असम में फिल्म की शूटिंग के लिए सिंगल विंडो क्लियरेंस सुविधा

० योगेश भट्ट ० 
मुंबई : असम को फिल्मों की शूटिंग और घूमने-फिरने के लिए सबसे बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट के रूप में प्रमोट करने के प्रयास में असम टूरिज्म ने मुंबई के ग्रैंड हयात में एक रोड शो का आयोजन किया। इस रोड शो में असम को फिल्मों की शूटिंग लेने के लिए मंजूरी के संबंध में सिगल विंडो क्लियरेंस स्टेट के रूप में पेश किया गया। बिजनेस टु बिजनेस इवेंट का उद्घाटन असम के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ल बरुआ ने किया। इस अवसर पर एटीडीसी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, असम सरकार के पर्यटन विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव, असम सरकार के पर्यटन विभाग में सचिव और असम के पयर्टन विभाग के मुख्य अधिकारी शामिल थे। असम पर्यटन विकास निगम और महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम ने अपने-अपने राज्य में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एटीडीसी के चेयरमैन  ऋतुपर्ण बरुआ ने टूरिस्ट्स को असम की यात्रा पर आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि अगर वह असम की ट्रिप प्लान करते हैं तो यह उनके लिए यादगार अनुभव होगा।
असम सरकार में जनस्वास्थ्य इंजीनियरिंग, कौशल विकास, रोजगार, उद्यमिता और पर्यटन मंत्री जयंत मल्ल बरुआ ने कहा, “हम राज्य में फिल्म की शूटिंग के लिए पर्यटन की सुविधाओं का विकास करने की दिशा में काफी प्रयास कर रहे हैं। हम यहां फिल्म की शूटिंग के लिहाज से कई सुविधाएं विकसित कर रहे हैं, जिसके तहत फिल्म की शूटिंग के लिए निर्माताओं को सभी जरूरी मंजूरी दिलाने संबंधी सिंगल विंडो क्लियरेंस की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही हम फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए उन्हें सभी जरूरी मदद प्रदान करेंगे। असम देश के सभी भागों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यहां सड़क का आधारभूत ढांचा काफी बेहतरीन है। शांति और सुकून से भरपूर माहौल है। आध्यात्मिक, वन्यजीव, नदी और एडवेंचर टूरिज्म के लिए असम देश भर में काफी मशहूर है।“

असम पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक और पयर्टन विभाग के सचिव आईआरएस कुमार पद्मपाणि बरा ने कहा, “जनवरी 2023 के आंकड़ों के अनुसार 2021 की तुलना में 2022 में असम में घूमने फिरने आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में 511 फीसदी और विदेशी पर्यटकों की संख्या में 763 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। राज्य की नई पर्यटन नीति में ईओडीबी और असम में फिल्म की शूटिंग के लिए मंजूरी संबंधी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए सिंगल सिंडो क्लियरेंस की सुविधा देने पर खासतौर पर फोकस रखा गया। हम इस नीति को काफी आक्रामक तरीके से लागू करेंगे और फिल्म निर्माताओं और पर्यटन के हितधारकों के साथ विचार-विमर्श कर असम को फिल्म की शूटिंग के लिए बेहतरीन लोकेशन के रूप में प्रमोट करेंगे। 

यह पर्यटन नीति विश्व बैंक के साथ विचार-विमर्श कर तैयार की जा रही है। पर्यटन के क्षेत्र में निजी निवेश को भी बढ़ावा देने के प्रयास में राज्य सरकार ने काजीरंगा और मानस में टाटा और हयात जैसे मशहूर कारोबारी समूहों के साथ मेगा हॉस्पटिलिटी परियोजनाओं पर हस्ताक्षर किए हैं। राज्य ने हाल ही में पर्यटन के क्षेत्र को इंडस्ट्री का दर्जा दिया है, जिससे राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में निजी निवेश के इच्छुक कारोबारी समूह आगे आएंगे।“

मशहूर भारतीय अभिनेता आदिल हुसैन ने कहा, “मैं बेहद खुश हूं कि असम सरकार, खासतौर पर पर्यटन मंत्रालय, असम को फिल्मों की शूटिंग के लिहाज से पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण पहल कर रहा है, जिसकी काफी जरूरत महसूस की जा रही थी।. मैं असम सरकार के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ, पर्यटन विभाग के सचिव और एटीडीसी के एमडी कुमार पद्मपाणि बोरा की ओर से किए गए वृहद प्रयास की सराहना करता हूं। वाकई मुझे विश्वास है कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री और सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म अपनी आगामी फिल्मों और शोज के लिए असम की खूबसरत प्राकृतिक नजारों और वहां की समृद्ध संस्कृति को कैमरों में कैद करने से पीछे नहीं रहेंगे।

