ग्रैंड मा एंड ग्रैंड पा पेजेंट, सीज़न-2" में शेल्बी में इलाज करा चुके लोगों में दिखा उत्साह

० आशा पटेल ० 
जयपुर, शैल्बी हॉस्पिटल जयपुर, अक्स फाउंडेशन और दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप विराट के संयुक्त तत्वावधान में "ग्रैंड मा एंड ग्रैंड पा पेजेंट, सीज़न -2" धूमधाम से मनाया गया । यह प्रतियोगिता मुख्यतः 55 वर्ष से ऊपर आयु के दादा-दादी, नाना-नानी, के लिए रखी गयी थी, जिसमें सभी को रैंप वाक का अवसर दिया गया और इसमें मुख्य आकर्षण के तौर पर वो लोग शामिल थे जिन्होने शैल्बी हॉस्पिटल, जयपुर में जोड़ प्रत्यारोपण करवाया था और अब एक सुखद दर्द रहित जीवन जी रहे हैं।
कार्यक्रम में जोड़ रोगो से संबंधित विभिन्न भ्रांतियों को दूर करने और दर्दरहित जिन्दगी में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से डाक्टर्स का पैनल डिस्कशन भी रखा गया, जहां शैल्बी के वरिष्ठ जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञों ने उपस्थित जनसभा को संबोधित किया। इनमें कई सारी चिकित्सकीय जानकारियों का आदान-प्रदान भी हुआ। विश्व प्रसिद्ध जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन डॉ. विक्रम आई शाह द्वारा देशभर में संचालित 14 से अधिक हॉस्पिटल्स की श्रृंखला वाले शैल्बी मल्टी-स्पेशिलिटी हॉस्पिटल, जयपुर मुख्यतः जोड़ प्रत्यारोपण के क्षेत्र में नये-नये कीर्तिमान बना रहा है। पिछले महीने शैल्बी हॉस्पिटल, जयपुर ने 350 से अधिक जोड़ प्रत्यारोपण सर्जरीज कर कई मरीजों को संतुष्टि प्रदान की और जोड़ों के दर्द से निजाद दिलाई।
पेनल डिस्कशन में शामिल हुए डॉ वैभव मित्तल, डॉ. दीपक सैनी, डॉ. धीरज दूबे, डॉ. चिन्मय शर्मा और डॉ दिलीप मेहता जैसे अनुभवी विशेषज्ञों ने बताया कि जोड़ प्रत्यारोपण यूं तो आज बहुत अत्याधुनिक हो गया है परन्तु जोड़ प्रत्यारोपण ज्वाइन्ट रिप्लेस्टमेंट को लेकर लोगों में अब भी बहुत सारी भ्रांतियां है । पैनल डिसकशन का संचालन किया सुषमा सूद ने| इस अवसर पर अंकित पारीक सीएओ, शैल्बी हॉस्पिटल, जयपुर भी मोजूद थे । इन डाक्टर्स ने बताया कि आज के दौर में आधुनिक तकनीक की मदद से न सिर्फ ज्वाइन्ट रिप्लेसमेन्ट सर्जरी बेहद कम समय में हो जाती है बल्कि यह बेहद कारगर भी होती है।

 आज भी कई मरीज न जाने कितने साल से जोड़ो के दर्द को सहन करते रहते हैं या अपने जीवन को सहजता से नहीं जी पाते जबकि वह घुटनों व कुल्हों के जोड़ प्रत्यारोपण के द्वारा फिर से एक नये व सरल जीवन की शुरूआत कर सकते हैं। इस कार्यकम की संयोजक अनिता माथुर (फाउण्डर, अक्स फाउंडेशन), सुशील कुमारी (अध्यक्षा, अक्स फाउंडेशन) और बसंत जैन (अध्यक्ष, विराट आभार प्रकट किया |

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