आन्दोलन का असर जल्द मिलेगा राजस्थानी को राजभाषा का दर्जा

० संवाददाता द्वारा ० 
जयपुर - राजस्थानी युवा समिति की राजस्थानी को राजभाषा बनाने की लड़ाई एक पायदान ऊपर चढ़ी जब राजस्थान के इतिहास में पहली बार विधानसभा में अनुच्छेद 345 को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ द्वारा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया गया इस प्रश्न का जवाब शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने विधानसभा में देते हुए कहा कि राजस्थानी भाषा को राजस्थान की द्वितीय राजभाषा घोषित करने के सम्बन्ध में भाषा राज्यमंत्री ने एक समिति के गठन का अनुमोदन किया है। उन्होंने बताया कि यह समिति छत्तीसगढ़ एवं झारखंड के मॉडल का अध्ययन कर वहां की तर्ज पर राजस्थानी भाषा को मान्यता देने के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
राजस्थानी युवा समिति के राष्ट्रिय सलाहकार राजवीर सिंह चलकोई ने कहा की आज जब विधानसभा के इतिहास में पहली बार अनुच्छेद 345 को आधार बनाकर राजस्थानी को राजभाषा का दरजा देने की मांग उठी और सकारात्मक नतीजा आने की आस जागी है तो इस पूरी मेहनत का श्रेय राजस्थानी युवा समिति ने अपने एक लाख से अधिक युवा सदस्यों एवं करोड़ो राजस्थानियो को दिया है, जागरूकता और जनचेतना की इस कड़ी में ही समिति के राजवीर सिंह चलकोई 23 और 24 मॉर्च को उदयपुर में होने वाले "भाषा का मेला" कार्यक्रम में भी राजस्थानी भाषा पर सेशन लेंगे
 राजस्थानी युवा समिति इस मांग को लेकर लम्बे समय से आन्दोलन कर रही है पूरे राज्य के हर जिले और संभाग में राजस्थानी को राजभासा बनाने के लिये "हेलो मायड़ भासा रौ" कार्यक्रम कर के समिति ने लाखों युवाओ को इस आन्दोलन से जोड़ा है, युवाओं को जोड़ने के लिये नवाचार कर राजस्थानी के मुद्दे को युवा साथियो तक पहुँचाया, प्रवासी भारतीय दिवस के दिन शहीद स्मारक पर सभा एवं केंडल मार्च में राजस्थान के सभी विश्वविद्यालयों के युवा छात्रनेताओं की हुंकार हो या गोविंदेव को ज्ञापन देने के बहाने सरकार के मंत्री महेश जोशी को घेरना, रक्तदान शिविर करके युवाओं को जागरूक करना हो या कश्मीर से कन्याकुमारी तक युवा समिति के सदस्य का राजस्थानी मांगे राजभासा का झंडा लेकर बाइक पर निकलकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली यात्रा या लगातार विधायको से मिलकर राजस्थानी को राजभाषा बनाने हेतु समर्थन जुटाना हो राजस्थानी युवा समिति ने लगातार माहौल बनाया है।

संस्थापक हिमान्शु किरण शर्मा ने बताया की इस विधानसभा सत्र में ही ये काम हो सके इस लिये पूरी टीम 25 दिन जयपुर में डेरे डालकर बैठी रही पर जब मुख्यमंत्री वादा करके भी मिलने का टाइम नही दे रहे थे तब इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने के लिये समिति ने उपनेता प्रतिपक्ष से गुहार लगायी, राजेन्द्र राठौड़ ने इस मुद्दे की गंभीरता को समझते हुए ड्राफ्ट तैयार करने की बात कही और उसके बाद ध्यानाकर्षण प्रस्ताव बनाया गया साथ साथ इस विषय की गंभीरता समझाने के लिये राजस्थान युवा समिति निरंतर उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के संपर्क में रही। राजस्थानी युवा समिति लगातार काम करती रहेगी और जब तक सरकार राजस्थानी को राजभासा का दरजा नही दे देती समिति रुकेगी नहीं। संस्थापक हिमान्शु किरण शर्मा भी राजस्थान दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में राजस्थानी के लिऐ बात करेंगे।

समिति अध्यक्ष अरुण राजपुरोहित ने बताया की ये ऐतिहासिक वर्ष है राजस्थानी भाषा के लिये पहले समिति राजभासा बनाने के लिये लड़ेगी, सचिव अरविंद जोशी ने बताया समिति लगातार केंद्र सरकार के मंत्रियों से भी संपर्क में है और 8वी अनुसूची में जोड़ने हेतु भी माहौल तैयार कर रही है। सह सचिव अविनाश पुरोहित ने बताया समिति हरतरफ राजस्थानी का माहौल तैयार अगर कर पायी है तो इस में समिति के सदस्यों का सबसे बड़ा योगदान है वै लोग सोशल मीडिया पर हजारो की तादाद में रोज इस मांग को उठाते है और ट्वीटर स्पेस पर कुछ साथी लंबे समय से राजस्थानी को जीवित रखे हुए है, सभी युवा मिलकर इस बार राजस्थानी को मान्यता दिलवाने का मन बना चुके है।

जयपुर प्रभारी शुभम रेवाड़ ने बताया आगे राजस्थनी युवा समिति पूरे राजस्थान में राजस्थानी के लिये संघर्ष करने वाले लोगो एवं समितियो को एक मंच पर लाने की अति महत्वकांशी योजना पर काम कर रही है उपाध्यक्ष प्रवीण मकवाणा ने बताया समिति से आने वाले समय में बड़े बड़े नाम जुड़ेंगे।  पूरे राजस्थान में फैले युवा समिति के सदस्यों की तरफ से समिति के पदाधिकारी उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ का आभार प्रकट करेंगे।

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