पुस्तक "मैं हूं चौकीदार" का लोकार्पण

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली - डॉ. चंद्रभानु का रचना संसार व्यंग्य विधा की अद्भुत मिसाल है। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के हरिशंकर परसाई सम्मान से सम्मानित चंद्र भानु शर्मा ने अनेकों पुस्तकों की रचना की है। जिनमें वर्तमान राजनीतिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, आर्थिक विषयों पर उनकी लेखनी की तेज धार ने निष्पक्ष व्यंग्य लेखन किया है। व्यंग्य पुस्तक मैं हूं चौकीदार का लोकार्पण स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में डॉ. दयानंद वत्स भारतीय, विनोद कुमार बब्बर, सर्वेश शर्मा, हीरालाल बाल्यान, ओमप्रकाश सपरा, राकेश शर्मा, बृजेश शर्मा के सान्निध्य में मुख्य अतिथि पश्चिमी दिल्ली से लोकसभा सांसद प्रवेश साहिब सिंह और समारोह की अध्यक्षता कर रहे पत्रकार पद्मश्री राम बहादुर राय ने अपने कर कमलों द्वारा किया।
 दयानंद वत्स भारतीय ने मुख्य अतिथि सांसद प्रवेश साहिब सिंह का शाल, श्रीफल और पुष्प भेंट कर स्वागत किया।  सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि पुस्तक के लेखक डॉ.चंद्र भानु शर्मा उनके पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में विकासपुरी के निवासी हैं।
पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में बड़ी संख्या में साहित्यकार, लेखक, बुद्धिजीवी शिक्षाविद् निवास करते हैं।  प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि जब वह अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा कर रहे थे उसी समय उनकी भेंट डॉ.शर्मा से हुई थी तब उन्होंने उन्हें बताया था कि इन दिनों वे मैं हूं चौकीदार नाम से पुस्तक लिख रहे हैं। 

तब मैंने उनसे कहा था कि जब यह पुस्तक छप जाएगी तो मैं स्वयं इसका लोकार्पण करुंगा। आज मेरी खुशी दोगुनी हो गई है। लेखक ने अपनी पुस्तक मैं हूं चौकीदार में जो व्यंग्य लिखा है वह पाठक को चुभता नहीं बल्कि गुदगुदाता है। यही इस रचना की खूबसूरती है। लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता कर रहे पत्रकार राम बहादुर राय ने डॉ.चंद्र भानु शर्मा की पुस्तक मैं हूं चौकीदार के बारे में बोलते हुए कहा कि व्यंग्य लेखन आसान काम नहीं है। 

शर्मा ने पिछले पांच सालों में जो कुछ देखा और अनुभव किया उसे बहुत ही बारीकी से अपनी कलम से उकेरा और व्यंग्य की एक नई विधा को जन्म दे दिया। आज के समय में जब कोई भी आदमी अपने बारे में विपरीत कुछ भी नहीं सुनना चाहता है ऐसे समय में शर्मा ने अपनी अद्भुत व्यंग्य प्रतिभा का परिचय देते हुए बिना किसी दबाव के सभी के बारे में निष्पक्ष होकर लिखा है। समारोह का संचालन हिंदुस्तान समाचार के संपादक जितेन्द्र तिवारी ने किया। 

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