कामगार नेता स्व मोहबत सिंह राणा व उत्तराखंड की अंकिता भंडारी को श्रद्धांजलि
० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली के प्रेस क्लब में उत्तराखंड की विभिन्न सामाजिक संगठनों ने गढवाल हितैषिणी सभा के पूर्व अध्यक्ष व कामगार नेता स्व मोहबत सिंह राणा व उत्तराखंड की स्व. अंकिता भंडारी को याद कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की :- गढवाल हितैषिणी सभा के पूर्व अध्यक्ष व श्रमिक नेता स्व मोहबत सिंह राणा की दूसरी पुण्य तिथि पर दिल्ली के प्रेस क्लब में आयोजित स्मृति सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार व प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा ने सामाजिक संगठनों व स्मृति सभा में उपस्थित प्रबुद्धजनों से आवाहन किया कि उत्तराखंड के हितों के लिए हम सबको मुखर होकर आवाज उठानी ही होगी,
स्मृति सभा का संचालन गढवाल हितैषिणी सभा के पूर्व महासचिव व शिक्षाविद पवन कुमार मैठाणी ने किया। पवन कुमार मैठाणी ने बताया की आज की स्मृति सभा उत्तराखंड की दिवंगत नौनी अंकिता भंडारी को समर्पित है। मैठाणी ने कहा एक तरफ हम नवरात्रों में कन्या पूजन कर रहे हैं दूसरी तरफ अपनी उत्तराखंड में अंकिता भंडारी के रूपज्ञ में बेटी की हत्या कर रहे हैं। पूरे उत्तराखंड के लिए यह एक वर्तमान घटना है। स्मृति सभा का आयोजन उत्तरांचल जन कल्याण समिति, आली विहार के बैनर तले किया गया। जिसमें उत्तराखंड समाज के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर गढवाल हितैषिणी सभा के पूर्व अध्यक्ष मोहबत सिंह राणा व उत्तराखंड की नौनी अंकिता भंडारी के चित्रों पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपने विचारों के रूप में अपनी श्रद्धांजलि दी। अंकिता भंडारी हत्याकांड पर सभी वक्ताओं ने दु:ख एवम क्षोभ प्रकट करते हुए हत्यारों के कड़ी से कड़ी सजा की मांग की।
सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि के रूप में उत्तरांचल जन कल्याण समिति आली विहार के महासचिव सरत सिंह राणा, पर्वतीय समाज के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद गोस्वामी, उत्तराखंड लोक मंच के उपाध्यक्ष पृथ्वी सिंह रावत, टिहरी-उत्तरकाशी जन विकास परिषद के महासचिव देवेन्द्र जोशी, गढवाल हितैषिणी सभा के संगठन सचिव मुरारीलाल खंडूड़ी, गढदेशीय भ्रातृ मंडल-यमुनापार के उप-संरक्षक महावीर सिंह राणा, पट्टी गुसांई से महावीर सिंह केमवाल, पट्टी नगुण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान, उत्तरांचल सामाजिक समिति पश्चिमी क्षेत्र दिल्ली के महासचिव डॉ दिनेश चंद्र बौखंडी, देव भूमि विकास समिति-जैत पुर के संरक्षक धन सिंह नेगी, पौड़ी गढ़वाल गुप्र के पदाधिकारी आर.पी.चमोली, उत्तराखंड जन समूह कर्मपुरा के संरक्षक हर्षवर्धन खंडूड़ी, समाज सेवी रघुराज सिंह ने स्मृति सभा में अपने विचार रखे।
