जेजेएस में विमलचंद सुराणा को लाइफ टाइम अवार्ड
० आशा पटेल ०
जयपुर,। सीतापुरा स्थित जेईसीसी में चल रहे जयपुर ज्वैलरी शो जेजेएस के प्रति व्यापारियों के विश्वास की वजह से शो के 86 प्रतिशत एग्जीबिटर्स गत कई वर्षों से लगातार जेजेएस के साथ जुड़े हुए हैं। शो में इस बार विजिटर्स को पारंपरिक हैवी गोल्ड ज्वैलरी से लेकर लाइट वेट ज्वैलरी के नए ट्रेंड्स भी देखने को मिल रहे हैं। शो में जड़ाऊ ज्वैलेरी, एमरल्ड, कुंदन, मीना और पोल्की की ज्वैलरी विजिटर्स को खासा लुभा रहीं है। वहीं साउथ की टैम्पल ज्वैलरी भी विजिटर्स के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। शो में भगवान की मूर्तियां भी विजिटर्स को काफी पसंद आ रही है। इसमें सोने-चांदी से बनी भगवान सालासर और खाटू श्याम की मूर्तियां, तिरूपति बालाजी का दरबार कुछ प्रमुख हैं। तिरूपति बालाजी के दरबार को चांदी से तैयार किया गया है और साथ ही इस पर किया गया पोल्की वर्क इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहा है।जेजेएस में हर बार की तरह इस बार का भी डिजाइनर बूथ मुख्य आकर्षण बने हुए हैं। अपनी विशेष थीम पर बने ये बूथ दूर से ही विजिटर्स का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। इस बार के जेजेएस में करीब 67 प्रतिशत ब्रांड्स द्वारा डिजाइनर बूथ बनाए गए हैं, जो उन्हें दूसरे बूथ से अलग बनाते हैं। एक खूबसूरत डिजाइनर बूथ पर आंगन ज्वैलरी कलेक्शन थीम के साथ यहां रखी विंटेज कार विजिटर्स के लिए दृश्यात्मक अनुभव है। वहीं भारत की संस्कृति और विरासत को साकार करते एक बूथ की आभा देखते ही बनती है। बूथ पर हैंडक्राफ्टेड जड़ाऊ कुंदन मीना, अन्य ज्वैलरी और पोल्की ज्वैलरी का काफी खूबसूरत कलेक्शन उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त, कई स्टॉल्स पर ईयरिंग्स, बैंगल्स और आकर्षक नैकलेस भी विजिटर्स को काफी पसंद आ रहे हैं। शो में जेमस्टोन्स और ज्वैलरी के साथ-साथ हर बार की तरह अलाईड मशीनरी और कॉस्ट्यूम ज्वैलरी एवं आर्टिफैक्टस के भी कई बूथ लगाए गए हैं।
जयपुर,। सीतापुरा स्थित जेईसीसी में चल रहे जयपुर ज्वैलरी शो जेजेएस के प्रति व्यापारियों के विश्वास की वजह से शो के 86 प्रतिशत एग्जीबिटर्स गत कई वर्षों से लगातार जेजेएस के साथ जुड़े हुए हैं। शो में इस बार विजिटर्स को पारंपरिक हैवी गोल्ड ज्वैलरी से लेकर लाइट वेट ज्वैलरी के नए ट्रेंड्स भी देखने को मिल रहे हैं। शो में जड़ाऊ ज्वैलेरी, एमरल्ड, कुंदन, मीना और पोल्की की ज्वैलरी विजिटर्स को खासा लुभा रहीं है। वहीं साउथ की टैम्पल ज्वैलरी भी विजिटर्स के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। शो में भगवान की मूर्तियां भी विजिटर्स को काफी पसंद आ रही है। इसमें सोने-चांदी से बनी भगवान सालासर और खाटू श्याम की मूर्तियां, तिरूपति बालाजी का दरबार कुछ प्रमुख हैं। तिरूपति बालाजी के दरबार को चांदी से तैयार किया गया है और साथ ही इस पर किया गया पोल्की वर्क इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहा है।जेजेएस में हर बार की तरह इस बार का भी डिजाइनर बूथ मुख्य आकर्षण बने हुए हैं। अपनी विशेष थीम पर बने ये बूथ दूर से ही विजिटर्स का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। इस बार के जेजेएस में करीब 67 प्रतिशत ब्रांड्स द्वारा डिजाइनर बूथ बनाए गए हैं, जो उन्हें दूसरे बूथ से अलग बनाते हैं। एक खूबसूरत डिजाइनर बूथ पर आंगन ज्वैलरी कलेक्शन थीम के साथ यहां रखी विंटेज कार विजिटर्स के लिए दृश्यात्मक अनुभव है। वहीं भारत की संस्कृति और विरासत को साकार करते एक बूथ की आभा देखते ही बनती है। बूथ पर हैंडक्राफ्टेड जड़ाऊ कुंदन मीना, अन्य ज्वैलरी और पोल्की ज्वैलरी का काफी खूबसूरत कलेक्शन उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त, कई स्टॉल्स पर ईयरिंग्स, बैंगल्स और आकर्षक नैकलेस भी विजिटर्स को काफी पसंद आ रहे हैं। शो में जेमस्टोन्स और ज्वैलरी के साथ-साथ हर बार की तरह अलाईड मशीनरी और कॉस्ट्यूम ज्वैलरी एवं आर्टिफैक्टस के भी कई बूथ लगाए गए हैं।
