दौसा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा के समर्थन में सचिन पायलट बोले
० आशा पटेल ०
राजस्थान (दौसा) सचिन पायलट ने कुंडल (दौसा) में दौसा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया एवं ब्लॉक चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया। इस दौरान दौसा सांसद मुरारी लाल मीणा,AICC सचिव पूनम पासवान , विधायक रफीक खान, पूर्व मंत्री ममता भूपेश,पूर्व विधायक गजराज खटाना , पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुडला, पूर्व विधायक इंद्राज गुर्जर , कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ , कांग्रेस प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा एवं हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
राजस्थान (दौसा) सचिन पायलट ने कुंडल (दौसा) में दौसा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया एवं ब्लॉक चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया। इस दौरान दौसा सांसद मुरारी लाल मीणा,AICC सचिव पूनम पासवान , विधायक रफीक खान, पूर्व मंत्री ममता भूपेश,पूर्व विधायक गजराज खटाना , पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुडला, पूर्व विधायक इंद्राज गुर्जर , कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ , कांग्रेस प्रत्याशी दीनदयाल बैरवा एवं हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस दौरान सचिन पायलट ने अपने संबोधन में कहा कि यह उप चुनाव में यह लड़ाई जातियों की लड़ाई नहीं है, यह लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है। यह लड़ाई कांग्रेस और भाजपा की लड़ाई है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने आपस में लोगों को लड़ाया है उस इतिहास का आंकलन कर वोट करना है। जातिगत आधार पर समर्थन मांगने वालों को, जाति धर्म की राजनीतिक करने वालों को,भाजपा को सबक सिखाना है।
सचिन पायलट ने कहा कि पूरे देश और प्रदेश की निगाहें दौसा के चुनाव पर हैं। यहां गरीब घर से पैदा हुआ हमारा प्रत्याशी चुनाव में बड़े बड़ों को चुनौती दे रहे हैं। दीनदयाल बैरवा जी लंबे समय से पार्टी का समर्पित होकर काम कर रहे हैं। कांग्रेस के मजबूत कार्यकर्ता हैं, जमीन से उठकर यहां तक पहुंचे हैं। ऐसे समर्पित प्रत्याशी को वोट देना है। पायलट ने कहा कि 13 नवंबर को मतदान है। इसमें पूरा देश और प्रदेश जानना चाहता है कि दौसा के लोग किस विचारधारा के लोग हैं। यहां विचारधारा की लड़ाई है। प्रदेश में भाजपा की सरकार है, मंत्री संतरी सब दबाव बनाकर चुनाव को प्रभावित करेंगे।
लेकिन डीसी बैरवा सब पर भारी पड़ेंगे। यह उपचुनाव बहुत महत्वपूर्ण हैं आज किसान पर संकट है इसकी जवाबदेही तय करनी है सभी की सलाह पर दीनदयाल बैरवा को चुनाव लड़ाने का निर्णय किया ।आगे कहा कांग्रेस और कांग्रेस प्रत्याशी 36 कौम के है। यह चुनाव प्रदेश की राजनीति की दिशा तय करेंगे, सरकार की जवाबदेही तय करेंगे यह चुनाव।
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