स्व.मोहबत सिंह राणा के दोनों पुत्र श्री जितेन्द्र सिंह राणा व श्री हरि सिंह राणा ने स्मृति सभा में आये सभी महानुभावों का धन्यवाद किया।स्मृति सभा में वरिष्ठ साहित्यकार रमेश घिल्डियाल, भाषाविद् दिनेश ध्यानी, रंगकर्मी मनोज चंदोला, नाटककार खुशहाल सिंह बिष्ट, अलकनंदा पत्रिका के संपादक विनोद ढौंडियाल, पत्रकार खुशहाल सिंह जीना, उत्तराखंड जनसूह कर्मपुरा के अध्यक्ष नारायण सिंह गुसांई, समाज सेवी डॉ. सुरेशानंद बसलियाल, शैलेंद्र सिंह नेगी, राजेश राणा, जगत सिंह असवाल, वीरेंद्र सिंह नेगी 'विन्नी', सतीश गौनियाल, पूर्ण सिंह नेगी, सुनील कपरवाण, पंचम सिंह रावत, विजय गुसांई, राजेश डंडरियाल, कुलदीप केमवाल, विजय जरधारी, नारायण सिंह बिष्ट जैसे समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
नयी दिल्ली के प्रेस क्लब में उत्तराखंड की विभिन्न सामाजिक संगठनों ने गढवाल हितैषिणी सभा के पूर्व अध्यक्ष व कामगार नेता स्व मोहबत सिंह राणा व उत्तराखंड की स्व. अंकिता भंडारी को याद कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की :- गढवाल हितैषिणी सभा के पूर्व अध्यक्ष व श्रमिक नेता स्व मोहबत सिंह राणा की दूसरी पुण्य तिथि पर दिल्ली के प्रेस क्लब में आयोजित स्मृति सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार व प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा ने सामाजिक संगठनों व स्मृति सभा में उपस्थित प्रबुद्धजनों से आवाहन किया कि उत्तराखंड के हितों के लिए हम सबको मुखर होकर आवाज उठानी ही होगी,
श्रमिक नेता मोहबत सिंह राणा जैसे राज्य आंदोलनकारियों ने उत्तराखंड राज्य की कल्पना इस रूप में कदापि नहीं की थी कि जिसमें हमें अपनी बेटी अंकिता भंडारी का बलिदान देना पड़े, इसके लिए जो भी लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, वही तभी होगा जब हमारा समाज एकजुट होकर अपनी आवाज को बुलंद करेगा। आज उत्तराखंड में जिस तरह की व्यवस्था चल रही है वह विचारणीय है। अंकिता भंडारी केस तो मीडिया के कारण सुर्खियों में आ गया, और न जाने आज उत्तराखंड में कैसी-कैसी घटनाएं घट रही हैं यह किसी से छुपा नहीं है।
इस अवसर पर दिल्ली हाईकोर्ट कोर्ट बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित सचिव एडवोकेट संदीप शर्मा (दरमोड़ा) ने कहा कि बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलवाने के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही करेंग, इस हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से सजा दिलवाने में जो भी कानूनी मदद होगी वह हम करेंगे। हमारी बेटी अंकिता को हर हाल में न्याय मिले अब हमारी लड़ाई यह होगी, जिसके लिए हमें मजबूती से लड़ेंगे। स्मृति सभा को संबोधित करते हुए उत्तराखंड लोकमंच के अध्यक्ष व समाज सेवी बृजमोहन उप्रेती 'बिटटू भाई ' ईडीएमसी के पूर्व चेयरमैन बीर सिंह पंवार, उत्तराखंड राज्य सरकार के पूर्व राज्यमंत्री धीरेन्द्र प्रताप, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरिपाल रावत, गोपाल रावत, गढवाल हितैषिणी सभा के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी, उत्तरांचल जन कल्याण समिति-आली विहार के संरक्षक मोहन सिंह राणा, उत्तराखंड समाज के चिंतनशील व्यक्तित्व चारू तिवारी
