राकेश शर्मा को पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान

० योगेश भट्ट ० 
इंदौर । देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘वीणा’ (इंदौर) के संपादक राकेश शर्मा को इस वर्ष के पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से अलंकृत किया जाएगा। सम्मान समारोह 2 अप्रैल को सायं 4:00 बजे इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के स्थानीय संयोजक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के अध्यक्ष मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश लाल मेहरा होंगे एवं वरिष्ठ साहित्यकार गिरीश पंकज मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

 समारोह में पत्रिका ‘सरस्वती’ के संपादक रविनंदन सिंह, मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर के पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डॉ. सोनाली नरंगुदे विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगी। इस अवसर पर पर इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी भी मौजूद रहेंगे। 1 जुलाई, 1961 को उत्तर प्रदेश के गांव न्यामतपुर, जिला इटावा में जन्मे राकेश शर्मा हिंदी साहित्य की बहुविधि सेवा कर रहे हैं।15 से अधिक पुस्तकों के लेखक राकेश शर्मा अब तक 10 से अधिक पत्रिकाओं एवं पुस्तकों का संपादन भी कर चुके हैं, 

जिनमें 'बहुरंग', 'विचार की अनवरत यात्रा', 'आरोग्यम' एवं 'मालव ज्योति' आदि विशेष हैं। भारत सरकार के श्रम मंत्रालय में 31 वर्ष तक सहायक निदेशक (राजभाषा) के पद पर कार्यरत रहे शर्मा वर्तमान में वर्ष 1927 से निरंतर प्रकाशित हिंदी की सबसे पुरानी पत्रिका ‘वीणा' के संपादक हैं। साहित्यिक अवदान के लिए उन्हें मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के ‘श्रीकृष्ण सरल’ सम्मान सहित अनेक सम्मान प्राप्त हुए हैं।
यह दूसरा मौका है, जब ‘वीणा’ के संपादक को पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान दिया जा रहा है। इससे पहले वर्ष 2007 में वीणा के तत्कालीन संपादक स्व. श्यामसुंदर व्यास को यह सम्मान प्रदान किया गया था।

यह पुरस्कार प्रतिवर्ष हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। इस अवॉर्ड का यह 15वां वर्ष है। ‘मीडिया विमर्श’ द्वारा शुरू किए गए इस अवॉर्ड के तहत ग्यारह हजार रुपए, शॉल, श्रीफल, प्रतीक चिन्ह और सम्मान पत्र दिया जाता है। पुरस्कार के निर्णायक मंडल में नवभारत टाइम्स, मुंबई के पूर्व संपादक विश्वनाथ सचदेव तथा इंदिरा गांधी कला केंद्र, दिल्ली के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी शामिल हैं।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उर्दू अकादमी दिल्ली के उर्दू साक्षरता केंद्रों की बहाली के लिए आभार

राजा बहिरवाणी बने सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया दुबई चैप्टर के अध्यक्ष

डंडिया जी की कलम में है सच को सच कहने की हिम्मत : कटारिया

वाणी का डिक्टेटर – कबीर