खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी : खादी देश की पहचान बन गई है : रामदास शर्मा
० आशा पटेल ०
दरअसल खादी ही मेक इन इंडिया की पहली पहचान है। खादी अब युवाओं को रास आ रही है और देश के साथ विदेशों में भी लोकप्रियता बटोर रही है। उन्होंने कहा इन प्रदर्शनियों से न केवल उत्पादकों को बाजार मिलता है, वहीं उपभोक्ताओं को भी अच्छे उत्पाद के चयन में आसानी होती है।
जयपुर। रामदासजी शर्मा, पूर्व सदस्य खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने कहा कि खादी देश की पहचान है। युवावर्ग खादी को अपनाकर देश में सुखद बदलाव ला सकता है। रामदासजी शर्मा ने बजाज नगर में राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ, जयपुर द्वारा लगाई खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी 2023-24 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि खादी हानिकारक रसायन रहित और पर्यावरण हितैषी वस्त्र है। साथ ही खादी आत्मनिर्भर भारत की और एक बढ़ता कदम भी है।
उन्होंने कहा कि दरअसल खादी ही मेक इन इंडिया की पहली पहचान है। खादी अब युवाओं को रास आ रही है और देश के साथ विदेशों में भी लोकप्रियता बटोर रही है। उन्होंने कहा इन प्रदर्शनियों से न केवल उत्पादकों को बाजार मिलता है, वहीं उपभोक्ताओं को भी अच्छे उत्पाद के चयन में आसानी होती है।
रामदासजी शर्मा ने कहा कि भारत सरकार कतिन, बुनकर व खादी से जुड़े हर हाथ को सुदृढ़ बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा खादी की लोकप्रियता बढ़ाने व आमजन तक इसकी पहुंच सुलभ करने की है।
राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ के मंत्री और खादी प्रदर्शनी के संयोजक अनिल शर्मा ने बताया कि 05 दिसंबर से प्रारंभ हुई यह प्रदर्शनी 13 जनवरी 2024 तक संचालित की जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले 13 वर्षों से यह प्रदर्शनी निरंतर लगाई जा रही है। इस प्रदर्शनी में कुल 175 स्टाल लगाई जा गई हैं, जिनमें से 115 स्टॉल खादी व 60 स्टॉल ग्रामोद्योग उत्पाद की हैं। पहले ही दिन खादी मेले में खादी के चाहने वालों द्वारा खरीदारों की भीड़ देखी गई।
इस अवसर पर राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ उपाध्यक्ष राजेंद्र भंडारी, राजेन्द्र कुमार अग्रवाल
सहायक मंत्री, राजस्थान प्रदेश की अनेक खादी संस्थाओं के पदाधिकारी सहित भारी संख्या में आमजन व अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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