जैसे सभी वक्ताओं ने दिवंगत कामगार नेता मोहबत सिंह राणा को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखने के साथ ही उत्तराखंड के गंगा भोगपुर में स्थित वनंतरा रिजॉर्ट में कार्यरत रिसेप्शनिस्ट 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या पर दु:ख एवम शोभ व्यक्त करते हुए अंकिता भंडारी के हत्यारों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग की। साथ ही उत्तराखंड सरकार से अंकित भंडारी केस की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट को सौंपने की बात कही।
स्मृति सभा का संचालन गढवाल हितैषिणी सभा के पूर्व महासचिव व शिक्षाविद पवन कुमार मैठाणी ने किया। पवन कुमार मैठाणी ने बताया की आज की स्मृति सभा उत्तराखंड की दिवंगत नौनी अंकिता भंडारी को समर्पित है। मैठाणी ने कहा एक तरफ हम नवरात्रों में कन्या पूजन कर रहे हैं दूसरी तरफ अपनी उत्तराखंड में अंकिता भंडारी के रूपज्ञ में बेटी की हत्या कर रहे हैं। पूरे उत्तराखंड के लिए यह एक वर्तमान घटना है। स्मृति सभा का आयोजन उत्तरांचल जन कल्याण समिति, आली विहार के बैनर तले किया गया। जिसमें उत्तराखंड समाज के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर गढवाल हितैषिणी सभा के पूर्व अध्यक्ष मोहबत सिंह राणा व उत्तराखंड की नौनी अंकिता भंडारी के चित्रों पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपने विचारों के रूप में अपनी श्रद्धांजलि दी। अंकिता भंडारी हत्याकांड पर सभी वक्ताओं ने दु:ख एवम क्षोभ प्रकट करते हुए हत्यारों के कड़ी से कड़ी सजा की मांग की।
सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि के रूप में उत्तरांचल जन कल्याण समिति आली विहार के महासचिव सरत सिंह राणा, पर्वतीय समाज के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद गोस्वामी, उत्तराखंड लोक मंच के उपाध्यक्ष पृथ्वी सिंह रावत, टिहरी-उत्तरकाशी जन विकास परिषद के महासचिव देवेन्द्र जोशी, गढवाल हितैषिणी सभा के संगठन सचिव मुरारीलाल खंडूड़ी, गढदेशीय भ्रातृ मंडल-यमुनापार के उप-संरक्षक महावीर सिंह राणा, पट्टी गुसांई से महावीर सिंह केमवाल, पट्टी नगुण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान, उत्तरांचल सामाजिक समिति पश्चिमी क्षेत्र दिल्ली के महासचिव डॉ दिनेश चंद्र बौखंडी, देव भूमि विकास समिति-जैत पुर के संरक्षक धन सिंह नेगी, पौड़ी गढ़वाल गुप्र के पदाधिकारी आर.पी.चमोली, उत्तराखंड जन समूह कर्मपुरा के संरक्षक हर्षवर्धन खंडूड़ी, समाज सेवी रघुराज सिंह ने स्मृति सभा में अपने विचार रखे।
स्व.मोहबत सिंह राणा के दोनों पुत्र श्री जितेन्द्र सिंह राणा व श्री हरि सिंह राणा ने स्मृति सभा में आये सभी महानुभावों का धन्यवाद किया।स्मृति सभा में वरिष्ठ साहित्यकार रमेश घिल्डियाल, भाषाविद् दिनेश ध्यानी, रंगकर्मी मनोज चंदोला, नाटककार खुशहाल सिंह बिष्ट, अलकनंदा पत्रिका के संपादक विनोद ढौंडियाल, पत्रकार खुशहाल सिंह जीना, उत्तराखंड जनसूह कर्मपुरा के अध्यक्ष नारायण सिंह गुसांई, समाज सेवी डॉ. सुरेशानंद बसलियाल, शैलेंद्र सिंह नेगी, राजेश राणा, जगत सिंह असवाल, वीरेंद्र सिंह नेगी 'विन्नी', सतीश गौनियाल, पूर्ण सिंह नेगी, सुनील कपरवाण, पंचम सिंह रावत, विजय गुसांई, राजेश डंडरियाल, कुलदीप केमवाल, विजय जरधारी, नारायण सिंह बिष्ट जैसे समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
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