एडवोकेट रईस अहमद "वतन के रत्न " अवार्ड से सम्मानित
० संवाददाता द्वारा ०
नई दिल्ली स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में डब्लू.एन.आई मीडिया ग्रुप द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद अशफ़ाक़उल्लाह खान व रामप्रसाद बिस्मिल की याद में 'सामाजिक एकता को सुनिश्चित करने में मीडिया की भूमिका' के विषय पर कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें मीडिया जगत के नामी-ग्रामी पत्रकारों, समाज सेवी व वकीलों के साथ भारी संख्या में सम्मानीय शख्सियतों ने शिरकत की।
नई दिल्ली स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में डब्लू.एन.आई मीडिया ग्रुप द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद अशफ़ाक़उल्लाह खान व रामप्रसाद बिस्मिल की याद में 'सामाजिक एकता को सुनिश्चित करने में मीडिया की भूमिका' के विषय पर कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें मीडिया जगत के नामी-ग्रामी पत्रकारों, समाज सेवी व वकीलों के साथ भारी संख्या में सम्मानीय शख्सियतों ने शिरकत की।
जिसमे वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव, क़मर आग़ा, टीवी नाइन भारतवर्ष की ऐंकर सुमेरा खान, इंडिया टुडे की पत्रकार मिलन शर्मा ने दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य व एडवोकेट रईस अहमद को उनकी सामाजिक व क़ानूनी सेवाओ के लिए वर्ष 2024 के वतन के रतन अवार्ड से नवाज़ा गया।
गौरतलब है कि इस मौके पर कमर आग़ा ने अपने भाषण में बताया कि अशफाक और बिस्मल एक गैर जानिबदार और लोकतांत्रिक देश चाहते थे, वहीं वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव ने वर्तमान हालात के मद्देनज़र कहा कि बीमारी पर बात करनी होगी तभी इलाज संभव होगा। जबकी मिलन शर्मा ने कहा कि समाज में फैली नफरत का इलाज संयुक्त प्रयासों से होगा इसके साथ ही सुमेरा खान ने फोरम के प्रयास को सराहनीय क़दम करार दिया।
एडवोकेट रईस अहमद ने इस कहा कि ज़रूरी है कि हम अपने आपसी भाईचारे और एकता को मज़बूती के साथ बरकरार रखें। हमें वर्तमान समय में गलतफहमी और विवादों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए, जिस के लिए आपसी संवाद का सहारा लेने की ज़रुरत है, तभी समाज नफरत से मुक्त होगा. इस कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद अहमद ने किया। इस दौरान प्रोफेसर फरहत बसीर, डॉ. जुबैदुर रहमान बब्बन मियां,
गौरतलब है कि इस मौके पर कमर आग़ा ने अपने भाषण में बताया कि अशफाक और बिस्मल एक गैर जानिबदार और लोकतांत्रिक देश चाहते थे, वहीं वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव ने वर्तमान हालात के मद्देनज़र कहा कि बीमारी पर बात करनी होगी तभी इलाज संभव होगा। जबकी मिलन शर्मा ने कहा कि समाज में फैली नफरत का इलाज संयुक्त प्रयासों से होगा इसके साथ ही सुमेरा खान ने फोरम के प्रयास को सराहनीय क़दम करार दिया।
एडवोकेट रईस अहमद ने इस कहा कि ज़रूरी है कि हम अपने आपसी भाईचारे और एकता को मज़बूती के साथ बरकरार रखें। हमें वर्तमान समय में गलतफहमी और विवादों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए, जिस के लिए आपसी संवाद का सहारा लेने की ज़रुरत है, तभी समाज नफरत से मुक्त होगा. इस कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद अहमद ने किया। इस दौरान प्रोफेसर फरहत बसीर, डॉ. जुबैदुर रहमान बब्बन मियां,
जमाल अहमद अलीगढ, फिरोज गाजी, नेहा गर्ग, मुहम्मद अकबर, सैयद मुहम्मद मुजाहिद हुसैन, मुहम्मद रामिश, असद साबरी, अधिवक्ता अनवर हुसैन सैफी, मिर्जा अनवार-उल-हक बेग , हुनैजा खान, ज्योति यादव, डॉ. सैयद मुहम्मद असदर अली, शाहिद अंसारी, विपुल, मुहम्मद अली, अर्शिता, असरार अहमद, इकरार अहमद, भावना यादव, वकील असलम सुप्रीम कोर्ट,
हाजी ज़हूर अटैची वाले, निसार अहमद, नवाब अख्तर, शाहनवाज बदर कासमी, दाऊद भाई शेख, शादाब अहमद पत्रिका, अकील सलमानी और अर्चना गोड़ सहित अन्य को भी 'वतन के रत्न पुरस्कार: 2024' से सम्मानित किया गया। असलम अहमद एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट ऑन रिकार्ड ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया।
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