पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर की 9वी पुण्यतिथि पर वरिष्ठ पत्रकार विजय शंकर चतुर्वेदी सम्मानित

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली - चित्रकला संगम की ओर से पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर की 9वीं पुण्यतिथि के अवसर पर काव्य संध्या और सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस सम्मान समारोह के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली, चित्र कला संगम के अशोक जैन और रवि जैन के हाथों वरिष्ठ पत्रकार विजय शंकर चतुवेर्दी को सम्मानित किया गया। उनके अलावा समाज के अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले दर्जनों लोगों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय विश्वास के संपादक विजय मोहन ने किया। हालांकि व्यस्तता के कारण कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी कार्यक्रम में नहीं आ पाई लेकिन उन्होंने खेद प्रकट करते हुए अपना संदेश जरूर भेजा।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर ऐसे सौभाग्यशाली लोगों में से थे, जो हमारी आजादी की पहली रोशनी के गवाह थे। उन्होंने अपनी कलात्मक दृष्टि से दुनिया देखी, उसे दर्ज किया और कई पुरस्कारों से सम्मानित हुए। हमें यह जानकर बेहद खुशी है कि चित्रकला संगम और उनके पुत्रों द्वारा हर वर्ष उनके स्मृति दिवस पर काव्य संध्या एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाता रहा है।
इस अवसर पर सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विजय शंकर चतुर्वेदी ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि कैसे वीरेंद्र प्रभाकर के चित्रों ने दिल्ली के विकास व बदलाव में एक अहम भूमिका निभाई । चतुर्वेदी ने बताया कि खासकर पूर्वी दिल्ली की 70 फीसदी समस्याओं के समाधान व विकास की कहानी स्वर्गीय वीरेंद्र प्रभाकर के चित्रों ने ही लिखी ।

कांग्रेस सांसद और बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि पत्रकारीय और सामाजिक सरोकार में हमारी कई मुलाकात पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर एक छायाकार-पत्रकार से अधिक मित्र थे, जो सभी के लिए समभाव रखते थे। हमें इस बात की बेहद खुशी है कि उनके दोनों पुत्र अशोक जैन और रवि जैन ने उनके सरोकार और विरासत को आगे बढ़ाया है। राजीव शुक्ला ने यह भी कहा कि हास्य कवि अरुण जैमिनी ने देश के क्रिकेटरों के लिए काव्य संध्या के आयोजन का प्रस्ताव रखा है, उस पर भी हम विचार करेंगे।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि पुरानी दिल्ली सहित पूरी दिल्ली पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर के कामों से प्रभावित थे। उनकी बातें उनके समय और आज भी की जाती है। उनकी कही बातें आज भी प्रांसगिकता है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार का ही संस्कार है कि उनके दोनों पुत्र आज भी समाज के कामों में हमेशा लगे रहते हैं।

कार्यक्रम के दौरान लव कुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष व समाजसेवी अर्जुन कुमार, वरिष्ठ पत्रकार विजयशंकर चतुर्वेदी साहित्यसेवी हरिपाल सिंह सहित अन्य लोगों ने पदमश्री वीरेंद्र प्रभाकर के व्यक्तिव और उनके कार्यों पर प्रकाश डाला। अर्जुन कुमार ने कहा कि प्रभाकर की हर तस्वीर दिल्ली की कहानी कहती थी, यही कारण रहा कि हिन्दुस्तान टाइम्स ने करीब पचास सालों तक उनकी तस्वीरों का उपयोग किया है। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय में राजभाषा पदाधिकारी रामचंद्र रमेश आर्य को भी उनके भाषायी योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

 पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर के पारिवारिक सदस्य और वरिष्ठ पत्रकार पुनीत जैन ने अपने परिवार की कई घटनाओं का जिक्र करते हुए उनके सामाजिक सरोकार को बताया। कार्यक्रम के दौरान काव्य संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसिद्ध हास्य कवि अरुण जैमिनी, कनाडा से आए कवि गोपाल बघेल, ब्रज भूमि से आए निकुंज शर्मा सहित चिराग जैन ने काव्य पाठ किया और सामाजिक सरोकार पर प्रकाश डाला।

इस समारोह का आयोजन प्रति वर्ष चित्र कला संगम की ओर से पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर की पुण्यतिथि अवसर पर किया जाता है। प्रख्यात फोटोग्राफर और चित्रकार पद्मश्री वीरेंद्र प्रभाकर व्यक्तित्व के धनी एवं अपने क्षेत्र के पारंगत व्यक्ति थे। उन्होंने भारत में आजादी के समय से अपने करियर की शुरूआत करते हुए सारी उपलब्धियां हासिल की। फोटो पत्रकारिता जैसे रचनात्मक क्षेत्र में अपने हुनर की खुशबू बिखेरते हुए प्रभाकर जी ने कई सारी महान राजनीतिक हस्तियों व भारत के राजनीतिक इतिहास की प्रमुख घटनाओं को अपने कैमरे में कैद किया।

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