चूरू सांसद राहुल कस्वां BJP छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए
कांग्रेस की विचारधारा एवं रीति-नीति से प्रभावित होकर दो बार के सांसद राहुल कस्वां जिनके परिवार ने पिछले 50 वर्ष से अनेक पदों पर रहते हुए किसान कौम एवं प्रदेश की उन्नति के लिए कार्य किया है, आज भाजपा की सामंतवादी सोच से प्रताड़ित होकर कांग्रेस में शामिल हुए है। राहुल कस्वां के पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस को और मजबूती मिलेगी।
जयपुर। लोकसभा सदस्य चूरू सांसद राहुल कस्वां ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता त्यागते हुए दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के समक्ष कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, एआईसीसी के राजस्थान प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी मौजूद रहे।इस अवसर पर प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि हर्ष का विषय है कि किसान परिवार में जन्मे राहुल कस्वां को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस पार्टी में शामिल किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार लगातार देश के किसानों के विरूद्ध कार्य कर रही है। केन्द्र सरकार ने किसानों एवं कृषि के हितों पर कुठाराघात करते हुए तीन काले कानून लागू किए थे,
किसान आंदोलन के पश्चात् केन्द्र सरकार ने जो समझौता किया था उससे भी आज भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार मुकर गई है, जो कि किसानों के साथ वादाखिलाफी है। उन्होंने कहा कि देश का गौरव बढ़ाने वाली पहलवान बेटियों के साथ जिस प्रकार का बर्ताव किया गया, उससे पूरा देश दुःखी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान एवं देश के किसान भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार की गलत नीतियों से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि हद हो गई जब भारतीय जनता पार्टी द्वारा किसान के बेटे राहुल कस्वां को प्रताड़ित किया गया, क्योंकि उन्होंने समय-समय पर केन्द्र सरकार के समक्ष किसानों के मुद्दे उठाए।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने किसानों के मुद्दे पर ना तो जवाब दिया और ना ही कोई कार्यवाही की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समक्ष यह प्रस्ताव आया कि किसान का बेटा परेशान है तथा कांग्रेस की विचारधारा को आत्मसात करते हुए किसानों के मुद्दों को उठाना चाहता है तथा श्री राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा जिन मुद्दों के लिए निकाली जा रही है, से राहुल कस्वां प्रभावित हुए तो दो बार के युवा सांसद जिनके पिता एवं दादाजी भी जनप्रतिनिधि रहे,
को कांग्रेस पार्टी में शामिल करने हेतु राष्ट्रीय अध्यक्ष से चर्चा की गई तथा राहुल गांधी से पार्टी में शामिल करने हेतु आग्रह किया गया जिसकी स्वीकृति मिलने पर राहुल कस्वां को कांग्रेस पार्टी में सदस्यता प्रदान कर शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि राहुल कस्वां के परिवार का राजस्थान के किसान एवं माता-बहनों के लिए कार्य करने का 50 साल पुराना इतिहास है, इनके पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस और अधिक मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में गत् दिवस शामिल हुए समस्त नेता अपना जनाधार खो चुके है उनके जाने से कांग्रेस पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इस अवसर पर राहुल कस्वां ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, एआईसीसी प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का अवसर मिला इसके लिए वे आभार व्यक्त करते है। उन्होंने कहा कि वे चूरू की जनता की अनवरत सेवा कर रहे है किन्तु काफी लम्बे समय से किसानों की आवाज को दबाया जा रहा था तथा भारतीय जनता पार्टी में सामन्तवादी लोगों की सोच हावी हो रही थी।
इस अवसर पर राहुल कस्वां ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, एआईसीसी प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का अवसर मिला इसके लिए वे आभार व्यक्त करते है। उन्होंने कहा कि वे चूरू की जनता की अनवरत सेवा कर रहे है किन्तु काफी लम्बे समय से किसानों की आवाज को दबाया जा रहा था तथा भारतीय जनता पार्टी में सामन्तवादी लोगों की सोच हावी हो रही थी।
इस प्रकार के अनेक मुद्दों के कारण वे कांग्रेस परिवार का हिस्सा बने है। उन्होंने कहा कि वे अपने कार्यकर्ताओं एवं चूरू परिवार के सदस्यों की मंशा के अनुरूप आज कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर प्रसन्न है तथा जनसेवा के कार्य को आगे बढ़ाते रहेंगे। एआईसीसी प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने इस अवसर पर श्री राहुल कस्वां का कांग्रेस पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सदैव किसानों के हितों के लिए कार्य किया है एवं सरकार में रहते हुए किसानों के उत्थान के लिए नीतियां बनायी है किन्तु वर्तमान की भाजपा सरकार किसानों के हितों के विपरीत कार्य करते हुए कृषकों एवं किसान पुत्रों के हितों पर लगातार कुठाराघात कर रही है।
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