ब्रिटिश पार्लियामेंट में 15 देशों से आये 31 हस्तियों का हुआ सम्मान
० योगेश भट्ट ०
जयपुर। लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट में 15 देशों के इण्डियन और विश्व पटल पर भारत का नाम रौशन करने वाली प्रतिभायें एक जगह एकत्रित हुई। इस अवसर पर ‘‘भारत गौरव’’ अवार्ड से प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया, भारतीयों ने पुरे विश्व में देश का नाम रौशन किया है। जब देश को आजादी मिली थी तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि एक दिन विश्व पटल पर भारतीय इस प्रकार अपनी पहचान बनायेगें।
संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि यह समारोह सात समंदर पार आकर हम जब यह आयोजित करते हैं तो हमारा सिर गर्व से ऊंचा होता है कि हमारे देश की प्रतिभाये विदेशों में देश का नाम रौशन कर रही है। मिश्रा ने बताया कि अब तक पूर्व के वर्षों में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर, फिल्म स्टार मनोज कुमार, नोबेल प्राइज विजेता कैलाश सत्यार्थी, विश्व की सबसे प्रभावशाली महिला इन्द्रा नूई, जैन संत पुलक सागर, लोकेश मुनी, प्रसन्न सागर, मेजर ध्यानचंद, जी-मेल के आविष्कार षिवा अय्यादुराई, निरजा भनोत सहित लगभग 400 अप्रवासी भारतीयों को पिछले 9 वर्षों में सम्मानित किया जा चुका है।
इस अवसर पर लंदन (यू.के.) की हाउस ऑफ लाॅडर्स चैयरमेन ऑफ यूरोपियन एक्ट्रनल अफेयर्स कमेटी, मिनिस्टर ऑफ एनर्जी क्लाईमेट डवलपमेंट यू.के. श्रीमती बेरोनीस वर्मा ने कहा है कि हमें तय करना है कि हम अपने देश की माटी से इस प्रकार जुड़े रहें की हमारा अपनापन और भारतीयता लगातार आगे बढे।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि लंदन के मेयर सुनील चोपड़ा ने कहा है कि संस्कृति का ये 10वां आयोजन है और संस्कृति ने जयपुर मैराथन और सामाजिक जन आंदोलन और सामाजिक संचेतना का जो कार्य हाथ में ले रखा है वो अनवृत इसी प्रकार आगे बढ़ता रहेगा।
इस अवसर पर मेहंदीपुर बालाजी के महंत नरेश पुरी महाराज ने कहा कि अब भारतीय पूरे विश्व में अपनी धाक जमा रहे है। अब जब हम लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट में अपने तिरंगे के नीचे खड़े होकर सम्मानित होते है तो निश्चित रूप से अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते है। इस अवसर पर गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. चिन्मय पंड्या ने संबोधित करते हुए कहा की इस भारत गौरव सम्मान समारोह के माध्यम से ऐसी प्रतिभाओं को सामने लाया गया है जिन्होने की पूरे विश्व भर में अपनी एक अलग पहचान बनाकर देश का नाम रौशन किया है। उन्होंने संस्कृति युवा संस्था की गतिविधियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की साथ ही भारत गौरव अवार्डीज को बधाई भी दी।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में घाटा मेहंदीपुर बालाजी के महंत नरेश पुरी महाराज ने कार्यक्रम की शुरुआत हनुमान चालीसा से की और हनुमान चालीसा की चौपाइयां ब्रिटिश पार्लियामेंट में गुंजायमान होने लगी और देष विदेष की प्रतिभाओं ने एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। यह अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड बना कि लंदन की पार्लियामेंट में भी हनुमान चालीसा का पाठ हुआ।
