एबी इनबेव इंडिया ने स्मार्ट जौ कार्यक्रम द्वारा 2000 से ज्यादा किसानों को प्रशिक्षित किया

० योगेश भट्ट ० 
हरियाणा  : फारुख नगर, एबी इनबेव ने ‘जौ उत्पादक दिवस’ के चौथे आयोजन के साथ जौ किसानों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बल दिया। हरियाणा और राजस्थान के जौ किसानों को सम्मानित करने के लिए फारुख नगर, हरियाणा में आयोजित आज के कार्यक्रम में टेक्नॉलॉजी और फसल प्रबंधन के प्रयासों पर रोशनी डाली गई, जो किसानों की जरूरतों को पूरा कर कृषि उत्पादकता में सुधार लाने और वैल्यू चेन में सस्टेनेबिलिटी लाने पर केंद्रित हैं।
हरियाणा सरकार में  कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, जय प्रकाश दलाल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उनके अलावा अमेरिकी दूतावास/अमेरिकी कृषि विभाग से मार्क रोज़मैन, एग्रीकल्चरल अटैची; मैरियानो बेलार्ड, सीनियर एग्रीकल्चरल अटैची और डॉ. संतोष सिंह, कृषि विशेषज्ञ भी मौजूद थे। बेल्जियम दूतावास से विदेशी मामलों के मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार, टिमोथी सिन्हेव और कृषि एवं पशु कल्याण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर, अनिल कुमार ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में फसल प्रबंधन के अनेक परीक्षणों का प्रदर्शन किया गया, ताकि किसानों को जौ उत्पादन की नवीनतम और सर्वश्रेष्ठ विधियां, अत्याधुनिक उपकरण और शोध एवं विकास में संलग्न वैज्ञानिकों द्वारा शिक्षा प्रदान किए जा सकें। एबीइनबेव स्मार्ट जौ कार्यक्रम द्वारा किसानों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह किसानों को फसल की पैदावार और लाभ बढ़ाने में मदद करके एक सस्टेनेबल आजीविका का निर्माण करने के लिए पर्याप्त इनपुट और ज्ञान प्रदान कर रहा है। स्मार्ट जौ कार्यक्रम का उद्देश्य 2025 तक 100 फीसदी जौ किसानों को कुशल, कनेक्टेड और वित्तीय रूप से सशक्त बनाना है।

स्मार्ट जौ कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा करते हुए अश्विन काक, हेड ऑफ प्रोक्योरमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी, भारत एवं साउथ ईस्ट एशिया, एबी इनबेव ने कहा, ‘‘हम भारत में जौ किसानों का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिछले सालों में हमने विस्तार करते हुए किसानों के साथ अपनी संलग्नता बढ़ाई है, तथा अपने कृषि और शोध विशेषज्ञों द्वारा उन्हें मार्गदर्शन देकर ज्यादा उत्पादक एवं लाभदायक कृषि विधियाँ प्रदान की हैं। हम जौ के किसानों का लाभ बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और उन्हें सही मूल्य एवं सही उत्पाद देकर कम लागत और तेज आर्थिक वृद्धि संभव बना रहे हैं।

 हम बेहतर किस्मों का विकास करने और किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज एवं इनपुट प्रदान करने में निवेश करके उच्च गुणवत्ता की जौ का उत्पादन करने के लिए ज्यादा से ज्यादा किसानों के साथ मिलकर काम करेंगे। 2023 में हमारा उद्देश्य 20,000 टन के वॉल्यूम फुटप्रिंट के साथ 3000 किसानों को लाभ पहुँचाना है।’’  स्मार्ट जौ कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा करते हुए अश्विन काक, हेड ऑफ प्रोक्योरमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी, भारत एवं साउथईस्ट एशिया, एबी इनबेव ने कहा, ‘‘हम भारत में जौ किसानों का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पिछले सालों में हमने विस्तार करते हुए किसानों के साथ अपनी संलग्नता बढ़ाई है, तथा अपने कृषि और शोध विशेषज्ञों द्वारा उन्हें मार्गदर्शन देकर ज्यादा उत्पादक एवं लाभदायक कृषि विधियाँ प्रदान की हैं।

