आईआईसीसी बनेगा समाज की आवाज़ : डॉ एम रहमतुल्लाह

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली । इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर (आईआईसीसी) का चुनाव-प्रचार अपने चरम पर है। टीम अफ़ज़ल अमानुल्लाह के उम्मीदवारों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में एक कार्यक्रम का आयोजन कर जामिया और आसपास के क्षेत्रों के वोटरों से अपने समर्थन की अपील की। पूर्व केंद्रीय सचिव और अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अफ़ज़ल अमानुल्लाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आईआईसीसी अब दिल्ली के लोधी रोड की बिल्डिंग में सिमटा नहीं रहेगा। 
इसके सदस्य देश और दुनिया के हर कोने में हैं। इसलिए समाज और देश की हर समस्या आईआईसीसी का मुद्दा होगा। उन मुद्दों को एड्रेस करना, उनके समाधान का प्रयास करना आईआईसीसी के निर्वाचित अध्यक्ष और सदस्यों की ज़िम्मेदारी होगी। अमानुल्लाह ने कहा कि जामिया के इलाक़े में बुनियादी सुविधाओं की कमी है। इस एरिया में ट्रैफ़िक जाम की समस्या विक्राल रूप ले चुका है। इसके तुरंत समाधान की ज़रुरत है। अगर सिस्टमेटिक काम किया जाए तो जामिया की ये समस्या काफ़ी हद तक समाप्त की जा सकती है।
 अफ़ज़ल अमानुल्लाह ने इस दिशा में सार्थक क़दम उठाने का आश्वासन दिया। उनके इस आश्वासन के बाद वहां मौजूद मतदातओं में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। 300 से अधिक संख्या में मौजूद आईआईसीसी के मतदाताओं ने श्री अमानुल्लाह और उनकी टीम को अपना समर्थन देने का विश्वास दिलाया। अमानुल्लाह ने कहा कि रिटायर्मेंट के बाद उनके पास आईआईसीसी को देने के लिए पूरा समय है, जो वो देंगे और ईमानदारी से इस्लामिक सेंटर के लिए काम करेंगे।
टीम अफ़ज़ल अमानुल्लाह के प्रवक्ता और बोर्ड ऑफ़ ट्रस्टी (बीओटी) के उम्मीदवार डॉ एम रहमतुल्लाह ने कहा कि वो दिन दूर नही जब आईआईसीसी समाज की आवाज़ बनेगा। उन्होंने कहा कि टीम अफ़ज़ल अमानुल्लाह के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के साथ-साथ बाक़ी सभी उम्मीदवार उच्च शिक्षा प्राप्त, अनुभवी, योग्य और सामाजिक कार्यों में दिलचस्पी लेने वाले लोग हैं। ये सभी लोग साफ़-सुथरी छवि के लिए समाज में जाने जाते हैं। वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षाविद् डॉ एम रहमतुल्लाह ने कहा कि टीम अफ़ज़ल अमानुल्लाह अपने-अपने क्षेत्र के वरिष्ठ और अनुभवी लोग हैं। इनके अनुभवों और समाज के लिए कुछ कर गुज़रने के जज़बे के कारण आईआईसीसी बहुत कम दिनों में एक मज़बूत संस्था बनकर उभरेगा।

उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार बदरुद्दीन ख़ान ने अपने संबोधन में कहा कि आईआईसीसी एक एसी संस्था है जिसमें समाज के हर वर्ग के लिए काफ़ी कुछ करने की संभावना है। लेकिन इच्छाशक्ति की कमी और नीयत में खोट की वजह से ये संस्था राजनीति और दलाली का अड्डा बनकर रह गया है। बीओटी के उम्मीदवार अतहर ज़या ने समयबद्ध तरीक़े से काम करने का आश्वासन दिया और कहा कि अगर उनकी टीम घोषणापत्र के मुताबिक समय पर काम नहीं कर पायी तो वो त्यागपत्र दे देंगे। 

उन्होंने कहा कि आईआईसीसी का त्रैमासिक जर्नल शीघ्र ही शुरु कर दिया जाएगा। सदस्यों के लिए सुविधायुक्त लॉंज तीन महीने के अन्दर बना दिया जाएगा। बोर्ड ऑफ़ ट्रस्टी के एक अन्य उम्मीदवार और दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष कमाल फ़ारूक़ी ने कहा कि अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अफ़ज़ल अमानुल्लाह साहब बुद्धिजीवियों की खोज हैं। इनके जैसा योग्य, अनुभवी, ईमानदार, समाज का दर्द रखने वाले इंसान आईआईसीसी के सदस्यों की सूची में कोई दूसरा नहीं है।

टीम अफ़ज़ल अमानुल्लाह के दो अन्य बीओटी के उम्मीदवार वरिष्ठ अधिवक्ता हैं सैफ़ुल इस्लाम और सिकंदर हयात ख़ान। इन दोनों ने कहा कि वो आईआईसीसी और इनके सदस्यों के लीगल मामले के समाधान के लिए वो हमेशा उपलब्ध रहेंगे। बीओटी के एक अन्य उम्मीदवार कमांडेंट सुहैल रफ़त ने कहा कि अल्लाह ने समाज में कुछ योगदान करने के लिए जीवन दिया है। हमने अपने हिस्से का ईमानदारी से कुछ योगदान करने के जज़बे से आईआईसीसी का चयन किया है। 

इसके माध्यम से टीम अफ़ज़ल अमानुल्लाह समाज में बड़े बदलाव की बुनियाद रखना चाहती है। सभा को विधायक सैयद फ़ैसल अली, जावेद ख़ान, डॉ प्रवेज़ हयात, समेत कई लोगों ने संबोधित किया और टीम अफ़ज़ल अमानुल्लाह को सबसे अच्छी टीम बताया। इन वक्ताओं ने टीम अफ़ज़ल अमानुल्लाह को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की। इस अवसर पर जामिया क्षेत्र के तीन सौ से अधिक मतदाता मौजूद थे।

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