प्रथम संस्कृत ओलम्पियाड् प्रतियोगिता परिणाम की घोषणा
० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली - इस प्रतियोगिता में मानवी ,श्रीमद् दयानन्द कन्या गुरुकुल, चोटी पुरा ,उत्तर प्रदेश,मोहित सिंह अधिकारी,जीआईसी ,गंगानगर ,मोतियापथार ,अल्मोड़ा ,उत्तरा खण्ड ,तथा सलोनी सुनील गौतम ,श्रीमद् दयानन्द कन्या गुरुकुल ,चोटीपुरा को समूची प्रतियोगिता में क्रमशः प्रथम , द्वितीय तथा तृतीय विजेताओं के रूप में घोषणा की गयी । इसके अतिरिक्त विविध श्रेणियों के अन्तर्गत प्रतिभागियों के प्रथम , द्वितीय तथा तृतीय स्थान छात्र छात्राओं के नाम की भी घोषणा हुई जिनमें त्रिपुरा, उड़ीसा ,राजस्थान आदि राज्यों के प्रतिभागियों ने भाग लेकर पुरस्कार के लिए अपना स्थान सुरक्षित किया और संस्कृत को तकनीक के माध्यम से अपने ज्ञान गंगा को प्रभावित किया ।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय , दिल्ली के केवल भारत में ही ,बल्कि समग्र विश्व में सर्वप्रथम बार सीएसयू द्वारा आयोजित संस्कृत औनलाइन ओलम्पियाड् (गेम) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इस उत्साहवर्धक प्रतियोगिता से संस्कृत विश्व अनुरागियों विशेष कर भारत के संस्कृत छात्र छात्राओं ने इसमें बहुत ही बढ चढ कर भाग लिया ।
सभी विजेताओं को अपने तथा अपने सीएसयू परिवार की ओर से हार्दिक बधाई देते उन प्रतिभागियों को भी धन्यवाद ज्ञापित जिन्होंने इसमें सक्रिय भाग ले कर इसकी तथा संस्कृत के यश की श्रीवृद्धि की । साथ ही साथ इसके आयोजकों तथा संस्कृत के लिए समर्पित लिटिल ग्रुप के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
कुलपति प्रो वरखेड़ी ने कहा कि इसमें छात्र छात्राओं की ऐसी मनभावन सहभागिता संस्कृत की जागृति का ज्वलन्त प्रमाण माना जाना चाहिए । इस व्यापक प्रतियोगिता के आयोजन पर प्रो बनमाली बिश्बाल,डीन ,अकादमी तथा छात्र कल्याण ने भी प्रसन्नता जताया है और प्रो मधुकेश्वर भट्ट ,
सभी विजेताओं को अपने तथा अपने सीएसयू परिवार की ओर से हार्दिक बधाई देते उन प्रतिभागियों को भी धन्यवाद ज्ञापित जिन्होंने इसमें सक्रिय भाग ले कर इसकी तथा संस्कृत के यश की श्रीवृद्धि की । साथ ही साथ इसके आयोजकों तथा संस्कृत के लिए समर्पित लिटिल ग्रुप के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
कुलपति प्रो वरखेड़ी ने कहा कि इसमें छात्र छात्राओं की ऐसी मनभावन सहभागिता संस्कृत की जागृति का ज्वलन्त प्रमाण माना जाना चाहिए । इस व्यापक प्रतियोगिता के आयोजन पर प्रो बनमाली बिश्बाल,डीन ,अकादमी तथा छात्र कल्याण ने भी प्रसन्नता जताया है और प्रो मधुकेश्वर भट्ट ,
निदेशक कार्यक्रम ने भी कहा है कि ऐसी प्रतियोगिता के आयोजन से संस्कृत के छात्र जहां टेक्नो फ्रेंडली बन सकेंगे , वहीं उनका संस्कृत भाषा तथा इसके साहित्य की नींव भी मजबूत होगी । प्रतियोगिता के आयोजन से मुख्यतया जुड़े प्रो कुलदीप शर्मा ,सीएसयू , जयपुर परिसर तथा डा अमृता कौर ने आयोजन की सफलता पर तोष जताया है
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