संदेश

अक्तूबर 14, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Delhi Sub City Dwarka Ka Bura Haal द्वारका के रखरखाव में डीडीए असफल { Qu...

चित्र

उद्योगपति और समाजसेवी राजेंद्र कुमार केडिया ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा

चित्र
  ० आशा पटेल ०  जयपुर । आम आदमी पार्टी का परिवार देश और प्रदेश में लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी को लेकर जयपुर के उद्योगपति और समाजसेवी राजेंद्र कुमार केडिया ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी का दामन थामा। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉक्टर संदीप पाठक ने पार्टी मुख्यालय में राजेंद्र कुमार केडिया को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान सह प्रभारी शिवचरण गोयल भी मौजूद रहे। डॉ. संदीप पाठक ने समाजसेवी राजेंद्र कुमार केडिया का आम आदमी पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी का परिवार देश और राजस्थान में लगातार बढ़ता जा रहा है। केडिया जी लगातार समाजसेवा का काम करते हैं और आज उन्होंने देश और प्रदेश की राजनीति बदलने को लेकर जो कदम उठाया है वो तारीफ के काबिल है। आप के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ संदीप पाठक ने राजेंद्र कुमार केडिया को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। समाजसेवी राजेंद्र कुमार केडिया ने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी की जनहित वाली विचारधारा और आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा दिल्ली और पंजाब में किए जा रहे अभूतपूर्व विकास से प्रभावित होक

दिल्ली द्वारका के रखरखाव में डीडीए असफल : सोलंकी

चित्र
० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली। दिल्ली की उपनगरी द्वारका का ये हाल है कि सीवर के लीकेज से पूरी सड़क झील में परिवर्तित हो गई है।रोड संख्या २०२ शिक्षा भारती स्कूल से दादा देव मंदिर तक गणेश चौक की सड़क सीवर के पानी से जल मग्न हो गया है। आलम ये है की इस रास्ते से बड़े बुजुर्ग बच्चों एवम महिलाओं का चलना दूभर हो गया है। इस परिस्थिति में भी डीडीए के अधिकारी एवम कर्मचारी इस ओर ध्यान नहीं दे पा रहे है। लोगों की शिकायत पर राष्ट्रीय युवा चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के चेयरमैन रणबीर सिंह सोलंकी ने बताया कि जहां द्वारका के सुंददरीकरण के लिए डीडीए वचन बद्ध है वही ऐसे दृश्यों की कमी नहीं है। सोलंकी ने डीडीए के मुख्य अभियंता एवम दिल्ली के मुख्यमंत्री से मांग की है कि द्वारका को साफ सुथरा रखने के लिए अधिकारियों को सतर्क रहने का आदेश दे एवम ऐसी अप्रिय दृश्य नहीं दिखे इसका इंतजाम करें।

शब्द धोखा दे देते है; मौन, हावभाव और संकेतों से सत्य को बेहतर जान सकते हैं

चित्र
0 हरीश बड़थ्वाल 0  विडंबना है कि प्रत्येक भाव या विचार के लिए शब्द नहीं हैं। फलस्वरूप जो भी शब्द सूझें, वही उडेल दिए जाते हैं जिससे प्रायः विवाद उत्पन्न हो जाते हैं। इसीलिए दूसरे की मंशा जानने के लिए हावभाव तथा संकेतों को समझना बेहतर रहता है। दि मानव को भले ही शब्द और भाषा का ज्ञान न था किंतु अपनी मंशाएं दूसरों तक पहुंचाने के उसके पास अन्य जुगतें थीं। शब्द और भाषा का प्रादुर्भाव सभ्यता के अनुवर्ती चरणों में हुआ। दिलचस्प यह है कि शब्दों के ज्ञान और व्यवहार में प्रवीणता हासिल करते-करते उसके संवादों में छद्म और नकलीपन का घालमेल होने लगा, तथा शब्द सत्य से दूर होते चले गए। नतीजन सुने या पढ़े शब्दों की साख घटने लगी। यदि शब्द संवाद का प्रमुख या विश्वसनीय साधन होते तो गूंगों-बधिरों में संवाद ही न हो पाता। सच्चाई यह है कि उनके बीच मंशाओं, हर्षोल्लास या व्यथा का आदान-प्रदान सामान्य व्यक्तियों से कम नहीं होता। विशेषज्ञों ने संवादों में शब्दों का योगदान अधिकतम पचास प्रतिशत माना है। शेष किरदारों के चेहरे व अन्य अंगों के हावभाव, भंगिमाओं, स्वर की तीव्रता, इसके उतार-चढ़ाव आदि से संपन्न होता है। सांकेति

103वॉं अश्विन मास नवरात्रि मेला का भव्य आयोजन किया जायेगा-सुरेन्द्र बजाज

चित्र
० विनोद तकियावाला ०  नई दिल्ली - शारदीय नवरात्रि के महापर्व के पुनीत अवसर के उपलक्ष्य में,15 अक्तूबर से 22 अक्तूबर 103वॉं अश्विन मास नवरात्रि मेला का भव्य आयोजन कलियुग तारिणी मॉं संतोषी की असीम कृपा से किया जायेगा। शारदीय नवरात्रि के महापर्व के पुनीत अवसर के उपलक्ष्य में 103वॉं अश्विन मास नवरात्रि मेला अखण्ड दिव्य ज्योति प्रकाश से श्री संतोषी माता मंदिर, हरि नगर, नई दिल्ली के प्रांगण में आकर्षक रूप में मंदिर संचालक एवं संरक्षक अमित सक्सेना के तत्वावधान में ज्योति प्रज्ज्वलित कर शारदीय नवरात्रों का श्रीगणेश किया जाएग  चेतना उत्सव के रूप में मनाया जाने वाला पर्व ही नवरात्रि कहा जाता है, इस परिप्रेक्ष्य में प्रत्येक वर्ष की भांति इसबार भी शारदीय नवरात्रि मेला उत्सव मेले का विशेष आकर्षण मॉं संतोषी,मॉं दुर्गा,मॉं सरस्वती,श्री सद्गुरू एवं सद्गुरुमाता,मॉं की प्रतिमाओं की भव्य सजावट, विशाल अष्टधातु प्रतिमा की छवि आप सभी को प्रफुल्लित एवं उत्साहित करेगी। प्रसिद्ध रंगमंच कलाकरों द्वारा मॉं भगवती के भजनों से शुभारम्भ होगा। अनन्त कोटि ब्रह्माण्डात्मक प्रपन्य की अधिष्ठान भूता,सच्चिदानंदारूपा भगवती