जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2024 आमेर,जयपुर में 1 से 5 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा|

० आशा पटेल ० 
जयपुर । जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2024 एक बार फिर विचारों और चर्चाओं का ये मंच हर साल देश और दुनिया के श्रेष्ठ वक्ताओं को विविध विषयों पर अपने विचार व्यक्त करने के लिए आमंत्रित करता है|
वर्ष 2024 में इस फेस्टिवल के 17 साल पूरे होने जा रहे हैं| टीमवर्क आर्ट्स ने सबसे बड़े साहित्यिक शो के 17वें संस्करण की तारीखों की घोषणा कर दी है| ये फेस्टिवल 2024 में आमेर, जयपुर में 1 से 5 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा|
2024 में विविध भारतीय भाषाएं वैश्विक मंच पर अपनी कहानी, अपनी संस्कृति को बयां करेंगी| फेस्टिवल में असमी, हिन्दी, कन्नड़, कश्मीरी, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, उर्दू सहित कई अन्य भाषाओँ की उपस्थिति रहेगी| साहित्य आज विविधता को अपनाकर, उभरते माध्यमों के अनुरूप खुद को ढालते हुए, गंभीर सामाजिक मुद्दों पर बात कर रहा है| आधुनिक साहित्य प्राचीनता और नवीनता के मध्य एक पुल बना रहा है| जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में आमंत्रित वक्ता समकालीन समाज की जटिलताओं और चुनौतियों पर अपने विचार रखेंगे| 
हर साल की तरह, इस साल भी फेस्टिवल अपने मूल आदर्श के प्रति दृढ़ है: एक ऐसा लोकतान्त्रिक मंच प्रस्तुत करना, जहाँ हर कोई अपनी बात रखने के लिए स्वतंत्र हो| पांच दिवसीय इस फेस्टिवल में, 4 वेन्यु पर, 300 से अधिक वक्ता अपने विचार व्यक्त करेंगे| 25 वक्ताओं की लिस्ट जारी की गई, जिसमें शामिल हैं भारतीय लेखक, स्तंभकार, स्क्रीनराइटर, टेलीविजन पर्सनेलिटी, कार्टूनिस्ट और मोटिवेशनल स्पीकर आनंद नीलकंठन; पुरस्कृत ब्रिटिश पत्रकार औरसुपीरियर: द रिटर्न ऑफ़ रेस साइंस सहित चार किताबों की लेखिका एंजेला सैनी; 
साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित असमी लेखिका और पत्रकार अनुराधा शर्मा पुजारी; तमिल और मलयाली भाषाओँ के जाने-माने लेखक और साहित्य समीक्षक बी. जयमोहन;ब्रिटिश समीक्षक, स्तंभकार औरद रिसेंट कोल्दित्ज़: प्रिज्नर ऑफ़ द कासल के लेखक बेन ममाकिन्त्रे; प्रमुख भारतीय कला इतिहासकार, अकादमिक और लेखक बी.एन. गोस्वामी; पुरस्कृत लेखक और अकादमिक ब्रायन ए. कात्लोस; पुरस्कृत नाटककार, लेखिका और ब्रॉडवे एक्ट्रेस कैथरीन एन जोन्स; पुरस्कृत ऑस्ट्रेलियाई इतिहासकार, लेखिका, ब्रॉडकास्टर एंड पब्लिक कमेंटेटर क्लेयर राइट; जाने-माने यात्रा लेखक और उपन्यासकार कोलिन थुब्रों; नेशनल म्यूजियम ऑफ़ एशियन आर्ट, 

साउथ एशिया की क्यूरेटर डेबरा डायमंड;क्वाटरलाइफ की नवोदित उपन्यासकार देविका रेगे; द हीट विल किल यू फर्स्ट के कामयाब अमेरिकी लेखक जेरी ब्रोटन; कश्मीर में जन्मी, न्यू यॉर्क में रहने वाली लेखिका और अनुवादक कल्पना रैना; पुरस्कृत किताब पोम्पेइ की लेखिका मैरी बियर्ड; चित्तकोबरा, काठगुलाब और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित उपन्यास मिलजुल मन की लेखिका मृदुला गर्ग; आर्ची कॉमिक्स पब्लिकेशन की को-फाउंडर और को-सीईओ नैंसी सिल्बेर्केल्ट; 

