आर्च कॉलेज ने लिया संकल्प, हफ्ते का एक दिन होगा हैंडलूम थीम ड्रेस कोड

० आशा पटेल ० 
जयपुर : आर्च कॉलेज ऑफ़ डिज़ाइन एंड बिज़नेस ने नेशनल हैंडलूम डे के अवसर पर कई एक्टिविटीज का आयोजन किया । कॉलेज ने टेक्सटाइल मिनिस्ट्री और वीवर सर्विस सेंटर जयपुर द्वारा आयोजित फैशन शो में भी भाग लिया, जहाँ आर्च कॉलेज के स्टूडेंट्स ने भारतीय हैंडलूम की समृद्ध विरासत और उसमें किए गए नए क्रिएटिव इनोवेशन को प्रस्तुत किया। स्टूडेंट्स ने "अतिबाना" कलेक्शन शोकेस किया, जिसमें 11 गारमेंट शामिल थे, जो आर्च कॉलेज के फैशन डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स द्वारा डिजाइन किए गए थे।
साथ ही पेपर वीविंग वर्कशॉप जिसमें आर्च स्टूडेंट्स के साथ स्कूल स्टूडेंट्स और अन्य लोगों ने भी अटेंड किया। साथ ही इम्पैक्ट ऑफ़ डिज़ाइन ऑन हैंडलूम इनोवेशन पर पैनल डिस्कशन भी आयोजित किया गया जिसमें इंडस्ट्री एक्सपर्ट शामिल हुए। इस कलेक्शन में वीवर सर्विस सेंटर के बुनकरों द्वारा तैयार किए गए हैंड वूवन डेनिम से बने गारमेंट शामिल थे, जिन्हें ट्रेडिशनल हैंडलूम टेक्निक्स का उपयोग करके डिजाइन किया गया था। इन गारमेंट्स को पावर लूम पर कॉपी नहीं किया जा सकता, जो इन्हें अनूठा बनाता है। कलेक्शन में कोटा डोरिया, शिफॉन, लिनन, और कॉटन जैसे फैब्रिक का भी उपयोग किया गया है, जिन्हें आधुनिक सिल्हूट में परिवर्तित किया गया है।
पैनल डिस्कशन का फोकस ट्रेडिशनल क्राफ्ट्स को डिज़ाइन के जरिए प्रिज़र्व और इनोवेट करने पर था, जिसे पैनल को आर्च कॉलेज की फैकल्टी और टेक्सटाइल डिज़ाइनर, रश्मि भारद्वाज ने मॉडरेट किया। डिस्कशन के दौरान, कॉटन रॉक की को-फाउंडर और सोशल एंटरप्रेन्योर रमेश्वरी कौल ने हैंडलूम क्लोथ्स की सस्टैनबिलिटी पर जोर देते हुए कहा कि ये क्लोथ्स जीरो फुटप्रिंट छोड़ते हैं, जिससे एनवायरमेंट पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता। सौम्य तांबी, मीखाइलो के फाउंडर और क्रिएटिव डायरेक्टर ने डिज़ाइनर्स के लिए बुनकर और ग्राहकों के बीच की खाई को कम करने की आवश्यकता पर बल दिया।

 Sooत के डिज़ाइनर, डॉ. संजय अग्रवाल ने हैंडलूम में इनोवेटिव अप्रोचेज़ के महत्व को समझाया और डॉ. अनीता लुनिया ने हैंडलूम इनोवेशन के कॉमर्शियल एस्पेक्ट्स पर अपने विचार साझा किए। नेशनल हैंडलूम डे के इस अवसर पर आर्च कॉलेज की फाउंडर एंड डायरेक्टर, अर्चना सुराना ने सभी स्टूडेंट्स और स्टाफ के साथ यह शपथ ली कि वे सप्ताह में एक दिन हैंडलूम वस्त्र पहनेंगे, जिससे करंट फैशन ट्रेंड में हैंडलूम को और बढ़ावा मिले।

इस इवेंट ने डिज़ाइन इंडस्ट्री में क्रिएटिविटी और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए आर्च कॉलेज की प्रतिबद्धता को उजागर किया, साथ ही आने वाली पीढ़ी के डिज़ाइनर्स को प्रेरित करते हुए इंडिया के कल्चरल हेरिटेज को सस्टेन करने के कॉलेज के उद्देश्य पर भी रोशनी डाली।

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