सीवर का पानी पीने को मजबूर मधु विहार वासी, लोग हो रहे बीमार
० योगेश भट्ट ०
नई दिल्ली। द्वारका सेक्टर-3 स्थित मधु विहार वार्ड में जहां सीवर की समस्या से लोग उबर नहीं पाए है। वहीं गर्मी आते ही लोगों को पीने का पानी नही मिल पा रहा है। जल बोर्ड द्वारा सप्लाई का पानी भी सीवर से मिलकर गंदा आ रहा है। मजबूरन लोग बीस लीटर वाला जार बाजार से खरीद कर लाते हैं लेकिन उस पानी से भी लोग बीमार होने लगे है, क्योंकि इन बाजारू पानी की भी कोई विश्वसनीयता नहीं है। जल बोर्ड भी लोगों को पीने का पानी मुहैया कराने में गंभीर नहीं है।
जहां पानी लिकेज है वहां से हजारों लीटर पानी रोज बर्बाद हो रहा है। सी-वन ब्लॉक के प्रवीण कुमार ने बताया कि डी 14 के सामने 8-9 महीने से पानी लीकेज है लेकिन कई शिकायत के बाद भी जल बोर्ड उसे बंद नही कर रहा है। ए-वन 181 में रहने वाले डॉ. एस आर राय ने बताया कि नल में कई महीने से सीवर से मिला हुआ पानी आ रहा है। राजापुरी के प्रधान सतबीर ने बताया कि यहां भी काफी दिनों से सीवर मिश्रित जल नलों में आने की शिकायत मिल रही है।
मधु विहार के प्रधान एवं फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के चेयरमैन रणबीर सिंह सोलंकी ने कहा कि जल बोर्ड पानी सुरक्षा के प्रति इतना उदासीन है कि पानी की मुख्य आपूर्ति वाली पाइप से असीमित पानी बर्बाद होता रहता है और शिकायत करने पर भी समय से उसे बंद नही किया जाता है जिससे हजारों लीटर पीने का पानी नाले में बह जाता है।
सोलंकी ने जल बोर्ड के मुख्य अभियंता तथा सीईओ से मांग की है कि पेय जल की समस्या का जल्द निराकरण करें और जहां से सीवर का पानी पेय जल में मिल रहा है उन्हे ठीक कराया जाय नही तो पूरा इलाका महामारी की चपेट में आ सकता है। फैडरेशन के सचिव महेश मिश्रा ने बताया कि सीवर मिश्रित पानी तथा रिसाव की शिकायते कई हफ्तों से स्थानीय निवासियों द्वारा की जा रही है जिस पर फैडरेशन जलबोर्ड के अधिकारियों से हमेशा शिकायत करती आ रही है। बावजूद बोर्ड के अधिकारी इनमे कोताही बरतते आ रहे हैं।
नई दिल्ली। द्वारका सेक्टर-3 स्थित मधु विहार वार्ड में जहां सीवर की समस्या से लोग उबर नहीं पाए है। वहीं गर्मी आते ही लोगों को पीने का पानी नही मिल पा रहा है। जल बोर्ड द्वारा सप्लाई का पानी भी सीवर से मिलकर गंदा आ रहा है। मजबूरन लोग बीस लीटर वाला जार बाजार से खरीद कर लाते हैं लेकिन उस पानी से भी लोग बीमार होने लगे है, क्योंकि इन बाजारू पानी की भी कोई विश्वसनीयता नहीं है। जल बोर्ड भी लोगों को पीने का पानी मुहैया कराने में गंभीर नहीं है।
जहां पानी लिकेज है वहां से हजारों लीटर पानी रोज बर्बाद हो रहा है। सी-वन ब्लॉक के प्रवीण कुमार ने बताया कि डी 14 के सामने 8-9 महीने से पानी लीकेज है लेकिन कई शिकायत के बाद भी जल बोर्ड उसे बंद नही कर रहा है। ए-वन 181 में रहने वाले डॉ. एस आर राय ने बताया कि नल में कई महीने से सीवर से मिला हुआ पानी आ रहा है। राजापुरी के प्रधान सतबीर ने बताया कि यहां भी काफी दिनों से सीवर मिश्रित जल नलों में आने की शिकायत मिल रही है।
मधु विहार के प्रधान एवं फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के चेयरमैन रणबीर सिंह सोलंकी ने कहा कि जल बोर्ड पानी सुरक्षा के प्रति इतना उदासीन है कि पानी की मुख्य आपूर्ति वाली पाइप से असीमित पानी बर्बाद होता रहता है और शिकायत करने पर भी समय से उसे बंद नही किया जाता है जिससे हजारों लीटर पीने का पानी नाले में बह जाता है।
सोलंकी ने जल बोर्ड के मुख्य अभियंता तथा सीईओ से मांग की है कि पेय जल की समस्या का जल्द निराकरण करें और जहां से सीवर का पानी पेय जल में मिल रहा है उन्हे ठीक कराया जाय नही तो पूरा इलाका महामारी की चपेट में आ सकता है। फैडरेशन के सचिव महेश मिश्रा ने बताया कि सीवर मिश्रित पानी तथा रिसाव की शिकायते कई हफ्तों से स्थानीय निवासियों द्वारा की जा रही है जिस पर फैडरेशन जलबोर्ड के अधिकारियों से हमेशा शिकायत करती आ रही है। बावजूद बोर्ड के अधिकारी इनमे कोताही बरतते आ रहे हैं।
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