 हम जौ के किसानों का लाभ बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और उन्हें सही मूल्य एवं सही उत्पाद देकर कम लागत और तेज आर्थिक वृद्धि संभव बना रहे हैं। हम बेहतर किस्मों का विकास करने और किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज एवं इनपुट प्रदान करने में निवेश करके उच्च गुणवत्ता की जौ का उत्पादन करने के लिए ज्यादा से ज्यादा किसानों के साथ मिलकर काम करेंगे। 2023 में हमारा उद्देश्य 20,000 टन के वॉल्यूम फुटप्रिंट के साथ 3000 किसानों को लाभ पहुँचाना है।’’

भारत जौ के लिए एक बहुत वृद्धिशील बाजार है। पिछले पाँच सालों में जौ माल्ट की मांग 15 प्रतिशत बढ़ी है। माल्ट का विकास स्थानीय स्तर पर करने की जरूरत के कारण अगले पाँच सालों के लिए जौ की खरीद भी स्थानीय इलाकों से होगी। इसलिए भारत में माल्ट-ग्रेड जौ की मांग में वृद्धि की अपार संभावना है, जो 2015 के मुकाबले 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर चुकी है। यह मांग पारंपरिक रूप से माल्ट जौ का आयात करके पूरी की जाती थी, लेकिन अब यह मांग स्थानीय स्तर पर उगाई गई जौ से पूरी की जा रही है। अनेक वैश्विक कारणों, सप्लाई चेन में रुकावटों और माल्ट की गुणवत्ता की जौ उगाने की स्थानीय क्षमता के साथ प्रगतिशील जौ किसानों के साथ मिलकर काम करने हमारे कार्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।

 सभा को संबोधित करते हुए फारुख नगर से एक जौ किसान -- ने कहा, ‘‘मैं तीन सालों से स्मार्ट जौ कार्यक्रम में शामिल हो रहा हूँ। यह कार्यक्रम मेरे जैसे किसानों को हर साल कई लाभ पहुँचाता है। कंपनी के विशेषज्ञ हमें फसल के विकास, टेक्नॉलॉजी के उपयोग की जानकारी और प्रशिक्षण देते हैं। इस टेक्नॉलॉजी और प्रशिक्षण से हमारा काम ज्यादा आसान, प्रभावशाली और उत्पादक बन जाता है। इससे मुझे और मेरे जैसे अन्य लोगों को अपनी पैदावार और आय बढ़ाने में मदद मिलती है। मैं अपने अन्य किसान दोस्तों से भी आग्रह करता हूँ कि वो इस अभियान के लिए साईन-अप करके इसका लाभ उठाएं।’’

स्मार्ट जौ कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों की स्थिति में परिवर्तन लाना है। यह कार्यक्रम किसानों और समाज लिए एक सस्टेनेबल भविष्य का निर्माण कर उपभोक्ताओं के जीवन में परिवर्तन लेकर आएगा। एबी इनबेव इंडिया सर्कुलर पैकेजिंग, स्मार्ट कृषि, वाटर स्टुअर्डशिप एवं क्लाईमेट एक्शन द्वारा वास्तविक परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध है। ये सभी समाज का विकास सुनिश्चित करेंगे। यह मदिरापान के वक्त संयम रखने और सड़क सुरक्षा के अभियान भी चलाता है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उर्दू अकादमी दिल्ली के उर्दू साक्षरता केंद्रों की बहाली के लिए आभार

राजा बहिरवाणी बने सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया दुबई चैप्टर के अध्यक्ष

डंडिया जी की कलम में है सच को सच कहने की हिम्मत : कटारिया

वाणी का डिक्टेटर – कबीर