यंग डिजाइनर्स को प्रतिभा साबित करने का मंच बना जेजेडीएफ - डिजाइनर्स को प्रोत्साहित करने के लिए जयपुर ज्वैलरी शो में इस वर्ष पांचवीं बार जयपुर ज्वैलरी डिजाइन फेस्टिवल (जेजेडीएफ) का आयोजन किया गया। 'थिंक ग्लोबल एक्ट लोकल' थीम पर आयोजित जेजेडीएफ में 5—6 प्रमुख डिजाइनिंग संस्थानों के स्टूडेंट्स को मंच प्रदान किया गया, जहां इन यंग डिजाइनर्स ने अपनी क्रिएटिविटी व स्किल का बखूबी प्रदर्शन किया। जेजेडीएफ 2022 में प्रमुख डिजाइन संस्थानों से उभरते डिजाइनर्स की भागीदारी के साथ-साथ कारीगरों और डिजाइनर्स के माध्यम से जयपुर की रचनात्मकता को जीवंत रूप में साकार किया गया। जेजेडीएफ में तीन ब्रांड्स — मलीहा, नीरजा ब्लू पॉटरी और प्रिंसेज दीया कुमारी फाउंडेशन (पीडीकेएफ) की ओर से भी बूथ लगाए गए हैं, जिन पर लोकल मैटेरियल्स के जरिए बनाई गई हैंडीक्राफ्टेड ज्वैलरी प्रदर्शित की जा रही है।
मलीहा की ओर से जहां वुडन ज्वैलरी डिस्प्ले की गई हैं, वहीं नीरजा ब्लू पॉटरी के बूथ पर ब्लू पॉटरी व व्हाइट मैटल से बनी खूबसूरत ज्वैलरी प्रदर्शित की जा रही है। इसी प्रकार पीडीकेएफ की ओर से फेब्रिक व क्रोशिए से बनी कलात्मक ज्वैलरी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। यहां कलात्मक रूप से जेमस्टोन डिस्प्ले करने के लिए एक आर्ट गैलरी बनाई गई है, साथ ही सेमिनार्स, पैनल डिस्कशन, ज्वैलरी का वर्चुअल डिस्प्ले जैसी कई गतिविधियां रखी गई हैं। इनके अतिरिक्त यहां लाइब्रेरी, कैफेटेरिया और लाइव म्यूजिक का आनंद भी उठाया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि जेजेएस की ओर से वर्ष 2017 में बेहतरीन ज्वैलरी और शानदार रत्नों की मार्केटिंग के साथ—साथ जैमस्टोन बनाने की कला व नगीनों को तराशने के हुनर, जयपुर के आभूषणों की अनमोल विरासत, व नायाब कारीगरों के कौशल को भी समुचित रूप से प्रदर्शित करने के उदेश्य से जयपुर ज्वैलरी डिजाइन फेस्टिवल शो (जेजेडीएफ) की शुरुआत की गई थी। जिसका विजन जेम और डिजाइन की कला को प्रोत्साहन देने के साथ ही विभिन्न ज्वैलरी व डिजाइन संस्थानों के कारीगरों और यंग डिजाइनर्स को एक मंच प्रदान करना भी है
देश में रत्नाभूषण क्षेत्र की प्रमुख पत्रिका 'इंडियन ज्वैलर' द्वारा आयोजित जेजेएस-इंडियन ज्वैलर डिजाइन अवार्ड्स के तहत जेजेएस कमेटी के कन्वीनर विमल चंद सुराणा को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। राजस्थान स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन के चेयरमेन राजीव अरोड़ा द्वारा उनके परिवारजनों को यह अवार्ड दिया गया। श्री सुराणा का जैम व ज्वैलरी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया। भूरामल राजमल सुराणा ज्वैल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर श्री सुराणा वर्ष 1989 में जैम बिल्डर्स एंड डवलपर्स प्राइवेट लि के डायरेक्टर और 1997 में जयपुर जैम बुर्स के डायरेक्टर बने।
देश में रत्नाभूषण क्षेत्र की प्रमुख पत्रिका 'इंडियन ज्वैलर' द्वारा आयोजित जेजेएस-इंडियन ज्वैलर डिजाइन अवार्ड्स के तहत जेजेएस कमेटी के कन्वीनर विमल चंद सुराणा को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। राजस्थान स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन के चेयरमेन राजीव अरोड़ा द्वारा उनके परिवारजनों को यह अवार्ड दिया गया। श्री सुराणा का जैम व ज्वैलरी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया। भूरामल राजमल सुराणा ज्वैल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर श्री सुराणा वर्ष 1989 में जैम बिल्डर्स एंड डवलपर्स प्राइवेट लि के डायरेक्टर और 1997 में जयपुर जैम बुर्स के डायरेक्टर बने।
वर्ष 2003 में मात्र 67 बूथ से शुरु हुए जेजेएस को रश्मिकांत दुर्लभ के बाद जेजेएस कमेटी के चेयरमेन बने सुराणा ने नई बुलंदियां प्रदान की। उनके नेतृत्व में जेजेएस 900 से अधिक बूथ के साथ देश का अग्रणी बी2बी व बी2सी शो बन चुका है।सुराणा ने जैम एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री के पारिवारिक व्यापार में 20 वर्ष की आयु में प्रवेश किया था, और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की। कुंदन—मीना में सुराणाज अति विश्वसनीय ब्रांड है। विमल चंद्र सुराणा भगवान महावीर कैंसर चिकित्सालय, विपश्यना और विद्याआश्रम स्कूल से सीधे जुड़े हुए हैं और इन संस्थानों में योगदान दे रहे हैं।
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