कोवे के जयपोर बाजार में छाई रही हस्तनिर्मित वस्तुओं के खरीददारो की भीड़

० आशा पटेल ० 
जयपुर | कोवे (कॉन्फेडरेशन ऑफ वीमेन एंटरप्रेन्योर्स) राजस्थान द्वारा महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने हेतु जयपोर बाज़ार 3.0 का आयोजन जयपुर क्लब में । कोवे राजस्थान अध्यक्ष कल्पना गोयल और रुचिता धूत ने बताया कि प्रदर्शनी में स्थानीय कारीगर, महिला उद्यमी और स्वयं सहायता समूह अपने बेहतरीन उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। कोवे इंडिया संस्थापक निदेशक ने बताया कि जयपुर क्लब बैंक्वेट में हो रही यह प्रदर्शनी, दीवाली की तैयारियों के बीच खरीदारी के लिए एक अवसर है,
जहां लोग हस्तनिर्मित उत्पाद, आभूषण, त्योहारी परिधान और अन्य बहुत कुछ खरीद सकते हैं, साथ ही महिला उद्यमियों का समर्थन देख सकते हैं। कोवे इंडिया उपाध्यक्ष निधी तोशनीवाल ने बताया कि इस आयोजन का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. जयश्री पेरीवाल, विशेष अतिथी अशोक कुमार पांडे, महाप्रबंधक और क्षेत्रीय प्रभारी सिडबी जयपुर गौरव जोशी, एमएसएमई संयुक्त निदेशक जयपुर, उमा गुरखा, फाउंडर डायरेक्टर कोवे इंडिया और मधु त्यागी डायरेक्टर कोवे इंडिया ने किया।
अनिला चौरिया, एमएसएमई असिस्टेंट डायरेक्टर, ने महिला उद्यमियों के लिए सरकारी योजनाओं पर अपने विचार साझा किए और डॉ. आभा गुप्ता द्वारा एमएसएमई योजनाओं और महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर आयोजित किए गए इंटरैक्टिव सत्रों ने इस आयोजन में भाग लेने वालों को काफी आकर्षित किया है । यह प्रदर्शनी शानदार खरीदारी का अनुभव प्रदान कर रही है, बल्कि महिला उद्यमियों के लिए सीखने और विकास का मंच भी दे रही है। यह कार्यक्रम सिडबी के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसमें माला खैतान, निधी तोषनीवाल, कल्पना गोयल, शिवानी बोहरा, सुरुचि भुवालका, रुचिता धूत, सहित अन्य कोवे सदस्य महिला सशक्तिकरण के प्रयासों में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
जयपुर बाज़ार 3.0 इमिटेशन और चांदी के आभूषणों से लेकर युवा लड़कियों के लिए फैशनेबल एक्सेसरीज़ तक, खरीदारी का त्योहारी माहौल देखा जा रहा है। लोग हाथ से पेंट किए हुए दुपट्टे, स्मार्ट कैज़ुअल्स, बाड़मेर के ड्रेस मटेरियल और गुजरात के कांचली ब्लाउज़ के स्टॉल्स पर उमड़ रहे हैं। स्वाद के आनंद के लिए यहां घर का बना मठरी और अचार भी उपलब्ध है, जो बाज़ार में पारंपरिक स्वाद का आनंद ला रहे हैं। स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पाद जैसे पर्यावरण के अनुकूल बैग, हस्तनिर्मित सामान और दरी, लड्डू गोपाल के लिए पोशाक, त्योहारी स्टोल्स और सजावटी दीयों ने भी इस बाज़ार को दीवाली की खरीदारी के लिए अनूठा गंतव्य बना दिया है।

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