बीएसईएस की लापरवाही से मधु विहार के लोगों पर खतरा मंडरा रहा – सोलंकी
० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली - मधु विहार के सातों ब्लॉकों में कई जगह बीएसईएस की लापरवाही से बिजली के पोल गिरने की स्थिति में हैं तथा कई ब्लॉको में टूटे हुए पोल को लोहे को एंगल से जोड़ने की नाकाम कोशिश की गई है लिहाजा खतरा बना हुआ है। काफी दिनों से बिजली के पोल बदलने एवम नए पोल लगाने के संबंध मे मधु विहार निवासियों एवं आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों द्वारा बीएसईएस के स्थानीय कार्यालय में निवेदन किया जा रहा है परन् अभी तक कोईं कार्रवाई नही की गयी।कुछ जगहो पर बिजली के केबल बहुत नीचे लटकाए गए है जो हमेशा खतरों के संकेत दे रहे है। ऐसे ही सी ब्लॉक बाल्मिकी मंदिर के नजदीक गली नं 4 में पोल की स्थिति गंभीर है एवं अन्य कई ब्लॉकों में कुछ पोल या तो जर्जर स्थिति में है या उन्हे तात्कालिक सपोर्ट से खड़ा किया गया है। आरडब्ल्यूए प्रधान रणबीर सिंह सोलंकी ने बताया कि इस संदर्भ में उन्होंने कई बार विभाग को लिखा है परंतु अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है। ये पोल कभी भी खतरा पैदा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि क्या किसी भयंकर दुर्घटना के बाद ही विभाग संज्ञान लेगा। सोलंकी ने निवेदन किया है कि कृपया समय रहते पूरे मधु विहार के ब्लॉकों का पोल निरीक्षण करवाकर नए पोल लगवाने का कार्य बीएसईएस करे ताकि आने वाले खतरों से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि बी वन ब्लॉक की दस फीट की गली में पोल नही है। सी ब्लॉक गली न -3,में पोल टूट कर गिरनेवाला है।
उपरोक्त विषय के संबंध में मधु विहार निवासियों एवं आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों द्वारा बीएसईएस के स्थानीय कार्यालय में निवेदन किया किया जा चुका है परंतु इसपर कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। सोलंकी ने बीएसईएस के वरिष्ठ अधिकारियों से तत्काल विचार कर समाधान सुनिश्चित करने को कहा है वरना दुर्घटना के बाद कोई रास्ता नहीं बचता।
उपरोक्त विषय के संबंध में मधु विहार निवासियों एवं आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों द्वारा बीएसईएस के स्थानीय कार्यालय में निवेदन किया किया जा चुका है परंतु इसपर कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। सोलंकी ने बीएसईएस के वरिष्ठ अधिकारियों से तत्काल विचार कर समाधान सुनिश्चित करने को कहा है वरना दुर्घटना के बाद कोई रास्ता नहीं बचता।
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