ईपीसीएच की चुनाव समिति ने चुनाव प्रक्रिया रद्द की
जयपुर : एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स की कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स) की छह सीटों के लिए चल रहे चुनाव में बड़ी गड़बड़ी सामने आने के बाद भारत सरकार द्वारा गठित चुनाव समिति ने चुनाव प्रक्रिया निलंबित कर दी है। यह चुनाव एनएसडीएल द्वारा ई वोटिंग के माध्यम से करवाए जा रहे थे किंतु एनएसडीएल की वेबसाइट पर सिक्योरिटी फीचर इतना कमजोर डाला गया कि कोई एक व्यक्ति बिना पासवर्ड या ओटीपी के किसी भी अन्य व्यक्ति का वोट डाल सकता है।
भारत सरकार के विकास आयुक्त हस्तशिल्प कार्यालय में चुनाव समिति के समक्ष सीओए चुनाव के सेंट्रल रीजन प्रत्याशी हेमंत जुनेजा, अब्दुल अजीम के साथ ही ईस्टर्न रीजन प्रत्याशी के प्रतिनिधि तथा राजस्थान हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स जॉइंट फोरम के कोऑर्डिनेटर नवनीत झालानी तथा जोधपुर हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भरत दिनेश तथा निर्यातक अनुशेष सिंह ने लाइव डेमो देकर इस गड़बड़ी को उजागर किया।
एनएसडीएल स्तर पर इतनी बड़ी गड़बड़ी देख कर चुनाव समिति तुरंत हरकत में आई और उन्होंने एनएसडीएल से इस पर सफाई मांगी। एनएसडीएल द्वारा अपनी गड़बड़ी मान लिए जाने के बाद चुनाव समिति ने चुनाव प्रक्रिया को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। झालानी ने इस सब गड़बड़ी की जांच सीबीआई द्वारा उच्च स्तर पर करवाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा की अनेक वर्षों से यह सुनने में आता था कि एनएसडीएल के सिस्टम में हेराफेरी की जा सकती है और प्रकटतः बहुमत होने के बाद भी हमारे अनेक प्रत्याशी चुनाव हार जाते थे।
उन्होंने बताया कि एनएसडीएल द्वारा देश की सभी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिलों तथा फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट्स आर्गेनाइजेशन (FIEO) जैसे संगठनों के भी चुनाव करवाए जाते हैं। इस तरह की गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद तो यह साबित हो गया है कि अब तक हुए सब चुनाव भी हेराफेरी से परे नहीं हुए होंगे।
भारत सरकार के विकास आयुक्त हस्तशिल्प कार्यालय में चुनाव समिति के समक्ष सीओए चुनाव के सेंट्रल रीजन प्रत्याशी हेमंत जुनेजा, अब्दुल अजीम के साथ ही ईस्टर्न रीजन प्रत्याशी के प्रतिनिधि तथा राजस्थान हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स जॉइंट फोरम के कोऑर्डिनेटर नवनीत झालानी तथा जोधपुर हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भरत दिनेश तथा निर्यातक अनुशेष सिंह ने लाइव डेमो देकर इस गड़बड़ी को उजागर किया।
एनएसडीएल स्तर पर इतनी बड़ी गड़बड़ी देख कर चुनाव समिति तुरंत हरकत में आई और उन्होंने एनएसडीएल से इस पर सफाई मांगी। एनएसडीएल द्वारा अपनी गड़बड़ी मान लिए जाने के बाद चुनाव समिति ने चुनाव प्रक्रिया को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। झालानी ने इस सब गड़बड़ी की जांच सीबीआई द्वारा उच्च स्तर पर करवाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा की अनेक वर्षों से यह सुनने में आता था कि एनएसडीएल के सिस्टम में हेराफेरी की जा सकती है और प्रकटतः बहुमत होने के बाद भी हमारे अनेक प्रत्याशी चुनाव हार जाते थे।
उन्होंने बताया कि एनएसडीएल द्वारा देश की सभी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिलों तथा फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट्स आर्गेनाइजेशन (FIEO) जैसे संगठनों के भी चुनाव करवाए जाते हैं। इस तरह की गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद तो यह साबित हो गया है कि अब तक हुए सब चुनाव भी हेराफेरी से परे नहीं हुए होंगे।
झालानी ने आशंका प्रकट की है कि इस सब गड़बड़ी में EPCH के अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं अतः जब तक जांच संपन्न नहीं हो जाती है तब तक EPCH में चुनाव प्रक्रिया से जुड़े सभी अधिकारियों को भी कार्य मुक्त रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस किसी ने भी एनएसडीएल जैसी संस्था की साख को खतरे में डाला है उनको सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।
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