मोबाइल चोरों के लिए किसी आफत से कम नहीं , संचार साथी पोर्टल.
० आंनद चौधरी ०
संचार साथी पोर्टल पर दिए गए आंकड़ों से पता चलता है कि इसके जरिये गुम हुए फोन की शिकायत पर अबतक 4,79,515 मोबाइल फोन ब्लॉक किए जा चुके हैं। और अब तक 8,596 मोबाइल फोन बरामद किया जा चुका है।
नई दिल्ली। रेल एवं संचार मंत्री अश्वनी कुमार वैष्णव ने रेल भवन स्थित सम्मेलन कक्ष में संचार साथी पोर्टल लॉन्च किया। इस पोर्टल के माध्यम से आप तुरंत अपने फोन को ब्लॉक अथवा अनब्लॉक कर सकते हैं। इस पोर्टल के इस्तेमाल से चोरी की मोबाइल फोन को चलाना अब आसान नहीं रहने वाला? संचार साथी पोर्टल पर अब गुमशुदा या चोरी हुए मोबाइल की शिकायत की जा सकती है। और उसे ट्रैक भी किया जा सकता है। ब्लॉक होने के बाद उस मोबाइल फोन को इस्तेमाल नहीं किया जा सकता क्योंकि सभी मोबाइल ऑपरेटर के पास गुमशुदा मोबाइल की जानकारी पहुंच चुकी होगी।
गुमशुदा मोबाइल फोन के मिलने पर, इस पोर्टल पर जाकर पुनः चालू किया जा सकेगा। संचार साथी पोर्टल पर जाकर कोई भी व्यक्ति यह जान सकता है कि उसके नाम या उसकी आईडी से कुल कितने सिम कार्ड जारी हुए हैं। संचार साथी पोर्टल कैसे होगा फायदेमंद? मोबाइल फोन के खोने या चोरी होने पर कोई भी परेशान हो जाता है। सबसे बड़ी समस्या उसे ब्लॉक और ट्रैक करने की होती है। अब इस पोर्टल से ये आसान हो जाएगा। संचार साथी पोर्टल में CEIR (केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर) को इंटिग्रेट कर दिया गया है।
नई दिल्ली। रेल एवं संचार मंत्री अश्वनी कुमार वैष्णव ने रेल भवन स्थित सम्मेलन कक्ष में संचार साथी पोर्टल लॉन्च किया। इस पोर्टल के माध्यम से आप तुरंत अपने फोन को ब्लॉक अथवा अनब्लॉक कर सकते हैं। इस पोर्टल के इस्तेमाल से चोरी की मोबाइल फोन को चलाना अब आसान नहीं रहने वाला? संचार साथी पोर्टल पर अब गुमशुदा या चोरी हुए मोबाइल की शिकायत की जा सकती है। और उसे ट्रैक भी किया जा सकता है। ब्लॉक होने के बाद उस मोबाइल फोन को इस्तेमाल नहीं किया जा सकता क्योंकि सभी मोबाइल ऑपरेटर के पास गुमशुदा मोबाइल की जानकारी पहुंच चुकी होगी।
गुमशुदा मोबाइल फोन के मिलने पर, इस पोर्टल पर जाकर पुनः चालू किया जा सकेगा। संचार साथी पोर्टल पर जाकर कोई भी व्यक्ति यह जान सकता है कि उसके नाम या उसकी आईडी से कुल कितने सिम कार्ड जारी हुए हैं। संचार साथी पोर्टल कैसे होगा फायदेमंद? मोबाइल फोन के खोने या चोरी होने पर कोई भी परेशान हो जाता है। सबसे बड़ी समस्या उसे ब्लॉक और ट्रैक करने की होती है। अब इस पोर्टल से ये आसान हो जाएगा। संचार साथी पोर्टल में CEIR (केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर) को इंटिग्रेट कर दिया गया है।
इस पहले रिफॉर्म के जरिए न सिर्फ फोन को ब्लॉक किया जा सकेगा, बल्कि उसमें मौजूद डाटा को भी सुरक्षित रखा जा सकेगा। अभी तक सिम ब्लॉक करने का ऑप्शन मौजूद था, मगर अब फोन ब्लॉक करने का भी ऑप्शन मिलेगा। कई बार ऐसा होता है कि किसी के नाम पर कोई और सिम खरीद लेता है। संचार साथी के जरिए ऐसे फ्रॉर्ड पर रोक लगाई जाएगी। संचार साथी का दूसरा रिफॉर्म Know Your Mobile है। इसके माध्यम से ये पता लगाया जा सकेगा कि किसी के नाम पर कितने सिम कार्ड दर्ज हैं। इन सिम कार्ड को लेने के लिए किन डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल किया गया है। इन सिम कार्ड्स की जानकारी तो मिलेगी ही, साथ ही साथ इन्हें बंद करवाने का ऑप्शन भी मिलेगा।
संचार साथी के तहत तीसरा रिफॉर्म ‘अस्त्र’ है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए फर्जीवाड़े का पता लगाया जा सकता है।अभी तक ‘अस्त्र’ के माध्यम से 40 लाख फर्जी कनेक्शन उजागर हुए हैं। इसमें से 36 लाख कनेक्शन को ब्लॉक करवा दिया गया है। व्हाट्सएप को लेकर भी काम चल रहा है। जितने भी नंबर फर्जी होंगे, उनके व्हाट्सएप अकाउंट को भी बंद कर दिया जाएगा। इसके लिए व्हाट्सएप का मैनेजमेंट राजी हो चुका है और इस पर काम चल रहा है। ऐसा संचार मंत्री ने बताया।
संचार साथी के तहत तीसरा रिफॉर्म ‘अस्त्र’ है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए फर्जीवाड़े का पता लगाया जा सकता है।अभी तक ‘अस्त्र’ के माध्यम से 40 लाख फर्जी कनेक्शन उजागर हुए हैं। इसमें से 36 लाख कनेक्शन को ब्लॉक करवा दिया गया है। व्हाट्सएप को लेकर भी काम चल रहा है। जितने भी नंबर फर्जी होंगे, उनके व्हाट्सएप अकाउंट को भी बंद कर दिया जाएगा। इसके लिए व्हाट्सएप का मैनेजमेंट राजी हो चुका है और इस पर काम चल रहा है। ऐसा संचार मंत्री ने बताया।
टिप्पणियाँ