इस अवसर पर घाटा मेहंदीपुर बालाजी के महंत नरेश पुरी महाराज, गायत्री परिवार के डाॅ. चिन्मय पण्ड्या, दा माउंट सिनाई हॉस्पिटल न्यूयॉर्क से डॉ. प्रकाश कृष्णन, फाउंडर एब्डोमिनल कैंसर-डे के संस्थापक डाॅ. संदीप जैन, यूक्रेन विवाद में फंसे भारतीय विद्यार्थियों को पौलेंड के रास्ते देश भेजने वाले प्रवासी भारतीय दिवस पर सम्मानित पोलैंड के अमित लाठ, इंडियन फिल्म डायरेक्टर पद्मश्री मधुर भण्डारकर, मेदांता हॉस्पिटल के फाउंडर एवं पद्मश्री अवार्डी डाॅ. नरेश त्रेहन, न्यूजीलैंड में महाधिवक्ता क्रीमीनल लाॅयर श्रीमती अनजीत सिंह,
जयपुर। लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट में 15 देशों के इण्डियन और विश्व पटल पर भारत का नाम रौशन करने वाली प्रतिभायें एक जगह एकत्रित हुई। इस अवसर पर ‘‘भारत गौरव’’ अवार्ड से प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया, भारतीयों ने पुरे विश्व में देश का नाम रौशन किया है। जब देश को आजादी मिली थी तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि एक दिन विश्व पटल पर भारतीय इस प्रकार अपनी पहचान बनायेगें।
आज सभी क्षेत्र में भारतीय लोग अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहे है और पूरे विश्व में भारतीयों की धाक बढ रही है। यह विचार संस्कृति युवा संस्था की ओर से लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट के हाउस ऑफ कामन्स में ‘‘भारत गौरव’’ द हाईएस्ट इंटरनेशनल अवार्ड ऑफ इण्डियन अवार्ड समारोह में लंदन (यूके.) में लगातार पांच बार के सांसद डाॅ. वीरेन्द्र षर्मा ने समारोह को सम्बोधित करते हुये कहे।
संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि यह समारोह सात समंदर पार आकर हम जब यह आयोजित करते हैं तो हमारा सिर गर्व से ऊंचा होता है कि हमारे देश की प्रतिभाये विदेशों में देश का नाम रौशन कर रही है। मिश्रा ने बताया कि अब तक पूर्व के वर्षों में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर, फिल्म स्टार मनोज कुमार, नोबेल प्राइज विजेता कैलाश सत्यार्थी, विश्व की सबसे प्रभावशाली महिला इन्द्रा नूई, जैन संत पुलक सागर, लोकेश मुनी, प्रसन्न सागर, मेजर ध्यानचंद, जी-मेल के आविष्कार षिवा अय्यादुराई, निरजा भनोत सहित लगभग 400 अप्रवासी भारतीयों को पिछले 9 वर्षों में सम्मानित किया जा चुका है।
इस अवसर पर लंदन (यू.के.) की हाउस ऑफ लाॅडर्स चैयरमेन ऑफ यूरोपियन एक्ट्रनल अफेयर्स कमेटी, मिनिस्टर ऑफ एनर्जी क्लाईमेट डवलपमेंट यू.के. श्रीमती बेरोनीस वर्मा ने कहा है कि हमें तय करना है कि हम अपने देश की माटी से इस प्रकार जुड़े रहें की हमारा अपनापन और भारतीयता लगातार आगे बढे।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि लंदन के मेयर सुनील चोपड़ा ने कहा है कि संस्कृति का ये 10वां आयोजन है और संस्कृति ने जयपुर मैराथन और सामाजिक जन आंदोलन और सामाजिक संचेतना का जो कार्य हाथ में ले रखा है वो अनवृत इसी प्रकार आगे बढ़ता रहेगा।
इस अवसर पर मेहंदीपुर बालाजी के महंत नरेश पुरी महाराज ने कहा कि अब भारतीय पूरे विश्व में अपनी धाक जमा रहे है। अब जब हम लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट में अपने तिरंगे के नीचे खड़े होकर सम्मानित होते है तो निश्चित रूप से अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते है। इस अवसर पर गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. चिन्मय पंड्या ने संबोधित करते हुए कहा की इस भारत गौरव सम्मान समारोह के माध्यम से ऐसी प्रतिभाओं को सामने लाया गया है जिन्होने की पूरे विश्व भर में अपनी एक अलग पहचान बनाकर देश का नाम रौशन किया है। उन्होंने संस्कृति युवा संस्था की गतिविधियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की साथ ही भारत गौरव अवार्डीज को बधाई भी दी।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में घाटा मेहंदीपुर बालाजी के महंत नरेश पुरी महाराज ने कार्यक्रम की शुरुआत हनुमान चालीसा से की और हनुमान चालीसा की चौपाइयां ब्रिटिश पार्लियामेंट में गुंजायमान होने लगी और देष विदेष की प्रतिभाओं ने एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। यह अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड बना कि लंदन की पार्लियामेंट में भी हनुमान चालीसा का पाठ हुआ।
