चिल्ड्रन्स फिल्म फेस्टिवल : देश विदेश के फिल्मकारों को अवॉर्ड से नवाज़ा

0 आशा पटेल 0 
जयपुर । बालमन में दृश्य को देखने की जो ललक होती है वह ज्ञान से अनुभव को जन्म देती है. ये दृश्य और बालमन में एक नए रचना संसार का निर्माण कर रहे होते हैं. पहली नींव और मजबूत भविष्य का आधार बनते हैं. कुछ कुछ ऐसा ही नजारा हजारों बाल मन के अंदर दिखाई दे रहा था. मौक़ा था 7वें आर्यन इंटरनेशनल चिल्ड्रन्स फिल्म फेस्टीवल ऑफ़ जयपुर और सिक्सटीन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स के आयोजन का. ये फेस्टिवल्स जयपुर के आठ स्कूलों में 30 अगस्त तक आयोजित किये जायेंगे .
फेस्टिवल्स के पहले दिन निर्मला ऑडिटोरियम में रंगारंग ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया. इस दौरान देश विदेश के फिल्मकार और गणमान्य लोग जिनमें निरंजन आर्य, पूर्व मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार, बी एस रावत, चेयरमैन, रावत एजुकेशनल ग्रुप, जिफ के फाउंडर हनु रोज और जिफ प्रवक्ता राजेंद्र बोड़ा उपस्थित रहे. इस दौरान निरंजन आर्य ने कहा कि बच्चों के लिए इस तरह के फिल्म फेस्टिवल बौद्धिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। जयपुर में हजारों बच्चे एक साथ तीन दिन में 21 देशो 55 फिल्में देखेंगे । 
बी एस रावत ने कहा की फ़िल्में भी बच्चों के लिए उनके सलेब्स का ही हिस्सा है. फ़िल्में ज्ञान का एक मार्ग भी है और समाज के लिए दर्पण भी है. वियतनाम से जयपुर पहुंची अभिनेत्री हुएन थू माई ने कहा कि मैं जयपुर पहली बार आई हूं। जयपुर बेहद खूबसूरत शहर है। यहां अवॉर्ड पाकर मैं बहुत खुश हूं।
हनुरोज ने बताया की फेस्टिवल्स के पहले दिन विजेता फिल्मों और फिल्मकारों को पुरस्कृत किया गया. प्रवक्ता राजेंद्र बोडा ने बताया की इस फेस्टिवल में ये बेस्ट फिल्म शामिल है | सिक्सटीन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स की बेस्ट फ़िल्में : बेस्ट फीचर फिक्शन फिल्म (म्यूजिकल) ए फ्रैगाइल फ्लावर (डोआ होआ मोंग मान) निर्देशक हुएन थू माई, वियतनाम|बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म पिंक बेल्ट, निर्देशक जॉन मैकक्राइट, संयुक्त राज्य अमेरिका|
बेस्ट शॉर्ट एनिमेशन बाशा, निर्देशक अनिरबन पॉल, भारत |बेस्ट शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म इन द वेक ऑफ डिवोशन, निर्देशक वेदांत चक्रवर्ती, भारत|बेस्ट शॉर्ट फिक्शन फिल्म सुर, निर्देशक अभय चोपड़ा, भारत|
बेस्ट वेब सीरीज योर डेमोक्रेसी, निर्देशक सारा मोसेस, संयुक्त राज्य अमेरिका|आर्यन इंटरनेशनल चिल्ड्रन्स फिल्म फेस्टीवल ऑफ़ जयपुर की बेस्ट फ़िल्में : -सर्वश्रेष्ठ छात्र लघु फिल्म - भारत के सिद्धेश पांडे द्वारा निर्देशित - ए हैप्पी पिज्जा डे.|सर्वश्रेष्ठ फीचर फिक्शन फिल्म - इटली के इलारिया बोरेली द्वारा निर्देशित - द गोट.|सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म - कोरिया साउथ से जीसू सिम/जीवोन किम/चेओन्गहोंग मिन द्वारा निर्देशित - द एलीटरेट: बो-वॉ, बुक एंड किड्स.|सर्वश्रेष्ठ लघु फिक्शन फिल्म - भारत से सुनील पाल द्वारा निर्देशित - रंग.|सर्वश्रेष्ठ लघु एनिमेशन फिल्म - भारत से पुंटून किड्स द्वारा निर्देशित - गट्टूज लीडरशिप.

पहले दिन दिखाई गई फ़िल्में : अलग अलग विषयों पर आधारित 22 फ़िल्में भारत, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, आयरलैंड, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, चीन, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, नॉर्वे और फ्रांस की फ़िल्में बच्चों को दिखाई गई . भारत से दाल रोटी, अमेरिका से पिंक बेल्ट और पकिस्तान से नायाब साथ ही रंग, द एप्पल, थिंग स्पा (लास्ट ड्रॉप), बाशा, हीलिंग हीरो और गोल्ड मैडल फ़िल्में प्रमुख हैं. दूसरे दिन गुरूवार को दिखाई जाने वाली फ़िल्में :पाकिस्तान, भारत, चीन, वियतनाम, इंडोनेशिया, रूस और अमेरिका की 16 फ़िल्में दिखाई जाएगी. भारत से याना सामी, ए हैप्पी पिज़्ज़ा डे, बेतेलगेस, इन द वेक ऑफ़ डिवोशन, वियतनाम से अ फ्रैगली फ्लावर (दोआ होआ मोंग मान) और रूस से माई होरेबिल सीस आदि प्रमुख फ़िल्में हैं।

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