द विल्डिंग्स सहित तीन पुरस्कृत उपन्यासों की लेखिका नीलांजना एस. रॉय;पुरस्कृत पत्रकार और इंटरनेशनल बेस्टसेलर्स से नथिंग, एम्पायर ऑफ़ पेन, एंड रोगुएसके लेखक पैट्रिक रेडन कीफ; भारतीय पत्रकार और उपन्यासकार राज कमल झा;47 मानक डॉक्टरेट प्राप्तकर्ता और पद्मश्री, पद्मभूषण व पद्मविभूषण से सम्मानित आर.ए. माशेलकर; द केस फॉर नेचर के लेखकसिद्धार्थ श्रीकांत;उड़ीसा हाईकोर्ट के भूतपूर्व चीफ़ जस्टिस और पंजाब व हरियाणा और दिल्ली हाईकोर्ट के जज एस. मुरलीधर; पुरस्कृत इतिहासकार, अनुवादक और ब्रॉडकास्टर टॉम हॉलैंड|

लेखिका, प्रकाशक और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की को-डायरेक्टर नमिता गोखले ने कहा,“जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का 2024 संस्करण दुनिया भर के पाठकों के लिए विचारों, किताबों और लेखकोंकी एक प्रत्यक्ष लाइब्रेरी होगा| कल्पना और तथ्य, काव्य और संगीत, बहस और चर्चाएँ आपके स्वागत के लिए तैयार हैं, साथ ही विविध क्षेत्रों से आए वक्ता और कलाकार भी| प्राचीनता और नवीनता को साथ में लिए ये एक अद्भुत संस्करण होगा|”

टीमवर्क आर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर, और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के प्रोडूसर, संजॉय के. रॉय ने कहा, “जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 17वें संस्करण का फोकस इंडियन लिटरेचर और भाषाओँ के वैविध्य पर रहेगा| कई जाने-माने लेखक इस संस्करण का हिस्सा बनेंगे, जैसे साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लेखिका मृदुला गर्ग; प्रमुख असमी लेखिका अनुराधा शर्मा पुजारी; तमिल और मलयालम के लेखक बी. जयमोहन; मशहूर लेखक आनंद नीलकंठन और कल्पना रैना|

 इंटरनेशनल लेखकों में पुरस्कृत इतिहासकार मैरी बियर्ड, यात्रा लेखक कोलिन थुब्रों और अनुवादक टॉम हॉलैंड फेस्टिवल में अपने विचार व्यक्त करेंगे|” फेस्टिवल की B2B इकाई, जयपुर बुकमार्क (जेबीएम) का भी ये 10वां साल है| जेबीएम लेखकों, प्रकाशकों, लिटरेरी एजेंट और प्रकाशन क्षेत्र के विशेषज्ञों का एक ग्लोबल हब है, जहाँ इंडस्ट्री के लोग मिलकर नई राहों की तलाश करते हैं| ये एक अनूठा मंच हैं जहाँ विविध द्वीपों, देशों के लोग मिलकर अपने ‘वर्क कल्चर’ को साझा करते हुए, नई तकनीकों और नई संभावनाओं पर बात करते हैं|

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल साहित्य के साथ ही संस्कृति, संगीत और विरासत के दरवाजे भी खोलता है, जहाँ फेस्टिवल के समानांतर ही जयपुर म्यूजिक स्टेज का आयोजन किया जाता है| फेस्टिवल के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ज़रूरी है, श्रोता फेस्टिवल की वेबसाइट से रजिस्टर कर सकते हैं|फेस्टिवल का प्रवेश शुल्क 200 रुपये प्रतिदिन है|फेस्टिवल के एक्सक्लूसिव अनुभव के लिए श्रोता फ्रेंड्स ऑफ़ फेस्टिवल (डेलीगेट) पैकेज खरीद सकते हैं, जिसके तहत आप फेस्टिवल के वक्ताओं के साथ फेस्टिवल लाउन्ज शेयर कर सकते हैं और जयपुर म्यूजिक स्टेज और हैरिटेज इवनिंग का भी लुत्फ़ ले सकते हैं|

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