इस अवसर पर घाटा मेहंदीपुर बालाजी के महंत नरेश पुरी महाराज, गायत्री परिवार के डाॅ. चिन्मय पण्ड्या, दा माउंट सिनाई हॉस्पिटल न्यूयॉर्क से डॉ. प्रकाश कृष्णन, फाउंडर एब्डोमिनल कैंसर-डे के संस्थापक डाॅ. संदीप जैन, यूक्रेन विवाद में फंसे भारतीय विद्यार्थियों को पौलेंड के रास्ते देश भेजने वाले प्रवासी भारतीय दिवस पर सम्मानित पोलैंड के अमित लाठ, इंडियन फिल्म डायरेक्टर पद्मश्री मधुर भण्डारकर, मेदांता हॉस्पिटल के फाउंडर एवं पद्मश्री अवार्डी डाॅ. नरेश त्रेहन, न्यूजीलैंड में महाधिवक्ता क्रीमीनल लाॅयर श्रीमती अनजीत सिंह,
बैंगलोर में एस व्यासा यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. मंजूनाथ एन.के. शर्मा, अमेरिका में सॉफ्टवेयर कंपनी के चेयरमैन राहुल पुर्णिका, जेट एयरवेज के एमडी अंकित जालान, उज्बेकिस्तान में भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रवासी भारतीय दिवस पर सम्मानित व्यवसायी अशोक तिवारी, इंदौर में रेनी सेंस यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. स्वप्निल कोठारी, जिनेवा में वैज्ञानिक डाॅ. अर्चना शर्मा जिन्हे प्रवासी भारतीय दिवस पर सम्मानित किया गया, नोएडा फिल्म सिटी के संस्थापक डाॅ. संदीप मारवाह, ब्रिटिश कंपनी स्टार पेसिफिक लिमिटेड के संस्थापक गजराज सिंह, श्याम सुंदर बजाज, सत्यम आहुजा जिन्हे किंग्स अवार्ड से महारानी यूके ने सम्मानित किया है,
आचार्य ईशान शिवानंद, विधायक महाराष्ट्र एवं सामाजिक कार्यकर्ता मेघना सकोरे,यूके के सेफ सिद्धार्थ सिंह, जापान में हिन्दी भाषा के लिये काम कर ही पूर्णिमा शर्मा, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के बी.के. बस्वराज राजऋषि, हैदराबाद से पब्लिक रिलेशन एक्सपर्ट डाॅ. अजय अग्रवाल, यूके के आध्यात्मिक गुरु आचार्य संबोध, लंदन में सोलर कंपनी के फाउण्डर एण्ड एमडी संदीप साली, कनाडा में भारतीय समुदाय के आइकन सुरेन्द्रपाल सिंह घोत्रा, मशहूर साहित्यकार और राजनेता रमेश पोखरियाल साथ ही डायबिटीज के लिये विशेष कार्य कर रहे डॉ. एस. कुमार, ग्लोबल पीस के लिये कार्य कर रहे टोनी नाडर जो कि महर्षि आयुर्वेदा के इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर है,
साथ ही अमेरिका के इन्द्रजीत शर्मा एवं शैलेन्द्र प्रसाद को ‘‘भारत गौरव’’ के अलंकरण से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सम्मान समारोह में प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, गोल्ड मेडल व शाॅल देकर प्रतिभाओं को भारत गौरव के अलंकरण से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अमेरिका में संस्कृति युवा संस्था के संरक्षक कमलेश मेहता ने स्वागत भाषण दिया और अतिथियों का स्वागत प्रदेशाध्यक्ष गौरव धामाणी, नीलम मिश्रा, पंकज हर्ष, आलोक शर्मा, संस्कृति मिश्रा ने किया। समारोह के पश्चात् पहलीबार यूनाईटेड किंगडम के प्रधानमंत्री बने ऋषि सुनक 43वां जन्म दिन लंदन की पार्लियामेंट बड़े ही धूमधाम से संस्कृति युवा संस्था द्वारा केक काटकर मनाया गया। समारोह का सफल संचालन सौम्यता मिश्रा ने किया।
टिप्पणियाँ