सद्भावना दिवस पर सावित्री बाई फुले आइडल साहित्यिक अवार्ड
० संवाददाता द्वारा ०
आगरा, ऐतिहासिक नगरी आगरा में आयोजित "शिक्षा, साहित्य एवं कला में वित्तीय साक्षरता का महत्व एवं चुनौतियां" विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन मुख्य अतिथि बेबी रानी मौर्या, कैबिनेट मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार एवं पूर्व राज्यपाल उत्तराखंड के कर कमलों द्वारा हुआ। कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्या ने वित्तीय साक्षरता के महत्व के क्रम में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने एवं स्वयं अपने बलबूते आय अर्जन करने हेतु प्रोत्साहित किया।
आगरा, ऐतिहासिक नगरी आगरा में आयोजित "शिक्षा, साहित्य एवं कला में वित्तीय साक्षरता का महत्व एवं चुनौतियां" विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन मुख्य अतिथि बेबी रानी मौर्या, कैबिनेट मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार एवं पूर्व राज्यपाल उत्तराखंड के कर कमलों द्वारा हुआ। कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्या ने वित्तीय साक्षरता के महत्व के क्रम में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने एवं स्वयं अपने बलबूते आय अर्जन करने हेतु प्रोत्साहित किया।
सद्भावना दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि एवं सहअतिथियों द्वारा शिक्षा, साहित्य, कला एवं समाज सेवा में विशिष्ट योगदान हेतु विभिन्न विभूतियों को सम्मानित किया गया। गाजियाबाद के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव 'शिखर' को साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु "सावित्री बाई फुले आइडल साहित्यिक अवार्ड" से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार शिक्षा के क्षेत्र में एकलव्य टीचर्स अवार्ड, महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में किरण सुपर आयरन लेडी ग्लोबल अचीवर्स अवार्ड तथा समाज सेवा के क्षेत्र में डॉक्टर बी. आर. अंबेडकर नेशनल आगरा रन अवार्ड से विभिन्न विभूतियों को सम्मानित किया गया।
विभिन्न विद्वानों ने "शिक्षा, साहित्य एवं कला में वित्तीय साक्षरता के महत्व एवं चुनौतियां" विषय पर अपने-अपने विचार रखे, जिसमें प्रमुख रूप से बतौर विशिष्ट अतिथि महेश चंद्र, उपसचिव गृह मंत्रालय (भारत सरकार), लक्ष्मी चंद्र गौतम, अवर सचिव, बाल विकास एवं महिला विकास मंत्रालय (भारत सरकार), राजेंद्र सिंह सिद्धू, अवर सचिव, गृह मंत्रालय (भारत सरकार), आर के मेहरा, सचिव, लोक निर्माण विभाग (मध्य प्रदेश शासन) भोपाल, डॉ संदीप कुलश्रेष्ठ विभागाध्यक्ष, ला, एसआरएम यूनिवर्सिटी सोनीपत, डॉ एन शांति कोकिला, एबीबीएस महिला महाविद्यालय बेंगलुरु, कपूर चंद पूर्व न्यायाधीश, आगराएवं डॉक्टर बीपी अशोक (आईपीएस) पुलिस अधीक्षक, एएमएफआई के एडवाइजर सूर्यकांत शर्मा के विचारों से सेमिनार के प्रतिभागी लाभान्वित हुए। वक्ताओं ने जन-जन तक शिक्षा को पहुंचाने के भगीरथ प्रयास हेतु भारत रत्न डॉ. बी आर अंबेडकर के योगदान को सराहा। सेमिनार के क्रम में दो साहित्यिक पुस्तकों "संगम शब्दों का" तथा "भारत माता का आंचल" का विमोचन भी संपन्न हुआ। इस राष्ट्रीय सेमिनार में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश कुल 18 राज्यों से अधिक प्रतिभागीयों नेआयोजक संस्था गोपाल किरण समाजसेवी संस्था ग्वालियर (मध्य प्रदेश) के अध्यक्ष श्रीप्रकाश निमराजे एवं संस्था के राष्ट्रीय शिक्षक प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजिका सुनीता श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों एवं मुख्य अतिथि का सारस्वत सम्मान किया। सिद्धार्थ उच्चतर माध्यमिक विद्याआगरा के बच्चों ने अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत एवं नृत्य की प्रस्तुति की। राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत गीतों पर बच्चों ने एक से बढ़कर एक नृत्य प्रस्तुत की। साथ ही रवींद्र कुमार रतन ,(से.नि.बैंक),स्वतंत्र लेखन ,हिन्दी,बज्जिका के वरिष्ठ कवि,साहित्यकार, सहदैई बुजुर्ग,हाजीपुर,बिहार ने भी गाने की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम के उद्देश्यों व संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश श्रीप्रकाश सिंह निमराजे ने डालते हुए कार्यक्रम की भूमिका को रेखांकित किया गया। श्रीमती सुनिता श्रीवास्तव जी ने शिक्षक प्रकोष्ठ के द्वारा किये जा रहे प्रयासो को रखा। संजय अग्रवाल,सीमा श्रीवास्तव,डॉ. दिलीप कटारे, सहायक प्राध्यापक, डॉ. अनुभा सिंह, विभागाध्यक्ष वीरांगना झलकारी बाई महाविद्यालय,डॉ. गोरख बनसोडे, सातारा महाराष्ट्र ,डॉ. हणमंत सोहनी मुरगूड कोल्हापूर, महाराष्ट्र,डॉक्टर शहाबुद्दीन नियाज़ मुहम्मद शेख,डॉ. मुक्ता कान्हा कौशिक,दीनबंधु आर्य,डॉ. मुक्ता कौशिक,सहायक प्राध्यापक,उपमा आर्य लखनऊ,मीना रवि,ताहूजा नाज,सुशीला जांगड,रविंद्र कुमार रतन,
कमलेश संजीदा,अनूप सिंह(प्रबंधक),दीनबंधु आर्य ,लख़नऊ, आदि ने अपने विचार रखे। संस्था की ओर से कार्यक्रम को सफल बनाने में चौधरी राम गोपाल,अकबर अली,रघुवीर सिंह गाड़ेगांवलिया,स्थानीय कार्यक्रम संयोजक बच्चू सिंह एवं महिला प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक अर्चना रानी ,रमेश चंद्रा,सहित संस्था के सभी पदाधिकारियों का विशेष योगदान रहा। 170 लोगो को इस अवसर पर सम्मानित किया गया।
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