खुशियां कितनी लाई दीवाली
० नेहा ०
देखो देखो आई दीवाली ,
खुशियां कितनी लाई दीवाली ।
छोड़ो ईर्षा , छोड़ो तकरार ,
दिल मे रखो बस प्यार प्यार।
दीपक का है पर्व ये
देखो देखो आई दीवाली ,
खुशियां कितनी लाई दीवाली ।
छोड़ो ईर्षा , छोड़ो तकरार ,
दिल मे रखो बस प्यार प्यार।
दीपक का है पर्व ये
श्री राम की जीत का निष्कर्ष है ये।
मिठाइयां हमे है बहुत है खानी,
सभी परेशानियों को है भगानी।
बस कर लो तुम इतना उपकार
पटाखे जलाना थोड़ा कम इस बार ,
पटाखे जलाना थोड़ा कम इस बार ,
नहीं तो हो जाएगा जीना दुश्वार।।
नयी दिल्ली ।
० कक्षा 8 एफ
बिंदापुर कन्या विद्यालयनयी दिल्ली ।
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