दिल्ली मुस्लिम मजलिस ए मुशावरत ने टीजीटी उर्दू परीक्षा रद्द होने पर अफसोस जताया
० संवाददाता द्वारा ०
नई दिल्ली: दिल्ली मुस्लिम मजलिस ए मुशावरत के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. इदरीस कुरेशी ने 27 अगस्त को दिल्ली स्टेट सबऑर्डिनेट सर्विसेज बोर्ड (डीएसएसएसबी) द्वारा टीजीटी परीक्षा रद्द करने पर खेद व्यक्त किया है। परीक्षा रद्द करने से जो अभ्यर्थी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे उन्हें काफी नुकसान हुआ है क्योंकि इस समय बेरोजगारी चरम पर है और अभ्यर्थी सरकारी नौकरी के लिए जमकर तैयारी कर रहे हैं और ऐसे में जब परीक्षा रद्द हो जाती है तो यह उनके लिए निराशा की बात होती है बहुत से लोग निराश होकर तैयारी करना ही छोड़ देते हैं और उनका पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है, अभ्यर्थियों को शिक्षा प्राप्त करने का कोई उद्देश्य नहीं रह जाता है।
नई दिल्ली: दिल्ली मुस्लिम मजलिस ए मुशावरत के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. इदरीस कुरेशी ने 27 अगस्त को दिल्ली स्टेट सबऑर्डिनेट सर्विसेज बोर्ड (डीएसएसएसबी) द्वारा टीजीटी परीक्षा रद्द करने पर खेद व्यक्त किया है। परीक्षा रद्द करने से जो अभ्यर्थी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे उन्हें काफी नुकसान हुआ है क्योंकि इस समय बेरोजगारी चरम पर है और अभ्यर्थी सरकारी नौकरी के लिए जमकर तैयारी कर रहे हैं और ऐसे में जब परीक्षा रद्द हो जाती है तो यह उनके लिए निराशा की बात होती है बहुत से लोग निराश होकर तैयारी करना ही छोड़ देते हैं और उनका पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है, अभ्यर्थियों को शिक्षा प्राप्त करने का कोई उद्देश्य नहीं रह जाता है।
कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. इदरीस क़ुरैशी ने आगे कहा कि मैं इन बच्चों को सलाह देता हूं कि वे पूरी मेहनत और लगन से इस तैयारी में जुट जाएं, ईश्वर ने चाहा तो सफलता अवश्य मिलेगी। सरकार को ऐसा निर्णय लेने से पहले उन अभ्यर्थियों के बारे में अवश्य सोचना चाहिए जो उन घरों से आते हैं जिनका पूरा परिवार उनकी आय पर निर्भर है। सरकार को इस परीक्षा के रद्द करने में शामिल पाए जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि वे भविष्य में ऐसा कदम न उठाएं।
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