जनमोर्चा के संपादक शीतला सिंह नहीं रहे
० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली। भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी ने जनमोर्चा (अयोध्या) के संपादक श्री शीलता सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वे प्रतिबद्धता, संवेदनशीलता और जनसरोकारों की पत्रकारिता की सबसे प्रखर आवाज़ थे। जनमुद्दों को समर्पित उनकी पत्रकारिता समझौतों और आत्मसर्मपण से परे थी। वे मूल्यों पर आधारित पत्रकारिता के प्रतिनिधि और सचेत संपादक थे।
नयी दिल्ली। भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी ने जनमोर्चा (अयोध्या) के संपादक श्री शीलता सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वे प्रतिबद्धता, संवेदनशीलता और जनसरोकारों की पत्रकारिता की सबसे प्रखर आवाज़ थे। जनमुद्दों को समर्पित उनकी पत्रकारिता समझौतों और आत्मसर्मपण से परे थी। वे मूल्यों पर आधारित पत्रकारिता के प्रतिनिधि और सचेत संपादक थे।
बहुत छोटे शहर में बैठकर भी उन्होंने बड़ी लकीर खी़ची। प्रो.द्विवेदी ने कहा कि ऐसे समय में जब संपादक नाम की संस्था को अप्रासंगिक बनाने के प्रयास हो रहे हैं, श्री शीतला सिंह एक आशादीप की तरह थे। उनके निधन से उपजे शून्य को भर पाना आसान नहीं होगा। भारतीय प्रेस परिषद के सदस्य के रूप में भी उनकी सेवाएं स्मरणीय रहेंगी।
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