नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानें दिसंबर तक शुरू हो जाएंगी

० योगेश भट्ट ० 
नोएडा/: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनआईए) का विकास कार्य बहुत तेजी से चल रहा है। टेस्ट उड़ानों की प्रक्रियाओं के लिए इसकी प्रयोगात्मक उड़ानें तथा एयरोड्रोम लाईसेंस आवेदन दर्ज करने की प्रक्रिया दिसंबर 2024 तक पूरी हो जाने की उम्मीद है। एयरपोर्ट का वाणिज्यिक संचालन अप्रैल 2025 के अंत तक शुरू हो जाएगा। एनआईए ने निर्माण कार्य शुरू होने के बाद पिछले दो सालों में बहुत तेजी से प्रगति की है। इस एयरपोर्ट का काम पूरा हो जाने के बाद यह भारत में एविएशन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

आकार लेता पैसेंजर टर्मिनलः फैसाड और रूफ का काम चल रहा है, बैगेज हैंडलिंग सिस्टम का इंस्टॉलेशन पूरा होने वाला है, एमईपी और फिनिशिंग कार्य तेजी से चल रहा है। रनवे का काम पूरा हुआः रनवे पर एस्फाल्ट बिछाने का काम पूरा हो चुका है। रनवे की मार्किंग, एप्रोच लाईट्स और एयरफील्ड ग्राउंड लाईटिंग का काम चल रहा है। एयर ट्रैफिक कंट्रोलः एटीसी टॉवर में एमईपी कार्य और फिनिशिंग का काम जारी है, जबकि नैविगेशनल सहायता, जैसे डीवीओआर को कैलिब्रेट कर लिया गया है तथा इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) कैलिब्रेशन की तैयारी चल रही है।

एयरलाईंस ऑनबोर्डः इंडिगो और अकासा एयरलाईंस के साथ समझौतापत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। नेटवर्क प्लानिंग और ऑपरेशनल आवश्यकताओं पर बात जारी है। अन्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कैरियर्स की गहरी रुचि दिखाई दे रही है। दी गई रियायतेंः मुख्य एयरो रियायतें, जिनमें विमान में फ्यूल भरने की सेवाएं, ग्राउंड हैंडलिंग, और कार्गो आवंटित किए जा चुके हैं। रिटेल, डाईनिंग, लाउंज, ड्यूटी-फ्री, और होटल के लिए नॉन-एयरो रियायतों के लिए भी हस्ताक्षर हो गए हैं।

यात्रियों की सुगम यात्राः एयरपोर्ट के मुख्य सिस्टम्स के लिए फैक्ट्री एक्सेप्टेंस टेस्ट पूरे हो गए हैं, और साईट पर उपकरण आने लगे हैं। चेक-इन कियोस्क, सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप्स, और ई-गेट्स का परीक्षण चल रहा है। संचालन के लिए तैयारः महत्वपूर्ण ऑपरेशनल और मेंटेनेंस सेवाओं, जैसे एयरफील्ड लाईटिंग, पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, लिफ्ट, और एस्केलेटर्स के लिए समझौतापत्रों पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। एनआईए द्वारा कैलेंडर वर्ष 2024 के अंत तक एयरोड्रोम लाईसेंस के लिए आवेदन कर दिया जाएगा। निर्माण कार्य त्वरित गति से पूरा करने के लिए एनआईए अपने ईपीसी कॉन्ट्रैक्टर, टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड एवं सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रहा है। इस एयरपोर्ट के ऑपरेशन अप्रैल, 2025 के अंत तक शुरू हो जाएंगे, जिससे क्षेत्र में कनेक्टिविटी और आर्थिक वृद्धि का एक नया युग शुरू होगा।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में आधुनिक, यूज़र-फ्रेंडली डिज़ाईन भारत की प्रेरणा से विकसित करने के लिए स्विस टेक्नोलॉजी और एफिशियंसी के साथ भारतीय सौहार्द्र और आतिथ्य का उपयोग किया गया है। इस एयरपोर्ट के पहले चरण में एक रनवे और एक टर्मिनल काम करना शुरू करेगा, जो प्रतिवर्ष 12 मिलियन यात्रियों के आवागमन को संभालने की क्षमता रखेगा। विकास के चारों चरण पूरे हो जाने के बाद यह एयरपोर्ट प्रतिवर्ष 70 मिलियन यात्रियों का आवागमन संभाल सकेगा।

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