कंट्री डिलाइट ने लॉन्च किया अपना नया डिजिटल कैम्पेन ‘लिव बेटर’
नयी दिल्ली : कंट्री डिलाइट ने प्राकृतिक, ताजे और न्यूनतम प्रोसेस किये हुए फूड इसेंशियल्स की आपूर्ति के लिये टेक्नोलॉजी पर आधारित और ग्राहक पर केन्द्रित रणनीति अपनाई है। इन खाद्य पदार्थों को सीधे देश के किसानों से लिया जाता है और हर दिन ग्राहकों के दरवाजे तक पहुंचाया जाता है। कंट्री डिलाइट ने अपना नया डिजिटल कैम्पेन ‘लिव बेटर’ लॉन्च किया है। यह कैम्पेन दशकों पुराने भारतीय फूड इसेंशियल्स (बुनियादी भोज्य पदार्थों) के क्षेत्र को नयापन देने और ऐसा ब्राण्ड बनने के कंपनी के मिशन के मुताबिक है, जो कि उपभोक्ताओं से बेहतर ढंग से जीने और बेहतर उत्पादों को चुनने का आग्रह कर लाखों लोगों की जिन्दगी बदलता है।
कंट्री डिलाइट (सीडी) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाला एक डायरेक्ट–टू-होम कंज्यूमर ब्राण्ड है, जो बेहतर ढंग से जीने में उपभोक्ताओं की मदद करने वाले उत्पादों की आपूर्ति करता है। प्राकृतिक तंदुरूस्ती कंट्री डिलाइट के उत्पादों के डीएनए में रची-बसी है। हमारा हर उत्पाद प्राकृतिक होता है, जैसे कि शुद्ध (कोई बिचौलिया नहीं), ताजा (पूर्ण स्वामित्व वाली आपूर्ति श्रृंखला) और न्यूनतम प्रोसेस किया हुआ (जितना संभव हो, घर जैसा)। कंट्री डिलाइट ने देश के 11 राज्यों में फैली आपूर्ति श्रृंखला से 15 शहरों में हर महीने लगभग 8 मिलियन डिलीवरीज की हैं।
यह कैम्पेन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर चलाया जायेगा और कंपनी ने 5 मिलियन व्यूवरशिप हासिल के का लक्ष्य रखा है। इसमें दो विज्ञापन फिल्में होंगी: पहली का टाइटल है ‘एनिवर्सरी’, जो कि अपनी पसंद को प्राथमिकता देकर और काम तथा जीवन के बीच संतुलन लाकर बेहतर ढंग से जीने के बारे में है। जबकि दूसरी फिल्म का टाइटल है ‘फुटबॉल’, जो कि अपने परिवार के साथ समय बिताने और ‘जरूरी काम पहले करने’ पर जोर देने के बारे में एक प्यारी-सी फिल्म है। ‘लिव बेटर’ कैम्पेन की परिकल्पना कंट्री डिलाइट की इन-हाउस क्रिएटिव टीम ने की है और फिल्मों का निर्देशन अनॉदर आइडिया प्रोडक्शंस के जीत लोटिया ने किया है।
कैम्पेन के बारे में कंट्री डिलाइट के संस्थापक चक्रधर गडे ने कहा, ‘’कंट्री डिलाइट का हमेशा से मंत्र रहा है लाखों लोगों को खेत के ताजे उत्पादों के सेवन द्वारा बेहतर ढंग से जीने और ज्यादा स्वस्थ जीवनशैली के लिये प्रोत्साहित करना। हम समझते हैं कि ‘लिव बेटर’ एक बड़ा कॉन्सेप्ट है और अलग-अलग लोगों के लिये अलग-अलग मायने रख सकता है और इसलिये हमने इस कैम्पेन की परिकल्पना की है, ताकि अपने दर्शकों को बेहतर ढंग से जीन के लिये बेहतर चुनाव करने के लिये प्रोत्साहित कर सकें। तो त्यौहारों के इस सीजन में हमारी मंशा लोगों को स्वस्थ रहन-सहन के महत्व पर और भी जागरूक करने तथा अपने डिजिटल कैम्पेन के जरिये बेहतर चुनाव के लिये प्रेरित करने की है।‘’
