अर्थन फाइनेंस ने अपनी तकनीक उन्नत करने के लिए सीरीज बी फंडिंग में 50 करोड़ रुपये जुटाए

० योगेश भट्ट ० 
मुंबई, स्वरोजगार करने वाले नैनो और माइक्रो उद्यमियों को ऋण देने में नई पीढ़ी की लेंडिंगटेक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) अर्थन फाइनेंस ने इंकोफिन इंडिया प्रोग्रेस फंड और माइकल एंड सुसान डेल फाउंडेशन जैसे प्रमुख निवेशकों से 50 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह नया फंड कंपनी के विस्तार और तकनीकी प्रगति में इस्तेमाल होगा।

इस फंडिंग राउंड से अर्थन फाइनेंस को अपने प्रबंधनाधीन संपत्ति (AUM) को बढ़ाने, अपने कारोबार की भौगोलिक सीमा में विस्तार करने और एडवांस AI (ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और ML(मशीन लर्निंग) आधारित अंडरराइटिंग सिस्टम में निवेश करने में मदद मिलेगी। ये तकनीकी विकास कंपनी के क्रेडिट जोखिम का आकलन करने और अनऑर्गनाइज्ड सेक्टर के लिए फाइनेंशियल सॉल्यूशन तैयार करने की क्षमता में सुधार करेंगे, संचालन को और सुचारु करेंगे और ग्राहक अनुभव को बेहतर करेंगे ।

इस समय तक, अर्थन फाइनेंस (Arthan Finance) ने लगभग 83 करोड़ रुपये जुटाए हैं। पिछले फंडिंग राउंड में कंपनी के संस्‍थापकों, एंजेल निवेशकों और माइकल एंड सुसान डेल फाउंडेशन की भागीदारी की थी। अर्थन फाइनेंस के संस्थापक और निदेशक कुणाल मेहता ने कहा, "यह फंडिंग हमारे विकास के अगले चरण के लिए बहुत अहम है। हम अपनी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने और सुविधा रहित क्षेत्रों में और ज्यादा माइक्रो और लघु उद्यमियों की सेवा करने के लिए अपनी पहुंच का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इंकोफिन और माइकल एंड सुसान डेल फाउंडेशन जैसे प्रतिष्ठित निवेशकों के साथ हमारी साझेदारी भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के हमारे मिशन को मजबूत करती है।"

अर्थन फाइनेंस वर्तमान में महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कारोबार करती है। ये टियर II, III और IV शहरों में स्व-रोजगार वाले नैनो और माइक्रो उद्यमियों को ग्रोथ कैपिटल प्रदान करती है। कंपनी ने 20,000 से ज्यादा कर्ज लेने वालों को 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज वितरित किया है। इसमें 2,000 रुपये से लेकर 20 लाख रुपये तक की कर्ज राशि शामिल है।

अर्थन फाइनेंस के फाउंडर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, प्रवाश दाश ने कहा, "इंकोफिन के निवेश से अर्थन फाइनेंस के लिए बड़ा बदलाव लाने वाले ग्रोथ को हासिल करने में सहायता मिलेगी। इससे फाइनेंसिंग की सुविधा से वंचित भारतीय एमएसएमई (MSMEs) को टेक-इनेबल्ड और किफायती ऋण मिलेगा। हमारे निवेशकों का इम्पैक्ट इन्वेस्टिंग के क्षेत्र में व्यापक अनुभव अर्थन के नजरिए के मुताबिक है। इससे हमें भारत में एमएसएमई लोन बाजार को नया रूप देने के लिए अपार बाजार संभावनाओं का फायदा उठाने में मदद मिलेगी।"

इनकॉफ़िन (Incofin) में एशिया इक्विटी पार्टनर और रीजनल डायरेक्टर आदित्य भंडारी ने कहा, "अर्थन यह प्रदर्शित करने की जबरदस्त क्षमता है कि टेक्नोलॉजी और समावेशी वित्तीय सेवाओं के एक बेहतरीन मिश्रण के जरिए सामाजिक प्रभाव कैसे बढ़ाया जा सकता है। हमारा मानना ​​है कि अर्थन भारत की डिजिटल-बेस्ड एमएसएमई फाइनेंशिंग क्रांति में सबसे आगे रहने के लिए अच्छी स्थिति में है।"

माइकल एंड सुज़ैन डेल फाउंडेशन की इंडिया कंट्री डायरेक्टर गीता गोयल ने कहा, "अर्थन फाइनेंस का अनूठा नजरिया परिचालन की उत्कृष्टता, फिजिटल आउटरीच और अत्याधुनिक तकनीक के जरिए सामुदायिक विकास को बढ़ावा देता है। इसकी ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग आधारित अंडरराइटिंग, जोखिम की पहचान और कुशलता से ऋण वितरण को आसान बनाती है। कंपनी 11 मिलियन से ज्यादा नैनो उद्यमों की बेहद कम बैंकिंग सुविधा वाली आबादी की सेवा करती है, जिनकी अनुमानित ऋण मांग 25 अरब डॉलर से ज्यादा है। 

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