आर ओ प्यूरिफायर्स की एक और पहल एनर्जी सेविंग कूल स्टाइलिश फैंस
० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली - केंट रो सिस्टम्स लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निर्देशक डॉ. महेश गुप्ता ने लगातार बदलाव की तकनीक को नई रोशनी दी है। अलग-अलग क्षेत्रों में अपने महत्वपूर्ण योगदान से लेकर मिनरल आरओ तकनीक से पानी को शुद्ध करने के सफर में अपनी भूमिका के लिए उन्हें विश्व भर में सराहा गया है। डॉ गुप्ता का अब नया ध्येय कूल ब्रांड के बीएलडीसी पंखों से घरों में लोगों को पंखे की ठंडी हवा से सुकून और आराम देने के साथ बिजली की बचत के नए युग का सूत्रपात किया है
गुप्ता ने एक अन्य गंभीर मुद्दे की ओर ध्यान दिया। उन्होंने देखा कि परंपरागत सीलिंग फैंस से बिजली की खपत ज्यादा होती है। अपनी विशेषज्ञता और विजन का लाभ उठाते हुए उन्होमे कूल बीएलडीसी फैंस के निर्माण की कमान संभाली। इससे उन्होंने पंखों के निर्माण में एक क्रांतिकारी बदलाव किया। कूल बीएलडीसी फैंस कोई भी आम पंखे नहीं है , बल्कि ये एक क्रन्तिकारी बदलाव की शुरुआत है। बीएलडीसी टेक्नोलॉजी से निर्मित कूल फैंस में बिजली के बिलों को 65 फीसदी तक कम करने की क्षमता है।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि अगर आज 120 करोड़ घरों के पुरानी तकनीक वाले पंखों को बीएलडीसी टेक्मोलॉजी पंखो से रिप्लेस कर दिया जाये तो इससे 2 लाख करोड़ रुपये की बचत केवल बिजली के बिल में हो जाएगी । तो सोचिये ये कितनी बड़ी क्रन्तिकारी पहल होगी। न केवल इससे घरों में बिजली के बिलों कटौती होगी बल्कि यूजर्स के पैसे बचेंगे। देश में ऊर्जा संरक्षण के प्रयासों को भी बढ़ावा मिलेगा।
नयी दिल्ली - केंट रो सिस्टम्स लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निर्देशक डॉ. महेश गुप्ता ने लगातार बदलाव की तकनीक को नई रोशनी दी है। अलग-अलग क्षेत्रों में अपने महत्वपूर्ण योगदान से लेकर मिनरल आरओ तकनीक से पानी को शुद्ध करने के सफर में अपनी भूमिका के लिए उन्हें विश्व भर में सराहा गया है। डॉ गुप्ता का अब नया ध्येय कूल ब्रांड के बीएलडीसी पंखों से घरों में लोगों को पंखे की ठंडी हवा से सुकून और आराम देने के साथ बिजली की बचत के नए युग का सूत्रपात किया है
गुप्ता ने एक अन्य गंभीर मुद्दे की ओर ध्यान दिया। उन्होंने देखा कि परंपरागत सीलिंग फैंस से बिजली की खपत ज्यादा होती है। अपनी विशेषज्ञता और विजन का लाभ उठाते हुए उन्होमे कूल बीएलडीसी फैंस के निर्माण की कमान संभाली। इससे उन्होंने पंखों के निर्माण में एक क्रांतिकारी बदलाव किया। कूल बीएलडीसी फैंस कोई भी आम पंखे नहीं है , बल्कि ये एक क्रन्तिकारी बदलाव की शुरुआत है। बीएलडीसी टेक्नोलॉजी से निर्मित कूल फैंस में बिजली के बिलों को 65 फीसदी तक कम करने की क्षमता है।
डॉ. गुप्ता ने कहा कि अगर आज 120 करोड़ घरों के पुरानी तकनीक वाले पंखों को बीएलडीसी टेक्मोलॉजी पंखो से रिप्लेस कर दिया जाये तो इससे 2 लाख करोड़ रुपये की बचत केवल बिजली के बिल में हो जाएगी । तो सोचिये ये कितनी बड़ी क्रन्तिकारी पहल होगी। न केवल इससे घरों में बिजली के बिलों कटौती होगी बल्कि यूजर्स के पैसे बचेंगे। देश में ऊर्जा संरक्षण के प्रयासों को भी बढ़ावा मिलेगा।
बीएलडीसी फैंस का उपयोग कर बचाई गई बिजली से देश में कई अन्य उद्योगों चलाये जा सकते है। डॉ गुप्ता ने कहा इन बीएलडीसी फैंस से होने वाली बिजली की बचत इतनी होगी जो की 500 मेगावॉट के चार पावर प्लांट में बनाई जाने वाली बिजली के बराबर हो जाएगी। डॉ. गुप्ता का मानना है कि कूल फैंस केवल इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज ही नहीं है, बल्कि यह एक आधुनिक स्टायल स्टेटमेंट है। यह पंखे न सिर्फ लोगों को उनके घरों में कूलिंग , सुविधा या सुकून देते हैं,
बल्कि इससे बिजली की इतनी अधिक बचत है की पंखे की कॉस्ट आप एक सीजन में पूरी कर लेते हो. इन पंखों की अनेको खासियत हैं जैसे इनके शानदार डिजाइन, एल ई डी लाइट्स, बड़े ब्लेड, वाई-फाई कनेक्टिवटी और अलेक्सा के साथ आप इन पंखो को रिमोट से या सर आवाज़ दे कर ऑन ऑफ कर सकते है स्पीड कम ज्यादा कर सकते है
कूल के बीएलडीसी पंखों की विस्तृत श्रेणी में डिजाइजर श्रेणी के स्टाइलिश प्लैटिन और लेक्सस सीसीज के पंखे हैं। इसके साथ इनमें एंट्री लेवल के आर्किटिक्स मॉडल के पंखे भी है। इस बीएलडीसी टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाते हुए कंपनी ने इस तकनीक से पहली बार वॉल और पेडेस्टल पंखे भी यूजर्स को ऑफर किए हैं। इससे यूजर्स को पूरी तरह कूलिंग सोल्यूशन मिलता है।
इसमें से पेडेस्टल फैंस को इस तरह डिजाइन किया गया है कि वह कूलर की तरह ही कमरे में ठंडी हवा फेंकते हैं। लेकिन थोड़ी सी जगह लेते है. कूल बीएलडीसी फैंस के साथ उनका उद्देश्य गर्मी के मौसम में सिर्फ घरों को ठंडा रखना है, बल्कि बिजली के बिलों में बचत का अवसर यूजर्स को प्रदान करना और राष्ट्र में स्थिरता के नए युग का सूत्रपात करना है।
टिप्पणियाँ