कंट्री डिलाइट हमेशा से अपने प्राकृतिक, ताजे, उच्च-गुणवत्ता के और मिलावट-रहित उत्पादों के कारण पूरे भारत में समझदार उपभोक्ताओं की पसंद रही है। लोकल सर्कल द्वारा किया गया हालिया सर्वे बताता है कि सर्वेक्षण में शामिल 3 में से 2 परिवार मानते हैं कि उनके द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला दूध शुद्ध नहीं है। इस सर्वे ने दूध में मिलावट पर रोशनी डाली है और उपभोक्ताओं की बढ़ती जागरूकता बताई है।
यह कैम्पेन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर चलाया जायेगा और कंपनी ने 5 मिलियन व्यूवरशिप हासिल के का लक्ष्य रखा है। इसमें दो विज्ञापन फिल्में होंगी: पहली का टाइटल है ‘एनिवर्सरी’, जो कि अपनी पसंद को प्राथमिकता देकर और काम तथा जीवन के बीच संतुलन लाकर बेहतर ढंग से जीने के बारे में है। जबकि दूसरी फिल्म का टाइटल है ‘फुटबॉल’, जो कि अपने परिवार के साथ समय बिताने और ‘जरूरी काम पहले करने’ पर जोर देने के बारे में एक प्यारी-सी फिल्म है। ‘लिव बेटर’ कैम्पेन की परिकल्पना कंट्री डिलाइट की इन-हाउस क्रिएटिव टीम ने की है और फिल्मों का निर्देशन अनॉदर आइडिया प्रोडक्शंस के जीत लोटिया ने किया है।
कैम्पेन के बारे में कंट्री डिलाइट के संस्थापक चक्रधर गडे ने कहा, ‘’कंट्री डिलाइट का हमेशा से मंत्र रहा है लाखों लोगों को खेत के ताजे उत्पादों के सेवन द्वारा बेहतर ढंग से जीने और ज्यादा स्वस्थ जीवनशैली के लिये प्रोत्साहित करना। हम समझते हैं कि ‘लिव बेटर’ एक बड़ा कॉन्सेप्ट है और अलग-अलग लोगों के लिये अलग-अलग मायने रख सकता है और इसलिये हमने इस कैम्पेन की परिकल्पना की है, ताकि अपने दर्शकों को बेहतर ढंग से जीन के लिये बेहतर चुनाव करने के लिये प्रोत्साहित कर सकें। तो त्यौहारों के इस सीजन में हमारी मंशा लोगों को स्वस्थ रहन-सहन के महत्व पर और भी जागरूक करने तथा अपने डिजिटल कैम्पेन के जरिये बेहतर चुनाव के लिये प्रेरित करने की है।‘’
कंट्री डिलाइट हमेशा से अपने प्राकृतिक, ताजे, उच्च-गुणवत्ता के और मिलावट-रहित उत्पादों के कारण पूरे भारत में समझदार उपभोक्ताओं की पसंद रही है। लोकल सर्कल द्वारा किया गया हालिया सर्वे बताता है कि सर्वेक्षण में शामिल 3 में से 2 परिवार मानते हैं कि उनके द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला दूध शुद्ध नहीं है। इस सर्वे ने दूध में मिलावट पर रोशनी डाली है और उपभोक्ताओं की बढ़ती जागरूकता बताई है।
कंपनी ने ताजे पदार्थों को लोगों तक पहुंचाने की उद्योग की इस चुनौती को दूर किया है और इस प्रकार दूध और बुनियादी भोज्य पदार्थों की आपूर्ति के व्यवसाय को नयापन दिया है। अपने आदर्शों की बदौलत और उपभोक्ता की भावना की पूरी समझ के साथ, इस ब्राण्ड ने खुद को ‘लिव बेटर’ ब्राण्ड के तौर पर स्थापित किया है। यह ज्यादा स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिये लोगों को प्रोत्साहित करने के लिये सक्रिय रूप से विभिन्न पहलों को कर रहा है और सेवाएं दे रहा है।
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