मणिपाल विवि के दीक्षान्त समारोह में राज्यपाल ने 2166 विद्यार्थियों को डिग्री व 58 को स्वर्ण पदक दिए
जयपुर। मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर में 10वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राजस्थान के राज्यपाल मिश्र ने 2022-2023 बैच के कुल 2166 स्नातकों को डिग्री से सम्मानित किया । दीक्षांत समारोह में इंजीनियरिंग, प्रबंधन, वाणिज्य, मानविकी, पत्रकारिता एवं जनसंचार और कई अन्य अकादमिक क्षेत्रों के 1770 स्नातक, 396 स्नातकोत्तर और पीएचडी छात्रों ने मुख्य अतिथि के हाथों डिग्री ली। इसके साथ ही राज्यपाल ने 58 मेधावी छात्र - छात्राओं को स्वर्ण पदक से नवाजा।
प्रो प्रेसिडेंट डॉ. जवाहर मल जांगिड़ अपने भाषण में इस समारोह में आये मुख्य अथिति, सभी विद्यार्थीयों, अभिभावकों और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और कहा की, आप की उपस्थिति विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय है। छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा की आपने जो शिक्षा और ज्ञान इस विश्वविद्यालय से अर्जित किया है, उस से आप एक बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगे और समाज में आनेवाले हर एक चुनौतियों का समाधान करेंगे।
खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपना उत्कृष्ट योगदान देने वाले इस विश्वविद्यालय के 9 होनहार विद्यार्थीयों को मानपत्र के साथ लगभग 15 लाख रूपये पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत अकादमिक पद संचालन के साथ हुआ, जिसमे राज्यपाल के साथ मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के प्रेसिडेंट प्रो. जी. के. प्रभु, प्रो-प्रेसिडेंट प्रो. जवाहर मल जांगीड़, कुलसचिव प्रो. नीतू भटनागर, समस्त संकाय अध्यक्ष, निदेशक एवं परीक्षा नियंत्रक प्रो. दासरी नागराजु शामिल थे।विश्वविदयालय के प्रेसिडेंट प्रो. गोपाल कृष्ण प्रभु ने विगत वर्षों में विश्वविदयालय द्वारा हासिल की गई महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और कहा कि विश्वविद्यालय अपने स्थापना से अभी तक निरन्तर विकास के राह पर अग्रसर है। इस के साथ उन्होंने समारोह में उपस्थित मुख्य अतिथि, सम्मानित शिक्षाविद्, विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर, शिक्षा के क्षेत्र में नये मुकाम हासिल करते हुए समाज और राष्ट्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान देने हेतु संकल्पबद्ध है।
समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल कलराज मिश्र ने सभी स्नातक विद्यार्थियों को उनकी कड़ी मेहनत और लगन से प्राप्त करने वाले उपाधियों के लिए हार्दिक बधाई दी। छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि, शिक्षा और सीखने की प्रक्रिया सतत चलती रहनी चाहिए। क्यों की शिक्षा एवं ज्ञान का कोई अन्त नहीं है। शिक्षा वही सार्थक है जो व्यक्तित्व और चरित्र का निर्माण करे और मनुष्य बनने में सहयोग करे, अपने ज्ञान और कौशल के जरिये समाज और देश की उन्नति में अपना अमूल्य योगदान दें।
शिक्षा के प्रचार प्रसार में मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के योगदान की सराहना की और कहा कि यह विश्वविद्यालय विद्यार्थीयों के समग्र विकास की दीशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होने विश्वविद्यालय द्वारा नवाचार, शोध और आर्थिक आत्मनिर्भरता से जुड़ी व्यवसायिक शिक्षा प्रदान करने की प्रयास को सराहा और विश्वविद्यालय प्रबंधन की प्रशंसा करते हुए हार्दिक बधाई दी।
प्रो प्रेसिडेंट डॉ. जवाहर मल जांगिड़ अपने भाषण में इस समारोह में आये मुख्य अथिति, सभी विद्यार्थीयों, अभिभावकों और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और कहा की, आप की उपस्थिति विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय है। छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा की आपने जो शिक्षा और ज्ञान इस विश्वविद्यालय से अर्जित किया है, उस से आप एक बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगे और समाज में आनेवाले हर एक चुनौतियों का समाधान करेंगे।
मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के कुलसचिव डॉ.नीतू भटनागर ने कार्यक्रम में सम्मिलित हुए राज्यपाल, उनके कार्यालय के प्रधान सचिव सुबीर कुमार, अन्य सम्मानित अतिथि गण, अभिभावक गण, शिक्षक गण, विश्वविद्यालय प्रबन्धन, समस्त कर्मचारी एवं उपाधि से सम्मानित सभी विद्यार्थीयों को धन्यवाद ज्ञापित किया एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की ।
टिप्पणियाँ