नये रास्तों की तलाश में वर्तमान पीढी की लेखिकाओं ने अपने लेखन में घिसे पिटे जाल को तोड़ा : संतोष श्रीवास्तव
० जया केतकी ०
भोपाल -अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच पर महिला दिवस के उपलक्ष में "चुनौतियां एवं अवसर" विषय पर विमर्श आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार , पत्रकार डॉ. प्रमिला वर्मा ने बताया "महाराष्ट्र के औरंगाबाद में महिला हक्क सम्मेलन हुआ था जिसमें 50,000 महिलाओं ने शिरकत की थी। सभी का यह कहना था कि हमें गुजारा भत्ता नहीं बल्कि "दांपत्य हक्क चाहिए।"वही साहित्यकार नीलम कुलश्रेष्ठ ने मुख्य अतिथि के आसंदी से गुजरात की महिलाओं की पीड़ा व्यक्त की तथा उसी से संदर्भित एक लघु कथा भी पढ़ी। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार सुरेश पटवा ने अपनी बात रखते हुए कविता के माध्यम से महिलाओं की भूमिका को व्याख्यात किया।
आरंभ में मध्य प्रदेश इकाई की अध्यक्ष महिमा श्रीवास्तव वर्मा ने सभी का स्वागत किया और अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच की संस्थापक अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव ने प्रस्तावना वक्तव्य देते हुए कहा कि "नये रास्तों की तलाश में वर्तमान पीढी की लेखिकाओं ने अपने लेखन में घिसे पिटे जाल को तोड़ा है। "मंच पर चुनौतियां और अवसर विषय पर कुछ कविताएं भी पढ़ी गई। कार्यक्रम का सफल संचालन मुजफ्फर इकबाल सिद्दीकी ने किया।
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