गाँधीवादी ,स्वतंत्रता सेनानी सहाय की चौथी पुण्यतिथि पर स्मरण किया

० आशा पटेल ० 
जयपुर . सत्ता व संपति से दूर रहने वाले, चम्बल घाटी शांति मिशन को समर्पित, देहदानी, गांधीवादी, स्वतंत्रता सेनानी कृष्ण चंद्र सहाय की चौथी पुण्य तिथि पर बापूनगर स्थित विनोबा ज्ञान मन्दिर, जयपुर मे आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में 'कृष्ण चंद्र सहाय पुण्य स्मरण' में उनकी अज़र-अमर- अमिट स्मृतियों को नमन करके गांधीवादियों और उनके परिजनों ने स्मरण किया . इस अवसर पर आयोजन कर्ता सहाय की बेटी मधु सहाय जोशीं ,उनकी पुत्री और उनके भी बच्चों के अलावा ,सहाय के बेटे ,और अनेक परिजन भी भी आगरा ,कानपुर,अकबरपुर आदि स्थानों से उन्हें श्रधान्जली देने पहुंचे थे 
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ गांधीवादी, सर्व सेवा संघ के पूर्व अध्यक्ष 93 वर्षीय अमरनाथ ने की. उन्होनें अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि गाँधी विचार और कर्म को आत्मसात करके ही श्रेष्ठ जीवन और मानवता का रास्ता बन पायेगा . उन्होंने कहा कि आज़ दुनिया भर मे हथियारों की तिजारत युद्ध का भय दिखाकर की जा रही है.जबकि अमन, शांति, सौहाद्र, भाई चारा, मोहब्बत से और गाँधी के दिखाये रास्ते पर चल कर ही आज , अहिंसा, न्याय, सत्याग्रह, और मोहब्बत हासिल की जा सकती है।उन्होनें कहा कि सही मायने मे तो गाँधी विचार ही नहीं अपितु शान्ति का जरिया है. इसीलिए दुनिया के ज्यादातर देश गांधी के दीवाने होने के साथ साथ गाँधी के उपासक भी है.
उन्होंने कहा कि कृष्णचंद सहाय सच्चे गाँधीवादी और कर्म योगी इन्सान थे, जो बिना किसी फल की चिंता किये अच्छे सोच, विचार और पारर्शिता के साथ काम के लिए हर समय तत्परता से काम करते थे.उन्होंने कहा कि उनके काम मे लापरवाही का कोई स्थान नहीं था. वह मानते थे कि गाँधी जी कहते थे कि लापरवाही अज्ञानता से भी ज्यादा हानिकारक है.।सभी वक्ताओं ने सहाय जी के साथ बिताये अपने संस्मरण बताये.
कार्यक्रम की अध्यक्षता.अमरनाथ ने की और मुख्य अतिथि rpsc के पूर्व अध्यक्ष .डॉ बी. एम. शर्मा, विशिष्ठ अतिथि प्रख्यात धावक किशन सिंह चौहान,आगरा से आये गाँधीवादी शशि भूषण शिरोमणि, आगरा से डॉ. मधु भारद्वाज , स्वागत अध्यक्ष गाँधीवादी सवाई सिंह ने किया .जैन सोशल ग्रुप से अनिल जैन, संजय सिंह, सुधेन्द्र चोरडिया, हनुमान शर्मा, नरेंद्र कुमार व्यास, धर्मवीर कटेवा, आशा पटेल, डॉ. अवध प्रसाद, सूबेदार रतन सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया .

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