विजन अमृत काल भारत का 2047’ के रोडमैप की पैनल डिस्कशन शिक्षा, पर्यावरण और ई वेस्ट पर चर्चा
० योगेश भट्ट ०
नई दिल्ली : भारत इस दशक के अंत तक 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। ‘विजन अमृत काल भारत का 2047’ आयोजित जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों ने जिसमें - सरकार के मंत्रियों, पॉलिसी मेकर्स, नौकरशाहों, टेक्नोक्रेट्स, सिविल सोसाइटी, ओपीनियन मेकर्स, विषय विशेषज्ञों, विदेशी देशों के राजनायिकों, प्रौद्वोगिकीविदों, एसडीजी, पत्रकारों, और मीडिया प्रोफेशनल्स एक मंच पर थे।
नई दिल्ली : भारत इस दशक के अंत तक 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। ‘विजन अमृत काल भारत का 2047’ आयोजित जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों ने जिसमें - सरकार के मंत्रियों, पॉलिसी मेकर्स, नौकरशाहों, टेक्नोक्रेट्स, सिविल सोसाइटी, ओपीनियन मेकर्स, विषय विशेषज्ञों, विदेशी देशों के राजनायिकों, प्रौद्वोगिकीविदों, एसडीजी, पत्रकारों, और मीडिया प्रोफेशनल्स एक मंच पर थे।
कार्यक्रम का उद्घाटन श्याम जाजू (पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भाजपा) द्वारा नई दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में किया गया। प्रणब बहुआयामी मीडिया प्रोफेशनल हैं। उनके पास टेलीविजन प्रसारण मीडिया में निर्माता, निर्देशक और पत्रकार के रूप में 25 वर्षों का शानदार अनुभव है। वह हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, लंदन मेट्रोपॉलिटन यूनिविर्सिटी, बर्मिंघम सिटी यूनिवर्सिटी और दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट रहे हैं। प्रणब प्रखर विजन के अध्यक्ष और प्रधान संपादक हैं।प्रणब प्रखर ने कहा – इस डायलॉग सिरीज को इस विचार से किया ताकि विभिन्न क्षेत्रों के लोग, विशेषज्ञ, भिन्न-भिन्न विषयों पर एक मंच पर चर्चा कर सकें। ताकि विजन अमृत काल भारत का, विजन और मिशन ऑफ न्यू इंडिया विकसित विश्व भारत के क्रॉस सेक्शन में सेंचुरियन इंडिया पाथ वे के रूप में आकार ले। सरकार राजनीति, अर्थव्यवस्था, रक्षा, कृषि, जल, चिकित्सा, सामाजिक कल्याण, जीवन में आसानी के लिए प्रौद्वोगिकी,
अगली पीढ़ी की तकनीक : एआई क्वांटम 5जी, शासन की सफलता की कहानियां, क्षमता चुनौतियां और लक्ष्य, भारतीय लोकतंत्र की राजनीति और मजबूती, भारत की सॉफ्ट पॉवर्स, दुनिया के मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में भारत, विज्ञान, प्रौद्वोगिकी, चिकित्सा, फिनटेक, पर्यावरण, कृषि, कला और संस्कृति, अध्यात्म, सनातन दृष्टिकोण आदि विषयों पर व्यापक सत्र होंगे।
पैनल डिस्कशन 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की स्थिति पर था। कानून और वैद्धता का कारोबार अब भारत में आ रहा है। अंतर्राष्ट्रीय कानून फर्मों को भारत और पर्यावरण में अभ्यास करने के लिए वेलकम नोट मिला। तीन सत्रों में लगभग 12 पैनलिस्टों ने भाग लिया। इसके अलावा भारत माता की जय : डिफेंडिंग इंडिया, स्पोर्ट्स एंड मेडिकल हेल्थ ऑफ इंडिया: एसडीजी गोल्स पर एक और सत्र आयोजित किया गया। कमांडर अशोक बिजलवान (सेवानिवृत्त), एयर वाइस मार्शल ओपी तिवारी, मेजर जनरल राजन कोचर ने आगामी वर्षों में भारत की रक्षा रणनीति पर अपनी राय साझा की।
पैनल डिस्कशन 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की स्थिति पर था। कानून और वैद्धता का कारोबार अब भारत में आ रहा है। अंतर्राष्ट्रीय कानून फर्मों को भारत और पर्यावरण में अभ्यास करने के लिए वेलकम नोट मिला। तीन सत्रों में लगभग 12 पैनलिस्टों ने भाग लिया। इसके अलावा भारत माता की जय : डिफेंडिंग इंडिया, स्पोर्ट्स एंड मेडिकल हेल्थ ऑफ इंडिया: एसडीजी गोल्स पर एक और सत्र आयोजित किया गया। कमांडर अशोक बिजलवान (सेवानिवृत्त), एयर वाइस मार्शल ओपी तिवारी, मेजर जनरल राजन कोचर ने आगामी वर्षों में भारत की रक्षा रणनीति पर अपनी राय साझा की।
डॉक्टर बीपी शर्मा, डॉक्टर शैलेंद्र भदौरिया और डॉक्टर रजनीश ने कोविड के बाद भारतीय स्वास्थ्य सेवा उद्योग के विकास पर प्रकाश डाला। खेल उद्योग के सौमित्रो बोस, संदीप मिश्रा और अभिषेक दुबे ने खेल रणनीतियों और राष्ट्र को जोड़ने में खेलों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की।
टिप्पणियाँ