अल्ट्रा मीडिया एंड एंटरटेनमेंट ग्रुप ने लॉन्च किये हिंदी सुपरहिट्स के दो नये ओटीटी प्लेटफॉर्म

० अशोक चतुर्वेदी ० 
मुंबई : अल्ट्रा मीडिया एंड एंटरटेनमेंट ग्रुप ने हिंदी सिनेमा और संगीत की विरासत को सम्मानित और संरक्षित करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लॉन्च की घोषणा की। 'अल्ट्रा प्ले' और 'अल्ट्रा गाने' के लॉन्च के साथ कंपनी ने क्लासिक बॉलीवुड फिल्मों और सदाबहार हिंदी सिनेमा के प्रशंसकों के लिए एक विशेष डिजिटल अनुभव प्रदान किया है। इन प्लेटफॉर्म्स पर दशकों से भारतीय मनोरंजन का प्रतीक रहे फिल्मों और गानों का संग्रह उपलब्ध कराया गया है। इनमें फिल्म इतिहास के मूल्यवान रत्न और प्रसिद्ध क्लासिक्स को रिस्टोर किए गए फॉर्मेट में शामिल किया गया है।
'अल्ट्रा प्ले' प्लेटफॉर्म पर 1950 से अब तक प्रदर्शित गुरु दत्त, राज कपूर, शक्ति सामंता, सुभाष घई, विधु विनोद चोपड़ा आदि दिग्गजों द्वारा बनाई गई 2000 से अधिक हिंदी क्लासिक फिल्मों का खजाना उपलब्ध है। 'हर जमाने का कंटेंट' वाला यह प्लेटफॉर्म बेहद संतोषजनक मनोरंजन अनुभव प्रदान करता है, जिसका आनंद पूरा परिवार एक साथ बैठकर ले सकता है।

'अल्ट्रा गाने' भारत का पहला वीडियो गाने का ओटीटी प्लेटफार्म है, जो 1940 से आज तक के 4,000 से अधिक सदाबहार हिंदी गाने स्ट्रीम करता है। 'देख के सुनो' इनकी टैगलाइन है, और इस प्लेटफार्म पर 'बाबूजी धीरे चलना', 'रूप तेरा मस्ताना' जैसे कई लोकप्रिय गानों का समृद्ध अनुभव मिलेगा। 'अल्ट्रा गाने' प्लेटफार्म पर हर सप्ताह दो नए ओरिजिनल हिंदी गानों का स्ट्रीमिंग किया जाएगा, और ये गाने उभरते कलाकारों के होंगे। इसके अलावा, इस प्लेटफॉर्म पर मराठी, गुजराती और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के वीडियो गाने भी जोड़े जाने की योजना है।

'अल्ट्रा प्ले' और 'अल्ट्रा गाने' दोनों प्लेटफार्म भारत में सिर्फ ₹199 के वार्षिक शुल्क में उपलब्ध हैं, और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न मूल्य बिंदुओं के साथ पेश किए गए हैं। दर्शक इन फिल्मों और गानों का उच्च गुणवत्ता में, विज्ञापन-मुक्त आनंद ले सकते हैं, जिससे यह अनुभव वाकई खास बन जाता है।अल्ट्रा मीडिया एंड एंटरटेनमेंट ग्रुप के सीईओ सुशील कुमार अग्रवाल ने कहा, "अल्ट्रा ने हिंदी, मराठी और अन्य भाषाओं में हजारों शीर्षकों का अधिग्रहण किया है। 

उसी प्रकार अपनी खुद की ओटीटी ऐप्स शुरू करना हमारे व्यापार का स्वाभाविक विस्तार था। भारत की समृद्ध सिनेमाई और संगीत विरासत को दुनिया भर के दर्शकों तक पहुंचाने के हमारे सतत मिशन में यह एक महत्वपूर्ण चरण है। पुराने हिंदी फिल्मों और गानों का एक स्मरणीय मूल्य है और यह ऐप के विकास का मुख्य स्रोत हैं।

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