मैं चाहता हूं कि मेरे जीवनकाल में असम फिल्म टूरिज्म के लिए बेहतरीन डेस्टिनेशन बनकर उभरे और असम को दुनिया भर में विशाल जनसमूह के सामने कुदरती खूबसूरती से लबरेज जगह के रूप में पेश किया जाए। हमें उम्मीद करते हैं कि असम सरकार फिल्मों की शूटिंग के लिए असम को प्रमोट करने में और यह साबित करने में कोर कसर बाकी नहीं रखेगी कि असम को कुदरत ने वाकई खूबसूरत और बेमिसाल नजारों से नवाजा है।“
 
इस रोड शो की शुरुआत एक विडियो प्रजेंटेंशन से की गई, जिसमें असम में पर्यटन के लिहाज से दी जाने वाली सभी सुविधाओं का संपूर्ण विवरण पेश किया गया। इस विडियो में असम के प्रतिष्ठित पर्यटन स्थलों को दिखाया गया। फिल्म में यह भी दिखाया गया कि यहां आकर पर्यटक किस तरह से मौज-मस्ती कर सकते हैं। यह विडियो में उन सभी गतिविधियों और सुविधाओं को भी दिखाया गया है, जो यहां पर्यटकों के लिए उपलब्ध है और कैसे वह यहां आकर अलग-अलग टूरिस्ट प्लेस पर मौज-मस्ती कर सकेंगे।

इस विडियो फिल्म में असम में पयर्टन की सुविधाओं का भरपूर नजारा पेश किया गया। इस विडियो फिल्म से असम की जैव विविधिता के साथ जीवंत संस्कृति से भी लोगों को रूबरू होने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही फिल्म में असम की प्राचीन नदियों, जंगलों, पर्वतों और नदियों को दिखाया गया है, जो फिल्म शूटिंग और पर्यटन के क्षेत्र में राज्य में मौजूद अनगिनत संभावनाओं को और बढ़ाती है। इस कार्यक्रम में “असम-फिल्म की शूटिंग के लिए सबसे बेहतरीन और अनगिनत संभावनाओं वाली जगह” नामक विषय पर पैनल डिस्कशन भी आयोजित किया गया, जिसमें जियो स्टूडियोज में हेड कॉन्टेंट अलायंसेज मिस शोभा संत, 

मुंबई में वीएओओ के ऐड और सेल्स विभाग के ग्रुप हेड वैभव मोदी, रॉय कपूर फिल्म में ओरिजिनिल्स के हेड जिनेश शाह, भारतीय अभिनेता, फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक और निर्माता  महेश मांजरेकर, एंबेंडेंशिया एंटरटेनमेंट के निर्देशक सुमित कपाही, पापोन के कास्टिंग डायरेक्टर पद्मकुमार नरसिम्हामूर्ति, फिल्म निर्देशक और लेखक पार्थ एस. महंत, डीआईजी प्रशासन संजीव नारायण और निर्माता करण ओबेरॉय शामिल थे। पैनल डिस्कशन का संचालन भारतीय अभिनेता आदिल हुसैन और इंडिया टुडे के कार्यकारी निदेशक कौशिक डेका ने किया।

इस कार्यक्रम ने असम में ठोस विकास और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का भी मौका मिला। इसके साथ ही राज्य में पर्यटन के विकास की क्षमताओं को बढ़ाने पर भी मंथन किया गया। राज्य को विदेशी पर्यटकों के विहाज से एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में प्रमोट करने पर भी पैनल में मौजूद लोगों ने अपने विचारों का आदान-प्रदान किया।

असम में असम टूरिज्म विभाग की वेबसाइट भी लॉन्च की गई। यह विदेश से असम घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए सिंगल पॉइंट कॉन्टेक्ट का काम करेगी। इस वेबसाइट पर विदेशी पर्यटकों को होटल और सफारी के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधाएं मिलेंगी। राज्य ने टूरिज्म सेक्टर को इंडस्ट्री का दर्जा दिया है। असम भारत के कुछ राज्यों में से एक है, जहां पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। असम राज्य को निवेशकों के लिए टूरिज्म के क्षेत्र में पसंदीदा निवेश स्थल बनने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका मुख्य लक्ष्य राज्य में ठोस और जिम्मेदार पर्यटन की सुविधाओं का विकास करना है।

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