मणिपाल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल देंगे 2166 छात्रों को डिग्री

० आशा पटेल ० 
जयपुर। मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर के 10 वें दीक्षांत समारोह 2 दिसंबर को आयोजित किया जा रहा है । इसमें यूनिवर्सिटी के विभिन्न संकायों मे अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके 2166 छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी | राजस्थान के राज्यपाल मिश्र मुख्य अतिथि होंगे। एमयूजे के प्रेसिडेंट, डॉ. जी.के प्रभु ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। डॉ. प्रभु ने बताया कि प्रत्येक विभाग के एकेडमिक टॉपर्स को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा। कुल मिलाकर इस वर्ष 58 गोल्ड मेडल विजेता हैं।

रजिस्ट्रार, एमयूजे, डॉ. नीतू भटनागर ने बताया कि ग्रेजुएट हो रहे 2166 छात्रों में से, 1770 अंडर ग्रेजुएट श्रेणी के हैं और 396 पोस्ट ग्रेजुएट व पीएचडी स्टूडेंट्स को डिग्री से नवाजा जाएगा । यही नहीं समारोह के दौरान राज्यपाल मिश्र द्वारा 58 स्टूडेंट्स को गोल्ड मैडल प्रदान करके सम्मानित किया जाएगा। इनमे सर्वाधिक 18 स्टूडेंट फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के हैं । इनके अलावा फैकल्टी ऑफ डिजाइन के 7 , फैकल्टी ऑफ लॉ के 4 और फैकल्टी ऑफ साइन्सेज के 12 और फैकल्टी ऑफ मैनजमेंट के 7 स्टूडेंट्स शामिल हैं ।

इसके अतिरिक्त, लगभग 10 छात्र जिन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और अपनी उपलब्धियों से न केवल विश्वविद्यालय बल्कि देश का नाम रोशन किया है, उन्हें भी सम्मानित किया जाएगा। रजिस्ट्रार डॉ नीतू भटनागर ने बताया कि वर्ष 2011 में शुरू हुई मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर मे वर्तमान में विभिन्न कोर्सेज के 14 स्कूलों के अंतर्गत 33 डिपार्टमेंट संचालित किये जा रहे हैं । इनके 75 ऐकडेमिक प्रोग्राम्स मे अभी 14 हजार 500 से अधिक स्टूडेंट्स अध्यानरत हैं । 

यूनिवर्सिटी से अब तक 12 हजार से अधिक स्टूडेंट्स पास आउट हो चुके हैं , जो देश-विदेश मे अच्छे मुकाम पर कार्य करते हुए यूनिवर्सिटी का नाम रोशन कर रहे हैं । इस दौरान विश्वविद्यालय की NAAC A+ मान्यता, टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) इम्पैक्ट रैंकिंग 2023 (वर्ल्ड) जैसी अन्य उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उर्दू अकादमी दिल्ली के उर्दू साक्षरता केंद्रों की बहाली के लिए आभार

राजा बहिरवाणी बने सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया दुबई चैप्टर के अध्यक्ष

डंडिया जी की कलम में है सच को सच कहने की हिम्मत : कटारिया

वाणी का डिक्टेटर – कबीर