गोवा कार्निवाल के इतिहास में पहली बार हेलीकॉप्टर और फ्लोट्स भी सेलिब्रेशन का हिस्सा होंगी

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली : बहुप्रतीक्षित गोवा कार्निवल और शिगमोत्सव फेस्टिवल की तारीखों की घोषणा डिपार्टमेंट ऑफ टूरिज्म, गोआ द्वारा आयोजित टूरिज्म मंत्री रोहन खुंटे के नेतृत्व में की गई।  राज्य की पर्यटन योजनाओं के साथ-साथ कोंकणी और वेस्टर्न क्रिश्चियन रूट से सदियों से जुड़े सदाबहार फोक फेस्टिवल के बारे में प्रमुख जानकारी दी। कोंकणी रूट्स की की ओर चलें तो वहीं से इंट्रूज की शुरुआत हुई, कार्निवाल की उत्पत्ति मर्डी ग्रास से हुई है, जो लेंट के प्रायश्चित के मौसम से जुड़े उपवास और संयम से पहले फिस्ट और नृत्य और पीने के मुकाबलों की एक ईसाई परंपरा है। 
इस साल कार्निवाल 18 फरवरी से शुरू होकर 21 फरवरी तक चलेगा और पोरवोरिम में 17 फरवरी को कर्टन रेजर प्रोग्राम होगा। फ्लोट परेड की शुरुआत पणजी में की जाएगी। राजधानी शहर में कार्निवाल फ्लोट जुलूस के लिए पारंपरिक मार्ग न्यू पट्टो ब्रिज से शुरू होगा और पूर्व सचिवालय के सामने से गुजरेगा। कार्निवल के केंद्र पोरवोरिम, पणजी, मडगांव, वास्को, मापुसा और मोरजिम हैं। कार्निवाल परेड स्थानीय गांवों, वाणिज्यिक संस्थाओं और सांस्कृतिक समूहों की झांकियों सहित पारंपरिक, संस्थागत, पारिवारिक मनोरंजन जंक, जोकर कलाउन आदि श्रेणियों में झांकियों के साथ सड़क पर आगे बढ़ेगी। कार्निवाल में दक्षिण गोवा के सालसेटे के तटीय तालुका में स्थानीय नुक्कड़ नाटकों का मंचन शामिल है, जिसे आमतौर पर 'खेल तियात्र' के नाम से जाना जाता है। कार्निवल गोवा का सबसे प्रसिद्ध फेस्टिवल बना हुआ है और 18वीं सदी से मनाया जा रहा है।

मारगाओ, गोवा से रसेल डिसूजा को इस वर्ष के लिए किंग मोमो के रूप में चुना गया है। वह सामान्य पर्सनैलिटी, बैकग्राउंड और टैलेंट के आधार पर 10 आवेदकों में से चुने गए एंटरप्रेन्योर में से एक हैं। किंग मोमो परंपरागत रूप से कोंकणी संदेश खा, पिये आनी मजा कर (खाओ, पियो और मौज करो) की घोषणा करते हैं रंगों का शानदार पांच दिवसीय त्योहार, "शिगमोत्सव" या "शिगमो फेस्टिवल", जिसे गोवा का स्प्रिंग फेस्टिवल भी माना जाता है, हर साल गोवा के गांवों में आयोजित किया जाता है। प्रसिद्ध मंदिर "यात्राएं" इस समय के दौरान होती हैं। यह त्योहार फाल्गुन (मार्च) के महीने में हिंदू कैलेंडर के अनुसार 9वें चंद्र दिवस से पूर्णिमा के दिन तक मनाया जाता है। यह हिंदुओं का सबसे बड़ा त्यौहार है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यह त्योहार कई शहरों में मनाया जाता है।

 शहर ऐसे प्रोसेसन की मेजबानी करते हैं जिनमें समसामयिक फ्लोट्स और पारंपरिक गोवा नृत्य दोनों शामिल होते हैं। प्रोसेसन में सर्वश्रेष्ठ फ्लोट डेकोरेटर और कलाकार पुरस्कार प्राप्त करते हैं। इस साल, रंगीन त्योहार 8 मार्च से शुरू होकर 21 मार्च तक चलने वाला है। शिगमो फ्लोट परेड के लिए पोंडा, बिचोलिम, मापुसा, पणजी, पोरवोरिम, पेरनेम, वालपोई, सांक्वालिम, कुरचोरेम, वास्को, मडगांव, संगुएम, क्यूपेम और कैनाकोना में सेंटर स्थापित हैं। इन फ्लोट्स में पारंपरिक लोक नृत्य, स्ट्रीट डांसर और धार्मिक दृश्यों को दर्शाने वाली झांकियां शामिल रहती हैं।

हर साल की तरह इस साल भी गोवा में टूरिज्म डिपार्टमेंट दुनिया भर के पर्यटकों का स्वागत करने के लिए तैयार है। गोवा का टूरिज्म डिपार्टमेंट यह सुनिश्चित कर रहा है कि पब्लिक सेफ्टी सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। नए हेलीपैड के लॉन्च के साथ हाई इंड टूरिस्ट को वाइब्रेंट साइटसीइंग का अवसर मिलेगा। डिपार्टमेंट ने संकट की स्थिति में या किसी भी जानकारी की मांग करने के लिए टूरिस्ट के लिए 24x7 चलने वाली हेल्पलाइन भी जारी की है। गोवा को एक जिम्मेदार और स्थायी पर्यटन स्थल बनाने की आशा के साथ, डिपार्टमेंट गोवा वासियों और उनके मेहमानों की सेवा करने के लिए उत्साहित है।

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