय महात्मा जी आनंदपुर कुटिया श्रीगंगानगर के द्वारा किया गया जिसका सभी ने करतल ध्वनि के साथ स्वागत किया।

पुस्तक विमोचन के समारोह में चल चरित्र के माध्यम से गिरधारी लाल व श्रीमती लाजवती सेतिया के जीवन यात्रा व उनके द्वारा निष्पादित कार्यों की जानकारी प्रदान की गई | इस पुस्तक में शहर के गणमान्य व्यक्तियों व परिवार जनो द्वारा प्रेषित संदेशों को मुद्रित किया गया है जिससे "अमर स्मृतियां " बलवती हुई व सही मायने में इसका मुद्रण सार्थक हुआ है | "अमर स्मृतियां " में पिरोये गए सेतिया परिवार के उदगार श्री अर्जुन दास सेतिया के मार्गदर्शन में आने वाली पीढ़ियों के लिए पथ प्रदर्शक व मील का पत्थर साबित होंगे | समारोह में आये लोगों ने भी "मुझे भी कुछ कहना हैं " परिशिष्ठ के माध्यम से अपने विचारो को उदगारित किया जिससे उनकी भावनाओं को अभिव्यक्ति हुई |

"अमर स्मृतियां " को जन जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से इस पुस्तक् का वितरण किया गया | समारोह का समापन  रोबिन सेतिया के धन्यवाद अभिभाषण से हुआ | रोबिन सेतिया ने अपने पूर्वजो को श्रद्धा सुमन भेंट किया और पुस्तक के प्रकाशन में अर्जुन दास सेतिया , रवि कुमार सेतिया,  महेंद्र सेतिया , डॉ. चुग के अथक प्रयासों को नमन किया | उन्होंने कहा की यह गौरवशाली व गरिमामय दिन सेतिया परिवार के लिए अविस्मरणीय रहेगा क्योकि इस पुस्तक के माध्यम से उन्होंने अपने पूर्वजो को जीवन्त किया हैं |

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